लेह लद्दाख के प्रमुख 10 पर्यटन स्थल | Top 10 Tourist Places In Ladakh In Hindi.

इसमें कोई संदेह नहीं है कि लद्दाख भारत के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है, जो ऊंचे पहाड़ों, झीलों, नदीयों, बौद्ध मठों और धार्मिक स्थलों से परिपूर्ण है। आज मैं आपको लद्दाख के 10 ऐसे जगहों के बारे में बताने वाला हूं, जिसे उसके प्राकृतिक सौंदर्य, शांत प्राकृतिक वातावरण और उसके आसपास के खूबसूरत नजारों हेतु लद्दाख के पर्यटन स्थलों की सूची में सबसे ऊपर रखा गया है।

अगर देखा जाए तो लद्दाख में ऐसा एक भी जगह नहीं है, जहां जाने के बाद आपको लगेगा कि मुझे यहां नहीं आना चाहिए था, क्योंकि लद्दाख में स्थित हर एक जगह का अपना अलग ही महत्त्व है, जो पहाड़ों के बीच अपने अलग-अलग रंग-रूप, प्राकृतिक सौन्दर्य और अपने आस-पास के सुन्दर नजारों से भरे पड़े हैं, जिसे देखने के बाद आपको ऐसा लगेगा कि आप एक अलग ही दुनिया में आ गए हों।

विषय - सूची

1.लेह-लद्दाख का प्रमुख जगह – खारदुंग ला पास (Leh-Ladakh Ka Pramukh Jagah Khardungla Pass In Hindi)

खारदुंग ला पास लेह से लगभग 40 किमी. की दूरी और 5359 मीटर (17582 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है, जिसे विश्व के सबसे ऊंचे गाड़ियों के गुजरने वाले सड़क का दर्जा भी मिल चुका है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस रास्ते से युद्ध के सामानों को भी चीन तक पहुँचाया गया था। अभी भी इस सड़क पर भारतीय सेना के वाहनों को जाते हुए देखा जाता है।

यहां पर जाने के लिए आपको इनर लाइन परमिट की जरूरत पड़ती है, जिसे आप लेह के डीसी ऑफिस या वहां पर उपस्थित किसी भी ट्रैवल एजेंट के दुकान से बनवा सकते हैं।

खारदुंग ला पास लद्दाख के सबसे ऊंचे स्थानों की सूची में शामिल होने की वजह से वहां ऑक्सीजन की मात्रा काफी कम रहती है, जिसकी वजह से वहां जाने पर एल्टीट्यूड सिकनेस होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आप खारदुंग ला पास जा रहे हैं, तो एटीट्यूड सिकनेस से बचने के लिए मेडिसिन वगैरह अपने साथ लेकर जरूर जाएं, वरना आप एटीट्यूड सिकनेस का शिकार हो सकते हैं।

2.लेह लद्दाख का खास जगह – कारगिल (Leh-Ladakh ka Khas Jagah Kargil In Hindi)

लेह लद्दाख घूमने की बात हो और उसमें कारगिल का नाम ना हो, तो देशभक्ति अधूरी-सी लगती है। कारगिल सिर्फ इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज ही नहीं, बल्कि उसका नाम सुनते ही हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है, क्योंकि लद्दाख में स्थित कारगिल ही सन् 1999 ईस्वी में भारत-पाक युद्ध के बीच संघर्ष का केंद्र था।

यह भारत के केंद्र शासित राज्य लद्दाख का एक जिला है, जो लद्दाख के शुरू नदी घाटी के बीच में स्थित है। यह लेह से लगभग 215 किमी. और श्रीनगर से 205 किमी. की दूरी पर स्थित है।

कारगिल और इसके आसपास का क्षेत्र अधिकतर बौद्ध मठों के लिए प्रसिद्ध है।

3.लेह-लद्दाख का प्रमुख धार्मिक स्थल – शांति स्तूप (Leh-Ladakh ka Pramukh Dharmik Sthal Shanti Stupa In Hindi)

Shanti Stupa Ladakh
Shanti Stupa Ladakh

यह शांति स्तूप भारत के केंद्र शासित राज्य लद्दाख में स्थित लेह जिले में स्थित लेह शहर से मात्र 5 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस शांति स्तूप की समुद्र तल से ऊंचाई 11,840 फीट है, जिसे विश्व का सबसे ऊंचा शांति स्तूप माना जाता है। इस शांति स्तूप को बौद्ध धर्म के 2500 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में जापानी और लद्दाखी बौद्ध भिक्षुओं ने मिलकर बनाया था।

(इन्हें भी पढ़े : -1. लेह का टॉप 5 पर्यटन स्थल

2. जम्मू और कश्मीर कैसे पहुंचे)

लेेह में स्थित शांति स्तूप का भूमि शुद्धीकरण समारोह 8 अप्रैल 1983 ई० (वेनबल कुशोक बकुला रिनपोचे), नींव 25 अगस्त 1985 ई० (14वें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो) और उद्घाटन 25 अगस्त 1991 ई० (थिकसे खेंपो रिनपोचे) द्वारा किया गया था।

इसके ऊपर चढ़ने पर लेह शहर का एक बेहद खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है।

4.लेह-लद्दाख में घूमने की जगह – हंडर (Leh-Ladakh Me Ghumne Ki Jagah Hunder In Hindi)

यह जगह अपने यहां पाए जाने वाले दो कूबड़ वाले ऊंट (double humped camel) के लिए लद्दाख के साथ-साथ पूरे भारत देश में काफी प्रसिद्ध है। हंडर जाने के बाद आप दो कूबड़ वाले ऊंट की सवारी कर सकते हैं। इसके अलावा यहां पर एटीवी राइड (जो कि बालू पर होता है) और आर्चरी (Archery) जैसे ऐक्टिविटीज को भी एंजॉय कर सकते हैं।

Double Humped Camel Ride – ₹ 200

Atv Ride – ₹ 800

Archery – ₹ 100 (4 shots)

5.लेह लद्दाख का अद्भुत जगह – मैग्नेटिक हिल (Leh-Ladakh Ka Adbhut Jagah Maignatic Hill In Hindi)

यह लद्दाख की एक ऐसी जगह है, जहां जाने के बाद आप हैरान रह जाएंगे। वह इसलिए कि यहां पर गाड़ी को बिना स्टार्ट किए न्यूटन मोड में रोड पर खड़ा कर देने से वह अपने आप चढ़ाई की तरफ जाने लगती है। इस नजारे को अपनी आंखों से देखने और इसके रहस्य को जानने के लिए हर साल देश-विदेश से सैलानी यहां आते हैं।

अगर सही मायने में देखा जाए तो गाड़ी नीचे की तरफ जाती है, लेकिन ऑप्टिकल विजन के कारण यहां जाने वाले पर्यटकों को लगता है कि गाड़ी चढ़ाई की तरफ जा रही है।

इसी वजह से इस पर्यटक स्थल को मैंने टॉप 10 की सूची में शामिल किया है, ताकि लद्दाख ट्रीप पर जाने के बाद आप खुद इस रहस्मयी स्थान पर जा सकें एवं खुद ही एहसास करें कि वाकई में यहां पर ऐसा होता है या नहीं।

6.पैंगोंग झील की जुड़वा त्सो मोरीरी झील – (Pangong Lake Ki Judwa Tso Moriri Lake In Hindi)

इस झील को पैंगोंग झील के जुड़वा झील भी कहा जाता है, जो लद्दाख के चांगथंग क्षेत्र में स्थित है। यह झील लद्दाख के सबसे पहले रामसर साइट की सूची में शामिल होने वाला झील है। इस झील की समुद्र तल से ऊंचाई 4522 मीटर (14,836 फीट) है, जिसकी वजह से यहां पर भी ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है और यही कारण है कि यहां पर पर्यटकों की ज्यादा भीड़ नहीं होती है, जिसकी वजह से यहां का वातावरण बिल्कुल शांत रहता है।

(इन्हें भी पढ़े:- 1. सोलो vs ग्रुप राइडर लद्दाख ट्रीप

2. रोहतांग पास परमिट क्या है एवं क्यों और कैसे बनाएं)

अगर आप त्सो मोरीरी जाना चाहते हैं, तो आप अपने साथ एल्टीट्यूड सिकनेस से बचने के लिए मेडिसिन वगैरह अपने साथ लेकर जरूर जाएं, वरना आपको यहां पर ऑक्सीजन की कमी महसूस हो सकती है और आप एल्टीट्यूड सिकनेस के शिकार भी हो सकते हैं।

7.लेह-लद्दाख का पर्यटन स्थल त्सो कर झील -(Leh-Ladakh Ka Paryatan Sthal Tso Kar Lake In Hindi)

इस झील को चांगथंग क्षेत्र में स्थित होने की वजह से इसे “चांगथंग” के नाम से भी जाना जाता है। यह लद्दाख का दूसरा ऐसा झील है, जिसे रामसर साइट की सूची में शामिल किया गया है। यह झील त्सो कर (खारे पानी की झील) और स्टारत्सपुक (मीठे पानी की झील) झीलों से मिलकर बना हुआ है।

इस झील के आसपास आपको तिब्बती गजेल, तिब्बती भेड़िया और तिब्बती लोमड़ी के साथ-साथ अन्य कई जानवरों और पक्षियों की प्रजातियां भी देखने को मिलती है।

यह झील समुद्र तल से 4530 मीटर (14860 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है, जिसकी वजह से यहां जाने के बाद आपको ऑक्सीजन की कमी महसूस हो सकती है। अगर आप यहां जा रहे हैं, तो आप अपने साथ एल्टीट्यूड सिकनेस से बचने के लिए मेडिसिन वगैरह अपने साथ रखना न भूलें, वरना यहां जाने के बाद आप ऑक्सीजन की कमी महसूस कर सकते हैं और एल्टीट्यूड सिकनेस का शिकार भी हो सकते हैं।

8.लेह-लद्दाख में पर्यटन स्थल – पैंगोंग झील Leh-Ladakh Me Paryatan Sthal Pangong jhil in hindi)

Pangong Lake Ladakh
Pangong Lake Ladakh

इस झील की लंबाई 135 किमी. है जो भारत और चीन दोनों देशों में फैला हुआ है। इस झील में भारत का हिस्सा 1/3 (45 किमी.) और चीन का हिस्सा 2/3 (90 किमी.) है।

अपने रंगों को बदलने में माहिर यह झील पूरे देश में मशहूर है। इस झील का रंग नीला, लाल और कभी-कभी हरा भी दिखलाई पड़ता है।

इस झील के पास बहुत सारे फिल्मों का शूटिंग हुआ है, लेकिन 2009 में 3 इडियट मूवी फिल्म का शूटिंग होने के दौरान यह झील काफी चर्चा में आ गया और आज के समय में लद्दाख का यह झील काफी बड़ा आकर्षण का केंद्र बन चुका है।

इस झील के पानी का कहीं पर भी निकास न होने की वजह से इसका पानी खारा होता है और खारा होने के बावजूद भी सर्दियों में यह झील जम जाता है, जिसके ऊपर बाइक और कार वगैरह को आसानी से चलाया जा सकता है।

9.लेह लद्दाख का धार्मिक स्थल – डिस्किट मॉनेस्ट्री (Leh-Ladakh Ka Dharmik Sthal Diskit Monastery In Hindi)

यह मठ लद्दाख के नुब्रा वैली में स्थित डिस्किट गांव के ऊपर पहाड़ों पर बसा हुआ है, जिसे “फ्यूचर बुद्धा” के नाम से भी जाना जाता है। यह मठ करीब 350 साल पुराना हैै, जिसमें मैत्रेय बुद्ध की 106 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित है। इस मठ को नुब्रा वैली के सबसे पुराने एवं बड़े मठों में से एक माना जाता है।

इस मठ का निर्माण त्सोंग खपा के एक शिष्य चंग्ज़ेम त्सेराब जंगपो ने 14 वीं शताब्दी में करवाया था, जिसके अंदर अलग-अलग तरीके से तिब्बती चित्रकारियाँ की हुई हैं, जो देखने में काफी खूबसूरत लगती है।

इस मठ में प्रवेश करने के लिए ₹ 30 देना पड़ता है और अगर कोई व्यक्ति यहां ड्रोन उड़ाना चाहता है, तो उसे अलग से ₹ 500 देना पड़ेगा।

10.लेह-लद्दाख का आकर्षक जगह – तुरतुक गाँव (Leh-Ladakh Ka Akarshak Jagah Turtuk Village In Hindi)

इस गांव में हिंदू, मुस्लिम और बौद्ध तीनों धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं। यह गांव श्योक नदी के तट पर स्थित है, जहां जाने के बाद आपको काफी सुंदर और बेहतरीन नजारा देखने को मिलेगा।

यह भारत द्वारा 1971 ई० में पाकिस्तान से छीना गया गांव है, जो वर्तमान समय में भारत का एक हिस्सा बन चुका है।

यह गांव चारों ओर से पहाड़ों से घिरे होने के साथ-साथ श्योक नदी के तट पर बसा हुआ है, जहां जाने के बाद एक अलग ही दुनिया का एहसास होता है।

वर्तमान समय में यह गांव लद्दाख का काफी बड़ा आकर्षण का केंद्र बन चुका है, जिसे देखने के लिए हर साल देश के अलग-अलग क्षेत्रों से सैलानी यहां आते हैं।

मुझे पूर्ण आशा है कि मेरे द्वारा “लद्दाख के 10 प्रमुख पर्यटन स्थल” के बारे में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी और मैं आशा करता हूं कि लद्दाख जाने के बाद आप इन जगहों को जरूर विजिट करेंगे। तो अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो, तो आप अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और आस-पड़ोस के लोगों के साथ शेयर करें, जिससे कि हमारे अन्दर उत्साह बढ़े और हम आपको और भी नई-नई जानकारी देने की कोशिश कर सकें।

धन्यवाद।

इन्हें भी पढ़े :

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

RANDOM POSTS