केदारनाथ जाने से पहले जान लें वरना पछताना ना पड़े |

देश में ऐसे बहुत सारे श्रद्धालु हैं, जो केदारनाथ की यात्रा पहली बार कर रहे हैं और उनको केदारनाथ यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी मालूम नहीं है। पहली बार केदारनाथ की यात्रा करने वाले उन्हीं लोगों को ध्यान में रखते हुए मैंने इस पोस्ट को तैयार किया है, ताकि भगवान शिव के नए भक्त भी केदारनाथ मंदिर के दर्शन कर सकें। आइए अब जानते हैं कि केदारनाथ मंदिर जाने से पहले आपको किन-किन बातों को ध्यान में रखनी चाहिए?

यात्रा ई-पास में कौन-सा डेट मेंशन करना पड़ता है?

गौरीकुंड से केदारनाथ की ट्रेकिंग स्टार्ट करने का डेट यात्रा ई-पास में मेंशन किया जाता है। यानी कि आप जिस दिन गौरीकुंड से केदारनाथ की ट्रेकिंग स्टार्ट करने का प्लान बना रहे हैं, वही डेट आपको यात्रा ई-पास में मेंशन करना पड़ेगा।

क्या यात्रा ई-पास का डेट चेंज किया जा सकता है?

2022 के पहले यात्रा ई-पास का डेट चेंज नहीं होता था, लेकिन 2022 में यात्रा ई-पास के वेबसाइट पर यात्रा ई-पास को एडिट करने का ऑप्शन इनेबल कर दिया गया है, ताकि अगर किसी श्रद्धालु या पर्यटक को अपना यात्रा का डेट चेंज करना हो, तो उनके अपनी यात्रा ई-पास का डेट चेंज करने में आसानी हो सके।

अगर गौरीकुंड से केदारनाथ का ट्रेक एक दिन के लिए स्थगित (Postponed) कर दिया जाता है, तो क्या दूसरा यात्रा ई-पास निकालना पड़ेगा?

नहीं। अगर सरकार की तरफ से गौरीकुंड से केदारनाथ का ट्रेक 1 या 2 दिन के लिए स्थगित भी कर दिया जाता है, तो आपका पहले वाला यात्रा ई-पास ही काम में आ जाएगा। आपको दूसरा यात्रा ई-पास नहीं निकालना पड़ेगा।

क्या केदारनाथ की यात्रा के लिए यात्रा ई-पास के अलावा कोई और डॉक्युमेंट्स ले कर जाना होगा?

हाँ। केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए आपके पास यात्रा ई-पास के साथ-साथ आधार कार्ड भी होनी चाहिए, क्योंकि यात्रा ई-पास की जांच करते समय कभी-कभी आधार कार्ड की भी जांच होती है।

क्या UPI I’D के भरोसे केदारनाथ की यात्रा करनी चाहिए?

नहीं, क्योंकि केदारनाथ मंदिर एक पहाड़ पर स्थित है, जो लगभग 80-90% रिमोट एरिया है। आप समझ सकते हैं कि जहां पर नेटवर्क की काफी ज्यादा प्रॉब्लम हो वहां पर यूपीआई आईडी के भरोसे यात्रा करना कितनी मुश्किल होगी। अगर आपके पास यूपीआई आईडी है, तो भी आप केदारनाथ यात्रा के लिए आपके पास कैश ही रखें। यूपीआई आईडी के भरोसे आप केदारनाथ मंदिर की यात्रा ना करें।

यूपीआई आईडी से संबंधित मैं आपको यही सलाह दूंगा कि इमरजेंसी के लिए आप अपने पास यूपीआई आईडी रख सकते हैं, लेकिन आप अपने पूरे केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए अपने पास कैश ही रखें।

(इन्हें भी पढ़े : – ऐसे करें केदारनाथ मंदिर की ट्रैकिंग

> ऐसे करें केदारनाथ यात्रा की प्लानिंग)

केदारनाथ धाम की यात्रा करने की न्यूनतम उम्र क्या होनी चाहिए?

केदारनाथ धाम की यात्रा करने के लिए किसी भी व्यक्ति के लिए न्यूनतम या अधिकतम उम्र की शर्त नहीं रखी गई है। केदारनाथ धाम की यात्रा करने के लिए 1 साल के बच्चे से लेकर बूढ़े लोग भी साधारण व्यक्ति की तरह बिना किसी से परमिशन लिए जा सकते हैं।

क्या केदारनाथ धाम की यात्रा सिर्फ ऑनलाइन होटल बुक करने वाले श्रद्धालु ही कर सकते हैं?

नहीं। केदारनाथ धाम की यात्रा करने के लिए ऐसी कोई शर्त नहीं रखी गई है। बिना ऑनलाइन होटल बुक करने वाले श्रद्धालु भी केदारनाथ धाम की यात्रा पर जा सकते हैं और केदारनाथ मंदिर पहुंचकर रात में ठहरने के लिए ऑन द स्पॉट होटल वगैरह बुक कर सकते हैं।

क्या केदारनाथ की यात्रा करते समय सभी जगह ऑन दी स्पॉट होटल मिल जाएगा?

नहीं। अगर आप मई और जून में केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाने की प्लान कर रहे हैं, तो आपको ऑन द स्पॉट होटल मिलने की काफी कम संभावना है, लेकिन अगर आप सितंबर और अक्टूबर में केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाते हैं, तो आपको ऑन द स्पॉट होटल मिल सकता है। इन सभी चीजों का जिक्र मैंने केदारनाथ धाम की यात्रा करने का सबसे अच्छा वाले पोस्ट में काफी अच्छे से किया है। अगर आप चाहें तो चार धाम की कैटेगरी को विजिट करके केदारनाथ जाने का सबसे अच्छा समय वाले पोस्ट को पढ़ सकते हैं।

मई और जून के महीने में केदारनाथ के दर्शन करने के लिए कितनी बड़ी लाइन लगी होती है?

मई और जून में केदारनाथ धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या सबसे ज्यादा होती है, जिसकी वजह से केदारनाथ धाम की यात्रा करने वाली लाइन कभी-कभी 2-3 किलोमीटर भी लंबी हो जाती है और दर्शन करने में 2-3 घंटे का समय लग जाता है।

केदारनाथ मंदिर का दर्शन जल्दी कैसे करें?

अगर आप केदारनाथ मंदिर का दर्शन जल्दी करना चाहते हैं, तो आपको सुबह 3:00 या 4:00 बजे ही केदारनाथ मंदिर के बाहर लाइन में खड़ा होना पड़ेगा, क्योंकि सूर्योदय होने के बाद हेलीकॉप्टर से केदारनाथ की यात्रा करने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ने लगती है, जिससे लाइन काफी लंबी हो जाती है। अगर आप सुबह 3:00 या 4:00 बजे केदारनाथ मंदिर के बाहर लाइन में खड़े हो जाते हैं, तो आप मंदिर के खुलते ही केदारनाथ मंदिर में स्थापित भगवान शिव के शिवलिंग की दर्शन कर सकते हैं।

केदारनाथ मंदिर के जल्दी यानी कम समय में दर्शन करने का यही सबसे आसान तरीका है। यह तरीका अपनाकर आप मई और जून में भी केदारनाथ मंदिर का दर्शन कम समय में कर सकते हैं।

सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच चलने वाली शेयर टैक्सी का समय क्या है?

सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच चलने वाली शेयर टैक्सी का समय सुबह 4:00 या 5:00 बजे से रात के 10:00 बजे तक है। यानी कि आप सुबह 5:00 बजे से रात के 10:00 बजे तक कभी भी सोनप्रयाग से गौरीकुंड आ जा सकते हैं।

क्या केदारनाथ की ट्रेकिंग रात में कर सकते हैं?

नहीं। ऐसा ख्याल आपके मन में इसलिए आया होगा कि अगर रात 10:00 बजे तक सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक शेयर टैक्सी की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है तो क्यों न रात में ही केदारनाथ की ट्रेकिंग किया जाए। दोस्तों आपको बता दें कि रात के समय केदारनाथ की ट्रेकिंग करना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है, क्योंकि केदारनाथ के ट्रेक पर लाइट वगैरह की काफी कम सुविधा उपलब्ध कराई गई है और अगर कभी रात में बारिश पड़ने लगती है, तो आपको इस ट्रैक को कंप्लीट करने में बहुत बड़ी मुसीबत भी आ सकती है।

मुझे आशा है कि केदारनाथ मंदिर की यात्रा से संबंधित मेरे द्वारा बताए गए ये टिप्स आपको पसंद आई होगी। अगर यह पोस्ट आपको पसंद आई हो, तो केदारनाथ धाम की यात्रा करने वाले अपने दोस्तों के साथ आप इस पोस्ट को शेयर करना ना भूलें।

धन्यवाद।

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