Solo vs Pillion Rider Ladakh Trip | Ladakh Trip Solo vs Pillion Rider In Hindi.

अगर आप लद्दाख ट्रीप पर सोलो या फिर पिलीयन राइडर के साथ जाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आप लद्दाख ट्रीप पर सोलो और पिलीयन राइडर के साथ जाने में होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में अच्छी तरह से जान लें, क्योंकि लद्दाख ट्रीप पर जाने से पहले आपको यह जान लेना बेहद जरूरी है। तो चलिए जानते हैं लद्दाख ट्रीप पर सोलो और पिलीयन राइडर के साथ राइड करके जाने के फायदे और नुकसान के बारे में-

लद्दाख ट्रीप सोलो राइड करना लोग क्यों पसंद करते हैं?

अधिकतर लोगों का सोलो राइड पसंद करने का कारण यह है कि उन लोगों को अपने मन के अनुसार कहीं पर भी जाना, रुकना, खाना-पीना, अनजान लोगों से बातचीत करना, कहीं पर भी टेंट लगाकर कैम्पिंग करना और खाना बनाकर खाने का आनंद लेना बेहद पसंद होता है।

कुछ लोग इसलिए भी सोलो राइड करना पसंद करते हैं, क्योंकि वे लोग जानना चाहते हैं कि एडवेंचर के लिए पूरे देश में मशहूर लद्दाख ट्रिप पर सोलो राइड करके जाने से क्या-क्या समस्याएं हो सकती है और हम उन समस्याओं को खुद से कितने हद तक समाधान सकते हैं, क्योंकि वे लोग अपनी और अपनी बाइक पर आने वाली समस्याओं को समाधान करने के बाद उस खुशी को एंजॉय करना चाहते हैं, जो उन्हें किसी समस्या को समाधान करने पर मिलती है।

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लद्दाख ट्रीप पर लोग पिलीयन राइडर के साथ जाना क्यों पसंद करते है?

लद्दाख ट्रीप पर जाने से पहले कुछ लोग इस बात से डरते हैं कि उनके साथ कोई बड़ा घटना ना हो जाए, जिसकी वजह से वे लोग पिलियन राइडर के साथ लद्दाख ट्रीप पर जाना पसंद करते हैं। उनका डरना भी स्वाभाविक तौर पर गलत नहीं है, क्योंकि इसमें कोई शक नहीं है कि लद्दाख के रास्ते खतरनाक के साथ-साथ एडवेंचर से भरा पड़ा है और पहली बार लद्दाख ट्रिप पर जाने के लिए आपको किसी ग्रुप या फिर पिलियन राइडर के साथ ही लद्दाख ट्रिप पर जाना चाहिए।

लद्दाख ट्रीप पर सोलो राइड करके जाने के क्या-क्या फायदे हैं?

लद्दाख ट्रीप पर सोलो राइड करके जाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपने मन के खुद मालिक होते हैं। यानि कि आपको किसी दूसरे व्यक्ति के अनुसार नहीं चलना पड़ेगा। आपको कहां जाना है, क्या करना है, क्या खाना है और कहां रुकना है, ये सब आपको ही तय करना है।

लद्दाख ट्रीप पर पिलीयन के साथ राइड करके जाने के क्या-क्या फायदे हैं ?

लद्दाख ट्रीप पर पिलीयन के साथ राइड करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर आपको कुछ होता है या आपके बाइक में कोई भी दिक्कत आती है, तो आपके साथ जाने वाला व्यक्ति आपकी ज्यादा नहीं तो थोड़ी-बहुत मदद तो कर ही सकता है। अगर आपके मुसीबत में कोई आपके साथ होता है, तो आपके अंदर भी थोड़ी बहुत हिम्मत बनी रहती है।

लद्दाख ट्रीप पर पिलीयन के साथ राइड करने का दूसरा फायदा यह है कि लद्दाख ट्रीप को सोलो राइड करके जाने में आपका जितना बजट आता है, उससे बहुत कम बजट में आप पिलीयन के साथ राइड करके लद्दाख ट्रीप को कंप्लीट कर सकते हैं।

लद्दाख ट्रीप पर पिलीयन के साथ राइड करने का तीसरा फायदा यह है कि आप किसी सुनसान जगह में भी अपना टेंट लगाकर रात गुजार सकते हैं, क्योंकि दो लोग रहने पर आपको किसी भी तरह की डर या फिर कोई परेशानी नहीं होगी।

लद्दाख ट्रीप पर पिलीयन के साथ राइड करने का चौथा फायदा यह है कि आप अपने प्लान के अनुसार लद्दाख के सभी जगहों पर घूमने के बावजूद भी लद्दाख के किसी नए जगह पर घूमने जा सकते हैं, क्योंकि कभी-कभी ऐसा भी होता है कि दो लोग रहने पर कोई नया प्लान बनने में देर नहीं लगती है।

लद्दाख ट्रीप पर पिलीयन के साथ राइड करने का पांचवा फायदा यह है कि लद्दाख में छोटे-मोटे नालों को पार करते समय वह पिलियन राइडर आपकी बाइक को धक्का लगाने में आपकी मदद कर सकता है।

लद्दाख ट्रीप पर पिलीयन के साथ राइड करने का छठवां फायदा यह है कि आप सिर्फ मंजिल ही नहीं, बल्कि रास्तों में आने वाले खूबसूरत वादियों को भी आनन्द लेते हुए जाएंगे, क्योंकि अगर आप लद्दाख ट्रीप पर सोलो राइड करके जाएंगे, तो कुछ बाइक राइडर्स बाइक चलाने में ही व्यस्त रहते हैं, लेकिन अगर आप लद्दाख ट्रीप पर किसी पिलीयन राइडर के साथ जा रहे हैं, तो वह व्यक्ति आपको रास्तों में आने वाले खूबसूरत नजारों से भी अवगत कराता रहेगा।

लद्दाख ट्रीप पर सोलो राइड करके जाने के क्या-क्या नुकसान है?

लद्दाख ट्रीप पर सोलो राइड करके जाने का पहला नुकसान यह है कि आपको अगर कोई एक्सीडेंट वगैरह होता है या आपके बाइक में कोई भी दिक्कत आती है, तो आपको वहां पर किसी अनजान व्यक्ति का सहारा लेना पड़ सकता है, क्योंकि अगर आप अकेले हैं, तो आप अपने आप को खुद से बेटर तरीके से नहीं संभाल सकेंगे और आपको किसी दूसरे व्यक्ति का सहारा लेना ही पड़ेगा। और अगर आपको किसी सुनसान जगह में कोई परेशानी आती है, तो आपको वहां पर किसी दूसरे व्यक्ति का काफी समय तक इंतजार भी करना पड़ सकता है।

(इन्हें भी पढ़े:- 1. लद्दाख ट्रिप पर जाने से पहले कौन-कौन सी बातों को ध्यान में रखना चाहिए

2. मनाली की यात्रा कैसे करें |)

अगर सही मायने में देखा जाए तो हिमाचल प्रदेश और लद्दाख के लोग इतने अच्छे और मदद करने वाले होते हैं कि अगर आपको कोई भी परेशानी होती है, तो वेलोग आपके उस परेशानी को समाधान करने के लिए हमेशा आपके साथ खड़े मिलेंगे, भले ही उन्हें थोड़े बहुत काम ही क्यों न हो, क्योंकि वेलोग अपने यहां जाने वाले पर्यटकों को भगवान से भी बढ़कर मानते हैं।

लद्दाख ट्रीप पर सोलो राइड करके जाने का दूसरा नुकसान यह है कि आपका बजट थोड़ा ज्यादा हो सकता है, क्योंकि पिलीयन के साथ जाने पर रूम और पेट्रोल का खर्च लगभग 1/2 हो जाता है और अगर आप लद्दाख ट्रीप पर सोलो ट्रैवल करके जाएंगे, तो रूम और पेट्रोल वगैरह का सारा पैसा आपको ही चुकाना पड़ेगा।

लद्दाख ट्रीप पर सोलो राइड करके जाने का तीसरा नुकसान यह है कि अगर आप लद्दाख ट्रीप पर सोलो राइड करके जाते हैं, तो आप कहीं पर भी अपना टेंट लगाकर रात नहीं बीता सकते हैं, क्योंकि लद्दाख में सभी जगहों पर जानवर वगैरह को लेकर अकेले टेंट लगाकर रात में कैम्पिंग करना सही नहीं रहता है।

लद्दाख ट्रीप पर पिलीयन के साथ राइड करके जाने के क्या-क्या नुकसान है?

लद्दाख ट्रीप पर पिलीयन के साथ राइड करने का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि बाइक पर समान होने की वजह से आपलोगों को बैठने में थोड़े बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है और इसके अलावा लद्दाख ट्रिप पर पीलियन राइडर के साथ जाने पर कोई भी दूसरा नुकसान नहीं है।

अगर आप लेह या सोनमर्ग पहुंचकर वहाँ से बाइक रेंट करके अपनी लद्दाख ट्रिप की शुरुआत करते हैं, तो उस case में आपको ज्यादा तकलीफ नहीं होगी, क्योंकि अगर आप लेह या सोनमर्ग बस या फ्लाइट से जाते हैं, तो आपके पास ज्यादा समान नहीं होता है, जिसकी वजह से आपको किसी पिलियन राइडर के साथ बाइक ड्राइव करने में ज्यादा तकलीफ नहीं होगी।

My opinion –

अगर आप लद्दाख ट्रीप पर पहली बार जा रहे हैं, तो आप किसी ग्रुप के साथ ही लद्दाख ट्रीप पर जाएं। अगर आप पिलीयन राइडर के साथ लद्दाख ट्रीप पर जा रहे हैं, तो आपके पास एक अच्छी बाइक (300cc या उससे अधिक) होनी चाहिए और साथ ही आप दोनों लोगों को अच्छी तरह से बाइक चलानी आनी चाहिए, क्योंकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि लद्दाख के रास्ते भारत के सबसे खतरनाक रास्ते के साथ-साथ एडवेंचर से भरा पड़ा है। लद्दाख में किसी पिलियन राइडर के साथ अकेले राइड करके जाने में आपको काफी परेशानी भी हो सकती है।

मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो, तो आप इस जानकारी को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और आसपास के लोगों के साथ शेयर करें, ताकि वे लोग भी लद्दाख ट्रिप पर जाने से पहले इस जानकारी के बारे में अच्छी तरह से जान सकें।

अगर इस पोस्ट से संबंधित आपका कोई भी सवाल हो, तो हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं। मैं आपको जवाब देने की कोशिश जरूर करूंगा।

धन्यवाद।

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