इस पोस्ट में आज आप जानेंगे कि फैमिली के साथ चार धाम की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय कौन-सा है, क्योंकि ऐसे बहुत सारे पर्यटक हैं, जो अपने फैमिली के साथ चार धाम की यात्रा करना चाहते हैं, लेकिन उनको यह पीटीआई नहीं होता है कि उन्हें चार धाम की यात्रा कब करनी चाहिए, लेकिन इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद आपको फैमिली के साथ चार धाम की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय से जुड़ी सभी जानकारी मिल जाएगी। आइए अब जानते हैं फैमिली के साथ चार धाम की यात्रा करने का सबसे अच्छा के बारे में-
चार धामों के कपाट खुलने एवं बंद होने का समय –
चार धाम के सभी मंदिरो के कपाट मई में ही अक्षय तृतीया के आसपास खोल दिए जाते हैं और लगभग अंतिम अक्टूबर के पहले या नवंबर के शुरुआत में दिवाली के आसपास बंद कर दिया जाता है। यानी अगर देखा जाए तो चार धाम के कपाट सिर्फ 6 महीने ही खुले रहते हैं और 6 महीने बंद रहते हैं। अगर आप चार धाम मंदिरों यानी केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में दर्शन स्थापित देवी-देवताओं के दर्शन करना चाहते हैं, तो आपको मई से अक्टूबर के बीच चार धाम की यात्रा पर जाना पड़ेगा।
अगर आप नवंबर से अप्रैल के बीच चार धाम की यात्रा करते हैं, तो आप इन मंदिरों में दर्शन नहीं कर पाएंगे, क्योंकि नवंबर से अप्रैल के बीच इन सभी मंदिरों के कपाट आपको बंद देखने को मिलेंगे।
फैमिली के साथ चार धाम की यात्रा कब करनी चाहिए?
जैसा कि आपने ऊपर में जाना कि चार धाम के मंदिरो में दर्शन सिर्फ 6 महीने तक यानी मई से अक्टूबर तक किया जा सकता है। बाकी 6 महीने के लिए चार धाम के सभी मंदिरों का कपाट बंद रहता है। आइए अब बात करते हैं कि इन्हीं 6 महीने में फैमिली के साथ चार धाम की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय कौन सा होता है?
मई-जून – जैसा कि आपको मालूम हो गया है कि चार धाम के सभी मंदिरो के कपाट मई महीने में ही खोले जाते हैं। साल के इन दोनों महीनों में देश के अधिकतर क्षेत्रों में काफी मात्रा में गर्मी पड़ने के बावजूद भी इस समय चार धाम की यात्रा करने पर अक्टूबर के मुकाबले ठंड बहुत कम पड़ती है, इसलिए अगर आप इन दोनों महीनों में भी चार धाम की यात्रा का प्लान करते हैं, तो आपको एक जैकेट और टोपी वागिर्ह की जरूरत पड़ सकती है।
अगर आप इन दोनों महीनों में चार धाम की यात्रा करने जाने वाले हैं, तो आप इस बात का ध्यान जरूर रखें कि इस समय चार धाम की यात्रा करने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा भीड़ अन्य महीनों की तुलना में देखने को मिलती है।
जुलाई-अगस्त – इन दोनों महीनों में काफी अधिक मात्रा में बारिश होती है, जिसकी वजह से जुलाई और अगस्त को मॉनसून के रूप में जाना जाता है। आपको भी पता होगा कि उत्तराखंड एक पहाड़ी राज्य है और चार धाम की यात्रा करने के लिए भी पहाड़ी रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है। साथ ही आपको यह भी पता होगा कि पहाड़ी क्षेत्रों में मॉनसून के समय लैंड स्लाइड का खतरा काफी बढ़ जाता है। यही कारण है कि मॉनसून के समय यानी जुलाई और अगस्त में चार धाम की यात्रा करने वाले पर्यटकों की संख्या न के बराबर हो जाती है।
सितंबर-अक्टूबर – सितंबर और अक्टूबर में भी चार धाम की यात्रा पर जाने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या एवरेज होती है, लेकिन इस समय ठंड बहुत ज्यादा पड़ती है। 15 अक्टूबर के बाद चार धाम की यात्रा करने पर स्नो फॉल भी काफी ज्यादा होता है, खासकर केदारनाथ मंदिर के आसपास, इसलिए अगर आप फैमिली के साथ चार धाम की यात्रा करना चाहते हैं, तो आपको सितंबर और अक्टूबर में चार धाम की यात्रा भूलकर भी नहीं करनी चाहिए, खासकर अक्टूबर में।
क्योंकि अक्टूबर में स्नो फॉल होने की वजह से चार धाम की यात्रा पर ठंड काफी ज्यादा पड़ने लगती है, जिसे आपके फैमिली के लोगों को सहन करना काफी मुश्किल हो जाएगा।
फिर भी अगर आपके पास इन्हीं दोनों महीनों में चार धाम की यात्रा करने का समय है, जो आप सितंबर में अपने फैमिली को चार धाम की यात्रा पर लेकर जा सकते हैं, क्योंकि सितंबर में स्नो फॉल नहीं होने की वजह से अक्टूबर की अपेक्षा ठंड थोड़ी कम होती है। साथ ही इस समय आपको चार धाम की यात्रा के सफर में काफी शानदार और लुभावने नजारे देखने को मिलेंगे।
दोस्तों अगर आप अपनी फैमिली के साथ चार धाम की यात्रा पर जा रहे हैं, तो आप कोशिश करें की चार धाम के कपाट खुलते ही आप अपनी फैमिली के साथ चार धाम की यात्रा पर चले जाएं, क्योंकि जब चार धाम की यात्रा शुरू होती है, तो उस समय भीड़ थोड़ी कम होती है, इसलिए फैमिली के साथ चार धाम यात्रा करने के लिए चार धाम का कपाट खुलते ही चार धाम का दर्शन करना सबसे बेस्ट होता है।
अगर चार धाम के कपाट खुलने के समय आपको चार धाम की यात्रा पर जाने का समय ना मिले, तो आप सितंबर में भी चार धाम की यात्रा पर अपने फैमिली के साथ जा सकते हैं।
अगर आपको इस पोस्ट में बताए गए “फैमिली के साथ चार धाम की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय” से जुड़ी कोई तकलीफ है, तो उस तकलीफ को दूर करने के लिए कमेंट बॉक्स का सहारा ले सकते हैं।
धन्यवाद।
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