इस पोस्ट में मैंने भारत की 5 सबसे प्रसिद्ध टॉय ट्रेन के बारे में बताने वाला हूं, जो नैरो गेज यानी छोटी लाइन पर चलने वाली ट्रेन होती है। टॉय ट्रेन की लंबाई भी काफी छोटी होती है और इसकी स्पीड भी काफी कम होती है। आइए विस्तार से जानते हैं भारत की 5 सबसे प्रसिद्ध टॉय ट्रेन के बारे में-
1. दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे – Darjeeling Himalayan Railway In Hindi.
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग हिल स्टेशन में टॉय ट्रेन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जो नई जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग के बीच करीब 88 किमी. की दूरी तय करती है। दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के इस रूट का निर्माण सन् 1881 ई० में किया गया था और इस ट्रेन को यूनेस्को के विश्व धरोहर की सूची में भी सन् 1999 ई० में शामिल कर लिया गया था। हिमालय की खूबसूरत पहाड़ियों, ऊंचे-ऊंचे पेड़ और प्राकृतिक नजारे को देखते हुए आप नई जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच के इस सफर को कंप्लीट कर सकते हैं।
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2. कालका-शिमला रेलवे – Kalka Shimla Railway In Hindi.
कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर दौड़ने वाली ट्रेन की शुरुआत सन् 1903 ई० में हुई थी, जो 119 साल से इसी कालका शिमला रेलवे ट्रैक पर दौड़ती चली आ रही है। 119 साल पुरानी इस ट्रेन को भी यूनेस्को के विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। इस सफर में आपको पहाड़ और जंगल के मनमोहक दृश्य देखने को मिलेंगे। साथ ही इस 96 किमी. के सफर में 103 सुरंगों के साथ-साथ लगभग 870 छोटे-बड़े पुलों से गुजरने का एक्सपीरियंस सबसे अलग होता है।
आपको इस सफर में बहुत सारे ऐसे भी रेलवे स्टेशन देखने को मिलेंगे, जिसे देखने के बाद आपको लगेगा कि आप आज से लगभग 50-60 साल पहले इस ट्रेन से सफर कर रहे हैं। अगर आप शिमला ट्रिप पर जाने का प्लान कर रहे हैं, तो आप कालका से शिमला जाने वाली टॉय ट्रेन में सफर जरूर करें, क्योंकि बिना टॉय ट्रेन में सफर किए शिमला ट्रिप को कंप्लीट करने पर यह ट्रिप अधूरा-सा लगता है।
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3. नीलगिरि माउंटेन रेलवे – Nilgiri Mountain Railway Tamilnadu In Hindi.
नीलगिरि माउंटेन रेलवे की शुरुआत सन् में किया गया था, जो दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु के दो प्रसिद्ध हिल स्टेशनों ऊटी और कूनूर को जोड़ती है। इस ट्रेन को भी यूनेस्को के विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है। ऊटी से कूनूर के इस 18 किमी. के सफर में नीलगिरि की पहाड़ियों और प्राकृतिक नजारे पर्यटकों को काफी पसंद आते हैं। इस सफर को एंजॉय करने में मजा तब आता है जब यह ट्रेन ऊटी से कूनूर के सफर में 10 सुरंगों और 258 पुलों को एक-एक करके पार करती है।
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4. माथेरान हिल रेलवे – Matheran Hill Railway Maharashtra In Hindi.
महाराष्ट्र के एक छोटे हिल स्टेशन माथेरान से नेरल के बीच चलने वाली यह टॉय ट्रेन लगभग 20 किमी. की दूरी तय करती है। महाराष्ट्र में स्थित माथेरान एक छोटा लेकिन बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है, जिसकी दूरी मुंबई शहर से करीब 110 किमी. है। वीकेंड पर माथेरान हिल स्टेशन और टॉय ट्रेन को एंजॉय करने काफी सारे पर्यटक खासकर मुंबई और महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं।
5. कांगड़ा वैली रेलवे – Kangra Valley Railway In Hindi.
कांगड़ा वैली रेलवे की शुरुआत सन् 1928 ई० में हुई थी। इस ट्रैक पर चलने वाली टॉय ट्रेन पंजाब के पठानकोट शहर से शुरू होकर हिमाचल प्रदेश के जोगिंदर नगर तक 33 स्टेशनों को पार करते हुए लगभग 164 किमी. की दूरी तय करती है। पठानकोट से जोगिंदर नगर तक चलने वाली इस ट्रेन में सफर करने के दौरान सुरंगें, पुल, नदियां, पहाड़ और झरने वगैरह के साथ-साथ दिखने वाली हरियाली और पेड़-पौधे इस ट्रेन की सफर करने वाले पर्यटकों के टिकट का पैसा वसूल करा देती है।
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