मीनाक्षी मंदिर मदुरई से जुड़ी संपूर्ण जानकारी | Meenakshi Temple in Hindi

हेलो दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित मीनाक्षी मंदिर के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। यह मंदिर इस तरह से निर्मित है कि इस मंदिर के प्रत्येक भाग में आपको अलग-अलग देवी-देवताओं की खूबसूरत चित्रकारी देखने को मिल जाएंगे। यह मंदिर काफी बड़े परिसर क्षेत्र में फैला हुआ है यहां पर लोग भारत के अलग-अलग क्षेत्रों से काफी अधिक संख्या में आया करते हैं। यह मंदिर दक्षिणी भारत के प्रमुख मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर के बारे में पूरी जानकारी step-by-step नीचे दी गई है। अगर आप इस मीनाक्षी मंदिर के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते हैं, तो आप हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ें।

मीनाक्षी मंदिर के बारे में – About Meenakshi Temple in Hindi

मीनाक्षी मंदिर तमिलनाडु राज्य के मदुरई शहर के बीचो-बीच स्थित एक काफी पौराणिक मंदिर है। इस मंदिर का पूर्ण इतिहास अभी तक ज्ञात नहीं है। इस मंदिर से जुड़ी कई किंवदन्तीओ का भी जिक्र किया जाता है। यह मंदिर वैगई नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है। मीनाक्षी मंदिर मुख्य रूप से माता पार्वती और भगवान शिव को समर्पित एक हिंदू मंदिर है। इस मंदिर के बारे में पूरी जानकारी जानने के लिए आप हमारे द्वारा लिखे गए इस आर्टिकल में अंत तक बने रहिए। चलिए अब हम इस आर्टिकल में आगे की जानकारी की ओर बढ़ते हैं –

मीनाक्षी मंदिर का इतिहास – History of Meenakshi Temple in Hindi.

मीनाक्षी मंदिर भारत के तमिलनाडु राज्य के मदुरै शहर में स्थित है। यह मीनाक्षी अम्मन मंदिर मदुरई शहर के बीचो-बीच वैगई नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है। इस मंदिर का वास्तविक इतिहास पूर्ण रूप से ज्ञात नहीं है। तकरीबन 14 एकड़ के बड़े क्षेत्रों में फैला मदुरई शहर के बीचोबीच स्थित इस मीनाक्षी मंदिर को 14 वीं शताब्दी के दौरान नष्ट करने का भी प्रयास किया गया था, फिर कुछ सालों के बाद यानी कि 16 वीं और 17 वीं शताब्दी के दौरान इस मंदिर में मदुरई के नायक द्वारा पुनर्निर्माण का उत्तरदायित्व उठाया गया। इतिहासकारों के द्वारा बताया जाता है कि इस मंदिर के पुनः निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका तिरुमलाई नकार ने निभाई थी।

मीनाक्षी मंदिर की कहानी – Story of Meenakshi Temple in Hindi.

मदुरई के इस मीनाक्षी मंदिर से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं बताई जाती है जिनमें से सबसे अधिक प्रचलित कथा के बारे में बताया जाता है, कि पौराणिक समय में पांडय राजा मलयध्वज के कई यज्ञ करने के पश्चात उन्हें एक पुत्री प्राप्ति हुई, जिनका नाम राजकुमारी मीनाक्षी रखा गया। राजकुमारी मीनाक्षी को देवी पार्वती का अवतार माना जाता है और बताया जाता है कि भगवान शिव सुंदरेश्वर के रूप में मलयध्वज की बेटी राजकुमारी मीनाक्षी से विवाह रचाने के लिए प्रस्ताव लेकर आये और यह प्रस्ताव इन लोगों को पसंद आया और दोनों के रीति रिवाज के साथ विवाह करा दिया गया। दोनों लोग यहां पर कई वर्षों तक निवास भी किये थे।

मीनाक्षी मंदिर का मुख्य त्यौहार – Famous Festival of Meenakshi Temple in Hindi.

मीनाक्षी मंदिर में मुख्य त्यौहार अप्रैल और मई महीने के बीच मनाया जाता है जिसका नाम चिथिरई है। यह त्यौहार इतना धूमधाम से मनाया जाता है कि यहां पर हजारों की संख्या में भारत के अलग-अलग क्षेत्रों से लोग इस त्यौहार के समारोह में शामिल होने के लिए आया करते हैं। इस त्यौहार के दौरान यहां पर कई धार्मिक संस्कार भी किए जाते हैं जिनमें मीनाक्षी देवी का राज अभिषेक राज उत्सव के साथ साथ देवी देवताओं का विवाह जैसे धार्मिक संस्कार भी शामिल हैं। वैसे यहां पर नवरात्रि और शिवरात्रि के दौरान भी काफी भक्तों की जमाव देखी जाती है और इस समय यहां पर काफी हलचल भी रहते हैं।

मीनाक्षी मंदिर की वास्तुकला | Architecture of Meenakshi Temple in Hindi.

मदुरई में स्थित यह मीनाक्षी मंदिर द्रविड़ वास्तुकला को दर्शाता है। यह मंदिर अपने गोपुरम के लिए अधिक प्रसिद्ध है। मदुरई के मीनाक्षी मंदिर तकरीबन 14 एकड़ के बड़े क्षेत्र में फैला एक प्रसिद्ध और पौराणिक मंदिर हैं। इस मंदिर में तकरीबन हजार स्तंभ बने हुए हैं। इस मंदिर के तकरीबन हर हिस्से में यानी कि इस मंदिर के प्रवेश द्वार, खंभा, सभी स्थानों पर देवी देवताओं के छवियों को बनाया गया है। यहां पर कई टावर भी बने हुए हैं जिनमें सबसे ऊंचा टावर दक्षिणी टावर है जिसकी ऊंचाई 170 फीट है।

इस मीनाक्षी मंदिर के गर्भ गृह में कई भगवानों का अलग अलग स्वरूप जैसे विष्णु, शिव, इंद्र आदि जैसे देवी देवताओं के स्वरूपों को सुशोभित किया गया है। इस मंदिर में भगवान शिव के नटराज वाला मूर्ति तांडव करते हुए भी प्रदर्शित किया गया है। यह मंदिर इतना बड़ा है और इसकी वास्तुकला और नक्काशी इतनी खूबसूरत है कि यहां पर जाने पर एक अलग तरह के ही आनंद प्राप्त होता है। लोग यहां पर जाते हैं तो वापस आने का उनका मन ही नहीं करता है यह मंदिर इतना ज्यादा आकर्षक एवं खूबसूरत बनाया गया है।

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मीनाक्षी मंदिर के खुलने और बंद होने का समय | Opening and Closeing Time of Meenakshi Temple in Hindi.

तमिलनाडु राज्य के मुख्य शहर मदुरै में के बीचो-बच स्थित यह मिनाक्षी मंदिर प्रतिदिन सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम 7:00 बजे खोला एवं बंद किया जाता है। आप इसी बीच इस मंदिर में जाकर अपनी अर्चना और पूजा कर सकते हैं। 9:00 सुबह बजे से शाम 7:00 बजे के बीच ही इस मंदिर में सभी गतिविधियां की जाती है। इस मंदिर का खुलने एवं बंद होने का समय पूरे साल के सीजन के अनुसार थोड़ा इधर-उधर भी किया जाता है।

मीनाक्षी मंदिर का प्रवेश | Entry Fee of Meenakshi Temple in Hindi.

मदुरई शहर के बीचोंबीच स्थित इस मीनाक्षी मंदिर में किसी भी व्यक्ति को जाने के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता है। मीनाक्षी अम्मन मंदिर एक धार्मिक स्थल है इसलिए यहां पर लोग अपनी मर्जी के अनुसार बिना प्रवेश शुल्क दिए ही आ जा सकते हैं। यहां पर लोग भारत के अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा कुछ अन्य देशों से भी आया करते हैं।

मीनाक्षी मंदिर के दर्शन के लिए से जुड़े टिप्स – Tips for Visiting Meenakshi Temple in Hindi

  • इस मंदिर में जाते समय आप छोटे कपड़े पहन कर ना जाए क्योंकि यह धार्मिक स्थल है यहां पर आप अपने पूरे शरीर को ढक कर ही अंदर जाए।
  • यह एक धार्मिक स्थल है कृपया इस मंदिर में जाने से पहले जूता चप्पल बाहर ही उतार दें।
  • इस मंदिर में या इस मंदिर परिसर में आप धूम्रपान और तंबाकू का सेवन ना करें।
  • इस मीनाक्षी मंदिर में भक्तों की काफी अधिक भीड़ देखी जाती है कृपया अपने सामान की सुरक्षा करें।
  • इस मंदिर में होने वाले पूरी गतिविधियों को विस्तार के साथ देखना चाहते हैं, तो आप यहां पर त्यौहार के दौरान जाएं।

मीनाक्षी मंदिर जाने का अच्छा समय | Best Time to Visit Meenakshi Temple in Hindi.

तमिलनाडु राज्य में स्थित मीनाक्षी मंदिर को विजिट करने का अच्छा समय के बारे में बात करें तो वैसे आपको बता दें कि आप यहां पर अपने सुविधा के अनुसार आपको जब भी समय मिले आप पूरे साल में कभी भी यहां पर जा सकते हैं, लेकिन यहां पर जाने का अनुकूल समय यहां पर मनाए जाने वाले त्योहर के दौरान को माना जाता है। यहां पर मनाए जाने वाले त्यौहार के दौरान यहां पर लोग भारत के अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा कुछ अन्य देशों से भी लोग शामिल होने आया करते हैं।

मीनाक्षी मंदिर कैसे पहुंचे.? | How to Reach Meenakshi Temple in Hindi.

तमिलनाडु राज्य में स्थित तमिलनाडु के प्रमुख मंदिरों में से एक मीनाक्षी मंदिर के विजिट करने आप अगर भारत के किसी भी क्षेत्रों से जाना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि आप भारत के किसी भी क्षेत्रों से अपने यहां से काफी सरलता पूर्वक किसी भी माध्यम जैसे – वायु मार्ग, रेल मार्ग या सड़क मार्ग की सहायता से आप मथुरा के मीनाक्षी मंदिर को आसानी से विजिट कर सकते हैं।अगर हम इस मीनाक्षी मंदिर के नजदीकी एयरपोर्ट की बात करें, तो मदुरै में ही स्थित है मदुरई एयरपोर्ट। मदुरई एयरपोर्ट से मीनाक्षी मंदिर की दूरी मात्र 11 किलोमीटर हैं। आप मदुरई एयरपोर्ट से टैक्सी, ओला, ई रिक्शा की मदद से मीनाक्षी मंदिर काफी सरलता पूर्वक पहुंच सकते हैं।

इसके अलावा अगर हम मीनाक्षी मंदिर रेलवे मार्ग से पहुंचने के बारे में बात करें तो भी आप काफी सरलता पूर्वक से मीनाक्षी मंदिर पहुंच सकते हैं क्योंकि मीनाक्षी मंदिर से 1.3 किलोमीटर की दूरी पर ही मदुरई रेलवे स्टेशन है, जहां के लिए आपको भारत के कई मुख्य बड़े बड़े शहरों से डायरेक्ट ट्रेन की सुविधा आसानी से मिल जाती है।

इसके अलावा अगर आप सड़क मार्ग से भी मीनाक्षी अम्मन मंदिर आना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि मदुरै तमिलनाडु का मुख्य शहर में से एक हैं। यह कई नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है जिसकी मदद से भारत के किसी भी क्षेत्र के सड़क मार्ग से आसानी से मदुरई की मीनाक्षी मंदिर तक पहुंच सकते हैं। इस तरह आप अपने यहां से तमिलनाडु राज्य में स्थित मदुरई शहर के बीचो बीच स्थित इस मीनाक्षी मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते हैं।

भारत के तमिलनाडु राज्य के मदुरै शहर के बीचो बीच स्थित मीनाक्षी मंदिर के बारे में, मीनाक्षी मंदिर से जुड़ी जानकारियों के बारे में हमारा यह आर्टिकल आपको पसंद आया हो तो आप इसे दूसरे लोगों के साथ भी शेयर जरूर करें ताकि उन्हें भी इस मंदिर से जुड़ी जानकारी प्राप्त हो सके। एक बात और अगर आप हमें मदुरई के इस मीनाक्षी मंदिर से जुड़ी अपडेट या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं ताकि हम उसे अपने आर्टिकल में भी स्थान दे सके।

धन्यवाद

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