भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी शहर से तकरीबन 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह सारनाथ पौराणिक समय से ही एक आदर्श स्थान बना हुआ है। सारनाथ पर्यटन स्थल के साथ-साथ धार्मिक स्थल के लिए भी जाना जाता है। सारनाथ में ही बौद्ध धर्म एवं जैन धर्म से जुड़ी मंदिरे स्थापित हैं। सारनाथ को विजिट करने लोग भारत देश के अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा विदेश जैसे – चीन तिब्बत थाईलैंड आदि जैसे देशों से आया करते हैं। सारनाथ ही वह जगह है जहां पर सर्वप्रथम गौतम बुद्ध ने अपना उपदेश दिया था।
सारनाथ में कई पौराणिक स्मारक और स्तूप बने हुए हैं। सारनाथ में बने पौराणिक स्तूपो में अधिकतर सम्राट अशोक के द्वारा बनवाया गया है। सारनाथ को पौराणिक समय में सारंगनाथ के नाम से भी जाना जाता था।
हेलो दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी शहर के पास स्थित सारनाथ में स्थित प्रमुख पर्यटन स्थल और धार्मिक स्थल के बारे में जानने वाले हैं। सारनाथ में स्थित पर्यटन स्थल और धार्मिक स्थल को विजिट करने लोग भारत के अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा विदेशों से भी काफी अधिक संख्या में आया करते हैं। सारनाथ के खूबसूरत पर्यटन स्थल के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। चलिए अब हम इस आर्टिकल में आगे की ओर बढ़ते हैं।
सारनाथ के लोकप्रिय पर्यटक स्थल – Sarnath Famous Tourist Places in Hindi
सारनाथ जो कि वाराणसी शहर से तकरीबन 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यहां पर कई खूबसूरत घूमने की जगह के साथ-साथ धार्मिक स्थल भी है। आज के इस आर्टिकल में हम सारनाथ के कुछ प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थल के बारे में जानने वाले हैं जिसकी वजह से सारनाथ के लोकप्रियता काफी वर्तमान समय में भी बनी हुई है।
तिब्बती मंदिर सारनाथ – Tibetan Temple
सारनाथ में स्थित धार्मिक स्थलों में से एक धार्मिक स्थल को तिब्बती मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह तिब्बती मंदिर सारनाथ का प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में भी जाना जाता है। यह तिब्बती मंदिर बौद्ध धर्म से जुड़ी हुई हैं। इस मंदिर में गौतम बुद्ध की मूर्ति को भी स्थापित किया गया है। सारनाथ में स्थिति बौद्ध धर्म से जुड़ी इस तिब्बती मंदिर को विजिट करने लोग भारत के अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा चीन, जापान, थाईलैंड और तिब्बत से काफी अधिक संख्या में आया करते हैं।
थाई मंदिर सारनाथ – Thai Temple Sarnath
उत्तर प्रदेश के सारनाथ में स्थित थाई मंदिर को थाई समुदाय के लोगों द्वारा निर्मित करवाया गया था। सारनाथ में स्थित थाई मंदिर में थाईलैंड की झलक भी देखने को मिल जाती है। यह थाई मंदिर सारनाथ में स्थित प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। इस थाई मंदिर को विजिट करने काफी अधिक संख्या में विदेशी लोग आया करते हैं। शांत वातावरण और हरा-भरा वातावरण से घिरा यह थाई मंदिर देखने में काफी ज्यादा आकर्षक लगता है।
डियर पार्क –
सिंहपुर गांव में स्थित यह डियर पार्क सारनाथ से तकरीबन 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सारनाथ का एक काफी लोकप्रिय स्थानों में से एक माना जाता है। इस डियर पार्क मे बर्ड लाइफ भी देखी जा सकती हैं। यह डियर पार्क वैसे लोगों को अधिकतर पसंद आती हैं, जो अपने जीवन के भाग दौड़ जिंदगी से कुछ समय निकालकर एकांत में शांत वातावरण में कुछ समय व्यतीत करना चाहते हैं।
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पुरातत्व संग्रहालय सारनाथ –
सारनाथ में स्थित धार्मिक स्थल के साथ-साथ पर्यटन स्थल के सूची में शामिल एक पुरातत्व संग्रहालय भी शामिल है। सारनाथ में स्थित इस पुरातत्व संग्रहालय को 1910 ईस्वी के दौरान निर्मित किया गया था। सारनाथ पहुंचने के उपरांत आप इस पुरातत्व संग्रहालय में कई पौराणिक कलाकृतियों एवं वस्तुओं को देख सकते हैं। इस पुरातत्व संग्रहालय को विजिट करने के उपरांत आज के लोग भी पुराने समय के कलाकृतियों के साथ-साथ वस्तुओं से अवगत हो पाते हैं।
चौखड़ी स्पुत सारनाथ –
चौखंडी स्तूप सारनाथ में स्थित बौद्ध धर्म से जुड़ी प्रमुख स्थल के रूप में जाना जाता है। सारनाथ में स्थित चौखंडी स्तूप के पास पर्यटक काफी अधिक संख्या देखे जाते हैं। चौखंडी स्तूप को बौद्ध धर्म के उदय के लिए बहुत बड़ा महत्वपूर्ण माना जाता है। इस चौखंडी स्तूप को लेकर ऐसा माना जाता है कि इसे सीढियों वाला मंदिरों के रूप में विकसित किया गया था।
धमेख स्तूप सारनाथ –
धमेख स्तूप सारनाथ में स्थित एक ऐसा वस्तु है जिसमें ना तो कोई खिड़की है और ना ही कोई दरवाजा। सारनाथ का स्तूप सारनाथ डीअर पार्क में स्थित है। यह स्तंभ आकृति में गोलाकार है। गोलाकार धमेख स्तूप को भगवान गौतम बुध से जोड़कर देखा जाता है। सारनाथ में स्थित इस धमेख स्तूप को ईंटों से निर्मित करवाया गया है।
धर्मराजिका स्तूप –
वाराणसी शहर से तकरीबन 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सारनाथ के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक धर्मराजिका स्तूप एक पौराणिक स्तूप है। धर्मराजिका स्तूप को सम्राट अशोक के द्वारा निर्मित करवाया गया था। सम्राट अशोक के निर्मित करवाने के पश्चात धर्मराजिका स्तूप में कई बार परिवर्तन किया गया है।
अशोक स्तंभ सारनाथ –
सारनाथ में स्थित अशोक स्तंभ वही स्तंभ है जिसे भारत का राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में जाना जाता है। यह अशोक स्तंभ सम्राट अशोक के द्वारा देश के विभिन्न भागों में निर्मित अनेकों स्तंभों में से एक है। सारनाथ में स्थित अशोक स्तंभ में चार शेर दहाड़ते हुए एक दूसरे से पीठ सटाए बैठे हुए हैं। यह अशोक स्तंभ वर्तमान समय में सारनाथ के संग्रहालय में रखा गया है।
सारनाथ घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Sarnath In Hindi.
सारनाथ घूमने आप अपनी सुविधा के अनुसार पूरे साल में कभी भी जा सकते हैं, लेकिन यहां पर चिलचिलाती गर्मी के मौसम के दौरान लोगों की संख्या काफी कम देखी जाती है। यहां पर जाने का अच्छा समय यहां पर मनाए जाने वाले त्योहार या अक्टूबर माह से लेकर मार्च माह के बीच के समय को माना जाता है। इसी समय सारनाथ में पर्यटकों के साथ-सथ श्रद्धालुओं की संख्या भी काफी ज्यादा होती है जिनमें भारतीय लोगों के साथ-साथ विदेशी लोग भी शामिल होते हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी के पास सारनाथ में स्थित प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक स्थल के बारे में लिखा गया हमारा यह आर्टिकल आपको पसंद आया हो, तो आप इसे दूसरे लोगों के साथ भी शेयर जरूर करें ताकि वह भी इस आर्टिकल में लिखी गई जानकारी के बारे में अवगत हो सकें। आप हमें इस आर्टिकल से जुड़ी कोई अपडेट या सुझाव देना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं।
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