हेलो दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम विवेकानंद रॉक मेमोरियल के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। विवेकानंद रॉक मेमोरियल भारत के सबसे दक्षिणतम बिंदु कन्याकुमारी के एक मुख्य पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। वैसे तो कन्याकुमारी एक छोटा सा दीप है, लेकिन यहां से दिखने वाला दृश्य इतना आकर्षक होता है कि लोग यहां पर काफी अधिक संख्या में भारत के अलग – अलग क्षेत्रों से घूमने के लिए आया करते हैं। अगर आप भी विवेकानंद रॉक मेमोरियल के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें ताकि आपको विवेकानंद रॉक मेमोरियल से सभी जुड़ी जानकारी प्राप्त हो सके –
विवेकानंद रॉक मेमोरियल के बारे में – About Vivekananda Rock Memorial in Hindi.
विवेकानंद रॉक मेमोरियल भारत देश के सबसे दक्षिणतम बिंदु कन्याकुमारी में समुद्री तट से घिरा हुआ है। रॉक मेमोरियल के बारे में बताया जाता है यहीं पर स्वामी विवेकानंद 1892 ईसवी में आए थे और यहां पर उन्होंने साधना भी किया था जिसके उपरांत उन्हें लक्ष्य की प्राप्ति हुई थी। इस विवेकानंद रॉक मेमोरियल को विजिट करने लोग काफी अधिक संख्या में भारत के अलग-अलग क्षेत्रों से आया करते हैं। इस रॉक मेमोरियल से जुड़ी पूरी जानकारी स्टेप बाय स्टेप नीचे दी गई है कृपया आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा अंत तक जरूर पढ़े ताकि आपको रॉक मेमोरियल से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त हो सके। तो चलिए अब हम अपने आर्टिकल में आगे जानकारी की ओर बढ़ते हैं –
विवेकानंद रॉक मेमोरियल का इतिहास – History of Vivekananda Rock Memorial in Hindi.
विवेकानंद रॉक मेमोरियल भारत के सबसे दक्षिणतम बिंदु कन्याकुमारी में एक स्मारक और लोकप्रिय पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। इस विवेकानंद रॉक मेमोरियल का स्थापना विवेकानंद रॉक मेमोरियल कमेटी द्वारा करवाया गया था। इस विवेकानंद रॉक मेमोरियल को बनाने में तकरीबन 6 साल का समय लगा था और अंततः 2 सितंबर 1970 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरी द्वारा इसका उद्घाटन करवाया गया था।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल का निर्माण स्वामी विवेकानंद के सम्मान में करवाया गया है। कहा जाता है कि स्वामी विवेकानंद यहीं पर मेडिटेशन करते थे। भारत के सबसे दक्षिणतम पॉइंट कन्याकुमारी से जुड़ी विवेकानंद के बारे में बताया जाता है कि वह 1892 में यहां पर आए थे पर यहीं पर सुनसान स्थान पर अपना साधना किया और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मार्गदर्शन उनको मिला। श्रीपाद मंडपम ने एक अध्यक्ष का और एक संग्रहालय है जहां पर आप जाने के उपरांत स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके कार्यों के बारे में देखा और जाना जा सकते हैं।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल की वास्तुकला – Architecture of Vivekananda Rock Memorial in Hindi.
विवेकानंद रॉक मेमोरियल स्मारक की वास्तुकला दो प्रमुख खंडों में विभाजित है। एक को विवेकानंद मंडपम और दूसरा को श्रीपाद मंडपम खंड के रूप में जाना जाता है। ध्यान मंडपम एक शासन कमरों वाला ध्यान कक्षा जबकि सभा मंडपम एक असेंबली हॉल है। श्रीपाद मंडपम वर्गाकार हॉल है, इसमें कई खंड बने हुए हैं जिनमें दो कमरे वाला गलियारा, खुले आंगन और संयुक्त सभा हॉल शामिल हैं। विवेकानंद रॉक मेमोरियल को लाल और नीले ग्रेनाइट से बनाया गया है। स्वामी विवेकानंद रॉक मेमोरियल के उद्घाटन 1970 ईस्वी के दौरान किया गया था। वर्तमान समय में यह पर्यटकों को अपनी ओर काफी अधिक संख्या में भारत के सभी क्षेत्रों से आकर्षित कर खींच लाता है।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल का खुलने एवं बंद होने का समय – Opening and Closeing Time of Vivekananda Rock Memorial in Hindi.
विवेकानंद रॉक मेमोरियल का खुलने एवं बंद होने का समय के बारे में बात करें तो, यह पूरे सप्ताह सुबह 8:00 बजे खुलता है एवं शाम 4:00 बजे बंद हो जाता है। आप अगर इस विवेकानंद रॉक मेमोरियल को विजिट करना चाहते हैं, तो इसी समय के बीच आप यहां पर पहुंचे।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल का प्रवेश शुल्क – Entry Fee of Vivekananda Rock Memorial in Hindi.
विवेकानंद रॉक मेमोरियल में प्रवेश करने के लिए प्रवेश शुल्क के रूप में कुछ चार्ज भी देना पड़ता है यह चार्ज प्रति व्यक्ति ₹20 लगता है। ₹20 का टिकट लेकर आप इस विवेकानंद रॉक मेमोरियल में प्रवेश कर सकते हैं और यहां का खूबसूरत नजारा देख सकते हैं। इसके अलावा अगर आप फेरी करना चाहते हैं तो आपको उसके लिए अलग से चार्ज देने होते हैं।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल जाने का अच्छा समय – Best Time to Visit Vivekananda Rock Memorial in Hindi.
विवेकानंद रॉक मेमोरियल घूमने जाने के बारे में बात करें तो आप यहां पर अपनी सुविधा के अनुसार पूरे साल में जब भी चाहे तब भी घूमने जा सकते हैं, लेकिन यहां पर गर्मी का मौसम के दौरान तापमान में अधिक बढ़ोतरी के कारण काफी कम लोग ही इस रॉक मेमोरियल को विजिट करना पसंद करते हैं। इसके अलावा वर्षा ऋतु के कारण भी यहां पर लोग जाने से कतराते हैं क्योंकि समुद्री तट के पास में स्थित है। यहां पर अधिकतर लोग अक्टूबर से मार्च माह के बीच के समय में ही जाने के लिए चुनाव करते हैं और यही समय भी इस विवेकानंद रॉक मेमोरियल को विजिट करने का अनुकूल समय भी माना जाता है।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल कैसे पहुंचे.? – How to Reach Vivekananda Rock Memorial in Hindi.
विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचने के बारे में बात करें तो आप यहां पर अपनी सुविधा के अनुसार जिस भी माध्यम जैसे – वायु मार्ग, रेल मार्ग या सड़क मार्ग का चुनाव कर आप जाना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि आप काफी आसानी से रॉक मेमोरियल पहुंच सकते हैं।
कन्याकुमारी में स्थित इस विवेकानंद रॉक मेमोरियल को विजिट करने जाने के बारे में बात करें तो इसके नजदीक की मुख्य रेलवे स्टेशन कन्याकुमारी रेलवे स्टेशन है।
इसके अलावा इस विवेकानंद रॉक मेमोरियल के नजदीक की मुख्य एयरपोर्ट त्रिवेंद्रम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जहां से कन्याकुमारी तकरीबन 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
इसके अलावा आप यहां पर सड़क मार्ग द्वारा भी काफी आसानी से पहुंच सकते हैं। कन्याकुमारी के लिए भारत के मुख्य शहर जैसे – मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई जैसे बड़े शहरों से डायरेक्ट ट्रेन, फ्लाइट या बसे भी संचालित होती है, जिनकी मदद से आप काफी सरलता पूर्वक कन्याकुमारी पहुंच सकते हैं।
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