हेलो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम योगमाया मंदिर के बारे में जानने वाले हैं। योगमाया यह वही नाम है जो महाभारत के समय श्री कृष्ण के बदले कंस के हाथों बलि चढ़ने देवकी के पास पहुंची थी। दिल्ली में स्थिति यह योग माया मंदिर वैसे तो छोटे परिसर में स्थित हैं, लेकिन इसका महत्व काफी ज्यादा है। तो चलिए हम इस योग माया मंदिर के बारे में विस्तार से जानने का प्रयास करते हैं, इसके लिए आप मेरे साथ इस ब्लॉग पोस्ट में अंत तक बने रहिए।
योगमाया मंदिर दिल्ली का इतिहास – History of Yogmaya Temple In Hindi
महरौली नई दिल्ली में स्थित यह योगमाया मंदिर कुतुब मीनार के पास में ही स्थित है। यह मंदिर हिंदू धर्म से जुड़े श्री कृष्ण के बहन के रूप में जन्मे योगमाया के मंदिर के लिए जाना जाता है। योगमाया मंदिर के निर्माण के बारे में बताया जाता है कि इसका निर्माण महाभारत काल से जुड़ा हुआ है, जो कि पांडवों द्वारा युद्ध की समाप्ति के उपरांत किया गया था। फिर पुनः 19वीं शताब्दी के प्रारम्भ के समय में इस मंदिर का पुनः र्निर्माण भी करवाया गया था।
योगमाया मंदिर दिल्ली की पौराणिक कहानी – Story of Yogmaya Temple In Hindi
योगमाया मंदिर से जुड़ी एक पौराणिक कहानियों का जिक्र किया जाता है, जो की कहानी महाभारत से जुड़ी हुई है। इस योगमाया मंदिर को द्वापर युग का मंदिर माना जाता है। द्वापर युग में जिस समय श्री कृष्ण का जन्म हुआ था, उससे पहले ही मां दुर्गा योगमाया के रूप में जन्म ली थी।
योगमाया ने यशोदा के गर्भ से जन्म लिया और श्री कृष्ण ने देवकी के गर्भ से जन्म लिया। लेकिन कंस को मारने के लिए हुई आकाशवाणी को लेकर वासुदेव ने कृष्ण को यशोदा के पास एवं योगमाया को देवकी के पास लेटा दिया। तब पश्चात जब कंस को मालूम चला कि देवकी के गर्भ से एक बच्ची का जन्म हुआ है, तब उसने उस बच्ची को जमीन पर पटक कर मारने की कोशिश की, तभी योगमाया कंस के हाथ से निकाल कर आकाश में पहुंची और वहां पर अपने रूप में आकार कंस को बताई, कि तुम्हें मारने वाला इस पृथ्वी पर जन्म ले चुका है। यह मंदिर उसी योगमाया अवतार के लिए जाना जाता है।
योगमाया मंदिर के प्रमुख त्यौहार – Festivals of Yogmaya Temple In Hindi
दिल्ली के योग माया मंदिर में त्योहारों के रूप में फूल वालों की सैर बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस समय यहां पर कई सांस्कृतिक समारोह भी होते हैं। इसके अलावा यहां पर शिवरात्रि के दौरान भी मंदिर को काफी सजाया एवं धूमधाम से त्यौहार को मनाया जाता है। इन सब के अलावा यहां पर दोनों नवरात्रि के दौरान भी भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ में देखी जाती है, एवं इस समय यहां पर बड़े समारोह का आयोजन किया जाता है।
योगमाया मंदिर खुलने और बंद होने का समय – Yogmaya Temple Delhi Timings In Hindi
दिल्ली के योगमाया मंदिर का खुले एवं बंद होने का समय सुबह 5:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक निर्धारित किया गया है, इसी समय के बीच यहां पर आरती एवं अन्य गतिविधियां होती हैं।
योगमाया मंदिर के दर्शन करने का अच्छा समय – Best Time To Visit Yogmaya Temple In Hindi
दिल्ली में स्थित योगमायामंदिर या कोई भी दिल्ली के धार्मिक स्थल को विजिट करने का अच्छा समय वहां पर आयोजित होने वाले त्यौहार को माना जाता है।
दिल्ली में स्थित अन्य पर्यटन स्थल को भी विजिट करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आप यहां पर अक्टूबर से लेकर मार्च के बीच के समय का ही चुनाव करें। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्मी के दिनों में यहां पर काफी ज्यादा तापमान देखी जाती है और बारिश के दिनों में यहां पर ट्रैवल करना आपके लिए उचित नहीं होगा। इसलिए आप यहां पर अक्टूबर से लेकर मार्च के बीच के समय में ही घूमने जाने के लिए चुनाव करें, यही आपके लिए उचित रहेगा।
योगमाया मंदिर (नई दिल्ली) कैसे पहुँचे ? – How To Reach Yogmaya Temple In Hindi
योगमाया मंदिर विजिट करने के बारे में अगर आप सोच रहे हैं, तो आपको बता दें कि आप यहां पर दिल्ली में चलने वाले स्थानीय साधन के माध्यम से भी आसानी से पहुंच सकते हैं। अगर आप दिल्ली से दूर स्थित किसी अन्य मुख्य शहर से यहाँ पर पहुंचना चाहते हैं, तो भी आप आसानी से आ सकते हैं। क्योंकि दिल्ली में स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा एवं कई रेलवे स्टेशन भारत के अन्य मुख्य शहरों से अच्छी तरह से डायरेक्ट जुड़ा हुआ है।
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