ऋषिकेश का टॉप 5 पर्यटन स्थल | Top 5 Tourist Places In Rishikesh In Hindi.

आज मैं आपको ऋषिकेश का टॉप 5 पर्यटन स्थल के बारे में बताने वाला हूं, ताकि आपको ऋषिकेश जाने के बाद इन सभी जगहों को विजिट करने में किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो सके। तो आइए जानते हैं कि ऋषिकेश के कौन-कौन से 5 ऐसे पर्यटन स्थल है, जिसे ऋषिकेश जाने के बाद आपको विजिट जरूर करनी चाहिए।

परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश – Parmarth Niketan Ashram ऋषिकेश In Hindi.

गंगा नदी के तट पर बसा परमार्थ निकेतन आश्रम का निर्माण स्वामी सुकदेवानन्द द्वारा सन् 1942 ई० में करवाया गया था। इस आश्रम का निर्माण करवाने का मुख्य उद्देश्य गरीब, जरूरतमंद और अनाथ बच्चों को पारंपरिक ज्ञान के साथ-साथ वैदिक ज्ञान और वेद का अध्ययन करवाना था।

परमार्थ निकेतन आश्रम के पास गंगा नदी के मध्य में भगवान शिव की एक विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है, जिनका नजदीक से दर्शन करने के लिए रास्ते भी बनाए गए हैं, ताकि श्रद्धालु भगवान शिव के नजदीक जाकर उनके दर्शन कर सकें। जिस तरह से सूर्यास्त के समय हरिद्वार के हर की पौड़ी घाट पर आरती होती है, ठीक उसी प्रकार से परमार्थ निकेतन आश्रम में भी गंगा जी की आरती होती है।

इन्हें भी पढ़ें:- परमार्थ निकेतन आश्रम।

नीलकंठ महादेव मंदिर – Neelkanth Mahadev Temple ऋषिकेश In Hindi.

उत्तराखंड राज्य के प्रमुख शहर ऋषिकेश में स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर का इतिहास उस समय का है, जब भगवान शिव ने सृष्टि का विनाश होने से बचाने के लिए विष को पी गए थे, लेकिन जब माता पार्वती ने भगवान शिव के गले को जोर से दबाए रखा, तो वह सारा विष भगवान शिव के गले में ही रह गया, जिसकी वजह से उनका गला नीला हो गया और तब से उन्हें “नीलकंठ महादेव” के नाम से जाना जाने लगा।

भगवान शिव के इस मंदिर में उन्हें शहद, फूल, गुलाब जल, गंगा जल और बेलपत्र चढ़ाया जाता है, क्योंकि लोगों का मानना है कि इन सभी चीजों से विष के असर को कम किया जा सकता है।

अगर आप ऋषिकेश आ रहे हैं, तो नीलकंठ महादेव मंदिर में दर्शन करने जरूर आएं। सावन के महीने में तीर्थयात्री ऋषिकेश में बहने वाली गंगा नदी में स्नान करके वहां से कावड़ में गंगा जल लाकर नीलकंठ महादेव मंदिर में स्थापित भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं।

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त्रिवेणी घाट ऋषिकेश – Triveni Ghat Rishikesh In Hindi.

यह ऋषिकेश का वो स्थान है, जहां गंगा, यमुना और सरस्वती तीनों नदियों का संगम यानी मिलन होता है। ऋषिकेश के जिस स्थान पर इन तीनों नदियों का मिलन होता है, उस स्थान को त्रिवेणी घाट कहा जाता है। गंगा, यमुना और सरस्वती तीनों नदियों को भारत में पवित्र नदी का दर्जा प्राप्त है, इसीलिए त्रिवेणी घाट पर हर सुबह लोगों को स्नान करते हुए देखा जा सकता है। सूर्यास्त के समय त्रिवेणी घाट पर होने वाली आरती देखने लायक होती है, जिसमें लोगों की काफी भीड़ शामिल होती है।

रिवर राफ्टिंग और बंजी जंपिंग – River Rafting & Bungee jumping Rishikesh.

ऋषिकेश उत्तराखंड का एक ऐसा शहर है, जहां पर रिवर राफ्टिंग और बंजी जंपिंग का लुत्फ उठाया जा सकता है। ऋषिकेश में आप रिवर राफ्टिंग भी मात्र ₹ 400 में कर सकते हैं, लेकिन अगर आप बंजी जंपिंग करते हैं, तो उसके लिए आपको ₹ 3500 देना पड़ेगा, जिसके लिए आपकी कम से कम उम्र 12 वर्ष होनी चाहिए। बंजी जंपिंग के लिए एक व्यक्ति का न्यूनतम वजन 35 किग्रा. और अधिकतम वजन 120 किग्रा. होनी चाहिए।

इन्हें भी पढ़ें:- ऋषिकेश के 10 सबसे फेमस एडवेंचर एक्टिविटीज।

बीटल्स आश्रम ऋषिकेश – Beatles Ashram Rishikesh In Hindi.

बीटल्स आश्रम की स्थापना के समय इसका नाम महर्षि महेश योगी आश्रम था, लेकिन जब 1968 ई० में बीटल्स ने इस आश्रम का दौरा किया, तब इस आश्रम का नाम बीटल्स हो गया। इस आश्रम में आपको प्राकृतिक और शांत वातावरण के बीच लोग मेडिटेशन करते हुए देखने को मिल जाएंगे। अगर आप भी ऋषिकेश आ रहे हैं, तो यहां पर आना ना भूलें।

ऋषिकेश के अन्य पर्यटन स्थल –

ऊपर बताए गए ऋषिकेश के उन सभी पर्यटन स्थलों के अलावा आप ऋषिकेश के अन्य पर्यटन स्थलों को भी विजिट कर सकते हैं, जिनका नाम नीचे दिया गया है –

राम झूला, लक्ष्मण झूला, ऋषि कुंड, भरत मंदिर, वशिष्ठ गुफा और स्वर्ग आश्रम आदि।

ऋषिकेश कैसे पहुंचे – How To Reach Rishikesh In Hindi.

ऋषिकेश का नजदीकी हवाई अड्डा जॉली ग्रांट है, जो ऋषिकेश से लगभग 21 किमी. की दूरी पर देहरादून में स्थित है। जॉली ग्रांट एयरपोर्ट से आप बस या टैक्सी द्वारा ऋषिकेश आसानी से पहुंच सकते हैं। नजदीकी रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड हरिद्वार और देहरादून में है, जहां पर आप देश के प्रमुख शहरों से आसानी से पहुंच सकते हैं।

मैं आशा करता हूं कि यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। अगर इस पोस्ट से संबंधित आपका कोई सवाल हो, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

धन्यवाद।

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