विशाखापट्टनम में घूमने की जगह | Visakhapatnam Tourist Places In Hindi.

इस पोस्ट में मैं विशाखापट्टनम में घूमने की जगह के बारे में जानकारी देने वाला हूं। आंध्र प्रदेश में स्थित विशाखापट्टनम काफी बड़ा शहर है, जहां पर देश के विभिन्न शहरों से पहुंचना काफी आसान है, क्योंकि इस शहर में आपको एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड भी देखने को मिल जाएगा, जो देश के काफी सारे शहरों से जुड़ा हुआ है। आइए अब जानते हैं विशाखापट्टनम में घूमने की जगह के बारे में-

नरसिम्हा मंदिर – विशाखापट्टनम से करीब 20 किमी. की दूरी पर स्थित यह मंदिर श्री विष्णु अवतार नरसिम्हा जी का है, जो विशाखापट्टनम और इसके आसपास के क्षेत्रों को विजिट करने आने वाले सभी पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। इस मंदिर के बारे में मैंने अलग से एक पोस्ट तैयार किया है, जहां पर जाने, दर्शन करने व अन्य सभी जरूरी चीजों की चर्चा पूरे विस्तार से किया गया है। इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद आप नरसिम्हा जी के मंदिर से संबंधित सभी चीजों के बारे में नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके जान सकते हैं।

इन्हें भी देखें:- नरसिम्हा मंदिर विशाखापट्टनम।

आर के बीच और ऋषिकोंडा बीच – विशाखापट्टनम शहर से करीब किमी दूर स्थित इन दोनों बीच की दूरी करीब 10 किमी की पड़ जाती है। आर के बीच का पूरा नाम राम कृष्ण बीच है, जहां जाने पर आप एक चीज का ध्यान जरूर रखें कि इस बीच में आप स्नान नहीं कर सकते हैं, क्योंकि इस बीच में स्नान करना पूरी तरह से वर्जित है।

आईएनएस कुरसुरा – आईएनएस कुरसूरा वही जहाज है, जिसने पाकिस्तानी जहाज पर अटैक किया था। इस स्थान पर आपको आईएनएस कुरसुरा का म्यूजियम देखने को मिलेगा, जहां जाकर आप वहां के बारे में अच्छे से जान सकते हैं और एंजॉय कर सकते हैं।

कैलाशगिरि – राम कृष्ण बीच से कैलाशगिरि की दूरी करीब 7-8 किमी. है। कैलाशगिरि नामक स्थान पर भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती जी की मूर्तियां स्थापित हैं, जिनके दर्शन वहां जाकर आप कर सकते हैं। भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती जी के दर्शन करने के लिए रोपवे की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा कैलाशगिरि को आप टॉय ट्रेन के माध्यम से भी एक्सप्लोर कर सकते हैं। कैलाशगिरि के पास में ही एक एक छोटा-सा पार्क है, जहां पर कई सारी एडवेंचर एक्टिविटी कराई जाती है।

लाइट हाउस – राम कृष्ण बीच से मात्र 1-2 किमी. की दूरी पर स्थित लाइट हाउस भी सैलानियों के लिए काफी अच्छा पर्यटन स्थल है। यह लाइट सिर्फ पूरे 24 घंटे में दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक सिर्फ दो घंटे ही ओपन रहता है। लाइट हाउस जाने के लिए आंध्रप्रदेश की सरकारी बस बहुत ही कम मिलती है, इसलिए आपको ऑटो के माध्यम से ही लाइट हाउस को विजिट करने जाना चाहिए।

अगर आप लाइट हाउस जाना चाहते हैं, तो आप दोपहर के 3-4 बजे तक लाइट हाउस चले जाएं।

इंदिरा गांधी जूलॉजिकल पार्क – आर के बीच से मात्र 8 किमी. दूर स्थित यह पार्क काफी बड़ा है, जिसमें आपको बहुत सारे जानवर देखने को मिल जाएंगे। अगर आप इस जूलॉजिकल पार्क को विजिट करते हैं, तो आपको इस पार्क को विजिट करने में करीब 3-4 लग जाएंगे, क्योंकि यह पार्क काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है।

डॉल्फिन नोज – डॉल्फिन नोज एक छोटा-सा हिल स्टेशन की तरह है, जहां का नजारा बेहद आकर्षक होता है। अगर आप मानसून में डॉल्फिन नोज को विजिट करने जाते हैं, तो आपको वहां की खूबसूरती अत्यधिक प्रभावित करेगी, क्योंकि मानसून के समय डॉल्फिन नोज की खूबसूरती चरम सीमा पर होती है।

आर्कू वैली – विशाखापट्टनम शहर से करीब 135 किमी. दूर आर्कू वैली भी एक बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल है, जिसके अंदर लगभग 6-7 छोटे-छोटे पर्यटन स्थल हैं। अगर आपके पास आपकी फैमिली या आपके दोस्त लोग हैं, तो आप टैक्सी बुक करके आर्कू वैली को विजिट कर सकते हैं। टैक्सी के द्वारा विशाखापट्टनम से आर्कू वैली जाने और वापस लौटने का किराया करीब ₹ 5000-6000 होता है और वहीं अगर आप अकेले हैं, तो आप आंध्रप्रदेश की सरकारी बस के माध्यम से आर्कू वैली को विजिट करने जा सकते हैं।

विशाखापट्टनम से आर्कू वैली जाने वाली आंध्रप्रदेश की सरकारी बस का किराया करीब ₹ 1450-1500 रहता है, और इसी किराए में आपको ब्रेकफास्ट के साथ-साथ लंच और मिनरल वाटर की सुविधा भी निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती है। अगर आप सरकारी बस से आर्कू वैली जाने का प्लान करते हैं, तो ये बस आपको सुबह 7 बजे ही विशाखापट्टनम से पिक अप कर लेगी। आंध्रप्रदेश के इन बसों की बुकिंग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से हो जाती है।

यानी कि अगर आप आंध्रप्रदेश की सरकारी बस के माध्यम से आर्कू वैली को विजिट करने जाते हैं, तो आपको सिर्फ उन पर्यटन स्थलों का एंट्री टिकट ही देना पड़ेगा। बाकी सारी चीजें बस के किराए में ही शामिल रहेगी।

विशाखापट्टनम में घूमने की जगह से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं।

धन्यवाद।

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