भारत का सबसे उत्तरी गांव थांग | थांग गाँव | India’s Most Northern Village Thang In Hindi.

क्या आप जानते हैं कि भारत का सबसे उत्तरी गांव कौन-सा है। अगर नहीं, तो आज मैं आपको इसी गांव के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं, जो पहले कभी पाकिस्तान में हुआ करता था, लेकिन वर्तमान समय में यह भारत का सबसे उत्तरी गांव है। तो चलिए जानते हैं इस भारत का सबसे उत्तरी गांव थांग के बारे में-

भारत का सबसे उत्तरी गांव-

थांग भारत और पाकिस्तान के सीमा पर बसा हुआ एक बेहद खूबसूरत गांव है। इस गांव के बगल से ही श्योक नदी निकलती है, जो इस गांव की खूबसूरती बढ़ाते हुए गिलगिट बल्तिस्तान (जो वर्तमान समय में पाकिस्तान में है) में चली जाती है और वहां जाकर सिंधु नदी में मिल जाती है।

थांग गांव के इतिहास के बारे में समपूर्ण जानकारी-

1947 के भारत-पाक बँटवारे से पहले थांग सहित अन्य तीन गांव तुरतुक, त्याक्षि और चलुंका भारत में ही बसा हुआ था, लेकिन 1947 में भारत-पाक बँटवारे के बाद ये चारों गांव पाकिस्तान के में चला गया।

24 सालों के बाद 1971 में भारत-पाक के बीच युद्ध हो गया एवं फिर से इन चारों गांव पर भारत ने कब्जा कर लिया और तब से ये चारों गांव भारत के ही हिस्से बने हुए हैं।

थांग गांव के लोगों की मुख्य भाषा क्या है?

इस गांव की जनसंख्या बहुत ही कम है। इस गांव में अधिकतर मुस्लिम लोग निवास करते हैं। यहां के लोग बात करने के लिए ज्यादातर बाल्ती और उर्दू भाषा का उपयोग करते हैं, लेकिन इन्हें हिंदी भाषा का भी ज्ञान है।

नोट:- बाल्ती भाषा गिलगिट बाल्तिस्तान में बोली जाने वाली भाषा है।

थांग गांव के लोगों के पास उनके कमाई का मुख्य साधन क्या है?

इस गांव का मुख्य फसल जौ है एवं यहां सेब (apple), खुबानी (apricot) और अखरोट (nut) के बहुत सारे पेड़ है, इसलिए वे लोग कृषि के साथ-साथ अपने यहां होने वाले फलों की देख-भाल करते हैं और उन फलों को बेचकर वे लोग अपने परिवार वालों का भरण-पोषण करते हैं। यही उनकी कमाई का एकमात्र साधन है।

थांग गांव से भारत-पाक सीमा की दूरी कितनी है?

थांग गांव से मात्र 2.2 किमी. की दूरी पर भारत-पाक का सीमा है, जहां से पाकिस्तान शुरू हो जाता है। यानि कि अगर आप थांग जाते हैं, तो आपको भारत-पाक सीमा से 2.2 किमी. पहले तक जाने की अनुमति दी जाएगी, जहां से आप बाड़, भारतीय सेना बंकर, पाकिस्तानी सेना बंकर और आसपास के खूबसूरत नजारे को भी देख सकते हैं।

क्या थांग गांव के अंदर पर्यटकों को जाने की अनुमति दी जाती है?

नहीं, यह गांव भारत-पाक के सीमा पर स्थित है, जिसकी वजह से इस गांव के अंदर पर्यटकों को जाने की अनुमति नहीं मिलती है। थांग जाने वाले पर्यटक गांव के बगल में जा सकते हैं, जहां से 2.2 किलोमिटर (2.2 km) की दूरी पर भारत-पाक की सीमा स्थित है और उसके बाद पाकिस्तान शुरू हो जाता है।

क्या हम थांग जाने के बाद वहां का फोटो और वीडियो वगैरह शूट कर सकते हैं?

हां बिल्कुल, थांग जाने के बाद भारतीय सेना आपको फोटो और वीडियो शूट करने की अनुमति दे देते हैं। यहां पर आपको कुछ जेंटलमैन भी मिलेंगे, जो आपको बाड़, भारतीय सेना बंकर, पाकिस्तानी सेना बंकर आदि को दिखाने और समझाने में आपकी मदद करेंगे।

लेह शहर से थांग की दूरी कितनी है?

लेह से थांग की दूरी लगभग 210 किमी. है. जहां जाने में आपको करीब 5 घंटे लग सकते हैं। त्याक्षी गांव से थांग बिल्कुल साफ-साफ नजर आता है।

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धन्यवाद !

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