श्रीरंगम मंदिर तमिलनाडु के बारे में | Srirangam Temple Tamilnadu in Hindi.

हेलो दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम तमिलनाडु राज्य के चेरुकुलम जिला में श्रीरंगम मंदिर के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। यह एक ऐसा मंदिर है, जहां पर भारत के हर क्षेत्र से अधिक संख्या में लोग आया करते हैं। इसी मंदिर को भारत के सबसे बड़ा मंदिर होने का गौरव प्राप्त है। अगर आप भी इस रंगम मंदिर यानी कि रंगनाथस्वामी मंदिर को विजिट करने वाले हैं तो इसके बारे में आपको यह जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए। चलिए हम इस मंदिर से जुड़ी जानकारी के बारे में जानने का प्रयास करते हैं –

श्रीरंगम मंदिर के बारे में – About Srirangam Temple in Hindi.

श्रीरंगम मंदिर तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में श्रीरंगम स्थान पर स्थित होने के वजह से इसे श्रीरंगम मंदिर के नाम से जाना जाता है। वैसे इस मंदिर को श्री रंगनाथस्वामी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भारत का सबसे बड़ा मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। यहां पर श्रद्धालु भारत के अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा विदेशों से भी काफी अधिक संख्या में आया करते हैं। यह मुख्य रूप से भगवान विष्णु को समर्पित एक हिंदू धार्मिक स्थल है। इस मंदिर के से जुड़ी आगे की पूरी जानकारी step-by-step नीचे दी गई है। कृपया आप हमारे इस आर्टिकल में अंत तक बने रहें, चलिए अब हम अपने इस आर्टिकल में जानकारी की ओर आगे बढ़ते है –

श्री रंगनाथस्वामी मंदिर का इतिहास – History of Srirangam Temple in Hindi.

श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर भारत देश के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में स्थित है। यह श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर भगवान रंगनाथ को समर्पित है। यह एक हिंदू धर्म से जुड़ी भारत के प्रमुख धार्मिक स्थल हैं।

तमिलनाडु राज्य के श्रीरंगम में स्थित होने के कारण इस मंदिर को श्रीरंगम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर मुख्य रूप से भगवान विष्णु को समर्पित है। भगवान रंगनाथ को भगवान विष्णु का ही अवतार माना जाता है। यह श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर कावेरी नदी के दीप पर बना हुआ एक खूबसूरत और काफी बड़ा मंदिर हैं।

श्रीरंगम मंदिर को विश्व के सबसे विशाल हिंदू मंदिरों में भी स्थान दिया गया है। इस श्रीरंगम मंदिर को भारत के सबसे बड़े हिंदू मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। यह मंदिर तकरीबन 156 एकड़ के बड़े क्षेत्र में फैला हुआ भारत का सबसे बड़ा मंदिर होने का दर्जा प्राप्त है। यही नहीं इस मंदिर को दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मंदिरों में भी स्थान दिया गया है।

मंदिर के इतिहास के बारे में बात करें तो मंदिर का इतिहास 9 वी से 16 वीं शताब्दी के बीच के समय से जुड़ा हुआ है। इस श्रीरंगम मंदिर का इतिहास शिलालेख चोला, पांड्या, होयसला और विजयनगर साम्राज्य का उल्लेख के बारे में बताता है।

बताया जाता है कि रंगनाथम की प्रतिमा पहले जहां स्थापित की गई थी वहां कुछ समय बाद जंगल बन चुका था, फिर कुछ सालों के बाद जब चोला राजा शिकार के लिए पहुंचे तो उन्हें अचानक भगवान के प्रतिमा देखी इसके बाद राजा ने रंगनाथस्वामी मंदिर परिषद को विकसित कर विशाल मंदिर बनाने का निर्णय लिया।

एक और बात बताई जाती है कि 14 वी शताब्दी के आरंभ में जब मालिक कफूर ने साम्राज्य पर आक्रमण किया तब वह यहां पर स्थापित मूर्तियों को चुराकर दिल्ली ले कर चले गए। श्रीरंगम के कुछ भक्त दिल्ली गए और इस मंदिर का इतिहास बताकर सम्राट को मना कर उनसे उपहार में श्रीरंगम के प्रतिमा वापस लेकर आ कर फिर यहीं पर स्थापित कर दिया गया।

श्रीरंगम मंदिर की वास्तुकला – Architecture of Srirangam Temple in Hindi.

श्रीरंगम मंदिर की वास्तुकला के बारे में बात करें तो यह मंदिर कावेरी के तट पर स्थित है। यह मंदिर मुख्य रूप से भगवान रंगनाथ को समर्पित है जो कि भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं। यह भारत के तमिलनाडु राज्य के तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में स्थित है।

यह मंदिर द्रविड़ शैली में बनाया गया है। यह भारत का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर के रूप में जाना जाता है। श्रीरंगम मंदिर तकरीबन 156 एकड़ के भूमि परिसर में फैला हुआ प्रमुख हिंदू धार्मिक स्थल है। इस मंदिर की वास्तुकला और बनावट इतनी ज्यादा आकर्षक है कि देखने वाले देखते ही रह जाते हैं। आप सोच सकते हैं यह भारत के सबसे बड़ा मंदिर होने के गौरव के साथ कैसा नजदीक से प्रतीत होता होगा।

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श्री रंगनाथ टेंपल ऐड्रेस – Address of Srirangam Temple in Hindi.

श्रीरंगम, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु, भारत /

श्रीरंगम मंदिर में मनाए जाने वाले उत्सव – Festival of Srirangam Temple in Hindi.

श्रीरंगम मंदिर में हर साल कई वार्षिक उत्सव मनाया जाते हैं। इस उत्सव के दौरान यहां पर स्थापित देवी देवताओं की मूर्तियों को गहनों से सुशोभित किया जाता है और बहुत ही धूमधाम से उत्सव को मनाया जाता है। जैसे – वैकुंठ एकादशी, श्रीरंगम मंदिर ब्राहोत्सव, स्वर्ण आभूषण उत्सव, रथोत्सव, वसंतोत्सव, ज्येष्ठाभिषेक, श्री जयंती, पवित्रोत्सव, थाईपुसम, वैकुण्ठ एकदशी आदि त्यौहार मनाए जाते हैं।

श्रीरंगम मंदिर जाने का अच्छा समय – Best Time to Visit Srirangam Temple in Hindi.

तमिलनाडु राज्य में स्थित श्रीरंगम मंदिर या श्री रंगनाथस्वामी मंदिर आप अपनी सुविधा के अनुसार पूरे साल में कभी भी जा सकते हैं, लेकिन यहां पर गर्मियों के दिन में यानी कि अप्रैल से जुलाई तक काफी कम लोग जाना पसंद करते हैं। यहां पर आप जाना चाहते हैं तो अगस्त से फरवरी के बीच जाएं क्योंकि यही समय यहां पर जाने का अनुकूल समय माना जाता है।

वैसे आपको बता दें कि रंगनाथ स्वामी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय यहां पर मनाए जाने वाले उत्सव और त्योहार के दौरान के समय को माना जाता है। इसलिए आपको जब भी यहां पर जाना हो तो या तो आप यहां पर मनाए जाने वाले त्यौहार के दौरान जाए नहीं तो अगस्त और फरवरी महीने के बीच।

श्रीरंगम मंदिर खुलने और बंद होने का समय – Opening and Closeing Time of Srirangam Temple in Hindi.

श्रीरंगम मंदिर का खुलने और बंद होने का समय हमेशा बदलता रहता है। इस मंदिर में दर्शन करने का समय में हमेशा बदलाव किया जाता है। कृपया आप इस मंदिर को विजिट करने से पहले इस मंदिर में दर्शन करने का समय आप ऑनलाइन चेक जरूर कर ले।

श्री रंगनाथ मंदिर कैसे पहुंचे ? – How to Reach Srirangam Temple in Hindi.

श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर कोई व्यक्ति कैसे जा सकता है इसके बारे में बात करें तो कोई भी यहां पर अपने यहां से किसी भी माध्यम जैसे – वायु मार्ग, रेलवे मार्ग या सड़क मार्ग के सहायता से काफी सरलता पूर्वक पहुंच सकता है। क्योंकि श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर के काफी नजदीक या यानी कि तकरीबन 6 किलोमीटर की दूरी पर ही त्रिचि रेलवे स्टेशन है।

इसके अलावा अगर हम यहां पर हवाई मार्ग से आने के बारे में बात करें तो इस श्रीरंगम मंदिर के नजदीक की मुख्य एयरपोर्ट तिरुचिरापल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो कि इस मंदिर से तकरीबन 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।

इसके अलावा अगर हम यहां पर सड़क मार्ग के सहायता से पहुंचने के बारे में बात करें तो भी कोई भी व्यक्ति काफी सरलता पूर्वक सड़क मार्ग से पहुंच सकता है। क्योंकि श्रीरंगम मंदिर भारत के सबसे बड़ा मंदिर के रूप में जाना जाता है। तमिलनाडु राज्य में स्थित होने की वजह से यहां के लिए तमिलनाडु के मुख्य शहरों से डायरेक्ट बस की सेवा भी आपको मिल जाएंगे, जिसकी मदद से आप काफी सरलता पूर्वक श्री रंगनाथस्वामी मंदिर पहुंच सकते हैं।

श्री रंगनाथ मंदिर से जुड़ी प्रश्न –

प्रश्न – रंगनाथ मंदिर कहां स्थित है.?

उत्तर – रंगनाथ मंदिर तमिलनाडु राज्य के तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में स्थित है।

प्रश्न – भारत के सबसे बड़ा मंदिर कौन सा है.?

उत्तर – भारत का सबसे बड़ा मंदिर तमिलनाडु राज्य में स्थित श्रीरंगम यानी श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर है।

प्रश्न – भारत के सबसे बड़ा मंदिर किस राज्य में है ?

उत्तर – भारत का सबसे बड़ा मंदिर भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में स्थित है।

प्रश्न – भारत का सबसे बड़ा मंदिर कहां है ?

उत्तर – भारत का सबसे बड़ा मंदिर तमिलनाडु राज्य के त्रिचि में स्थित है।

प्रश्न – भारत की सबसे बड़ा मंदिर किस भगवान को समर्पित है ?

उत्तर – भारत के सबसे बड़ा मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।

प्रश्न – भूलोका का बैकुंठ किसे माना जाता है.?

उत्तर – भूलोका बैकुंठ भगवान विष्णु को समर्पित रंगनाथ स्वामी मंदिर को माना जाता है।

प्रश्न – भारत का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर कौन है.?

उत्तर – भारत का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर श्री रंगनाथ मंदिर है।

प्रश्न – भारत का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर कहां है ?

उत्तर – भारत का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर तमिलनाडु राज्य के त्रिचि नामक स्थान पर स्थित है।

नमस्कार साथियों, तमिलनाडु राज्य में स्थित श्रीरंगम मंदिर या श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर से जुड़ी जानकारी यहीं पर समाप्त होती हैं। आपको हमारी यह खूबसूरत आर्टिकल पसंद आई हो, तो आप इसे दूसरे लोगों के साथ भी शेयर जरूर करिएगा। एक बात और अगर आप हमें इस आर्टिकल से जुड़ी कोई अपडेट या सुझाव देना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं।

धन्यवाद

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