श्री सिद्धबली मंदिर कोटद्वार | Siddhbali Temple Kotdwar Uttarakhand In Hindi.

श्री सिद्धबली मंदिर कोटद्वार शहर के बाहर एक पहाड़ी पर स्थित हनुमान जी को समर्पित है, जो खो नदी के तट पर बसा हुआ एक शांत और रहस्यमयी मंदिर है। इस मंदिर को सिद्धबली धाम और सिद्धबली पीठ के नाम से भी जाना जाता है, जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती हैं।

श्री सिद्धबली मंदिर कहां स्थित है ?

खो नदी के तट पर हनुमान जी को समर्पित यह मंदिर उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले में कोटद्वार शहर के एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है, जो सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी प्रसिद्ध है।

सिद्धबली मंदिर का इतिहास –

पौराणिक कथाओं के अनुसार कहा जाता है कि हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी ले जाने के दौरान इस जगह पर एक सिद्ध बाबा को हनुमान जी की सिद्धि प्राप्त हुई थी, जिसकी वजह से सिद्ध बाबा ने यहां हनुमान जी की एक विशाल प्रतिमा का निर्माण करवा दिया। यही कारण है कि इस मंदिर को सिद्धबली के नाम से जाना जाता है।

एक मान्यता यह भी है कि जब भारत में ब्रिटिश सरकार का शासन था, तो उस समय एक मुस्लिम सुपरिटेंडेंट, जो कि अंग्रेजों का मुलाजिम थे, वे घोड़े से पेट्रोलिंग कर रहे थे। जैसे ही वे सिद्धबली समाधि के पास पहुंचे, तो अचानक वे बेहोश हो गए और उन्हें एक सपना आया, जिनमें उनको सिद्धबली की समाधि पर एक मंदिर बनाने के बारे में कहा गया। यही कारण है कि इस स्थान पर सिद्धबली मंदिर का निर्माण हो सका और तब से यह प्राचीन मंदिर अस्तित्व में आया।

प्राचीन समय में यहां पर एक छोटा-सा मंदिर हुआ करता था, लेकिन बाद में पौराणिक और शक्ति की महत्ता की वजह से श्रद्धालुओं ने इसे भव्यता प्रदान कर दी थी। यह सिद्ध पीठ मंदिर न केवल हिंदू और सिख धर्मावलंबियों का है, अपितु मुसलमान भी इस धाम पर दर्शन करने एवं मन्नते मांगने आते हैं। मनोकामना पूर्ण होने के बाद लोग यहां आकर दक्षिणा देते हैं और भंडारे का भी आयोजन करवाते हैं।

सिद्धबली मंदिर के बारे में –

खो नदी के किनारे बसा हुआ रहस्यों से परिपूर्ण हनुमान जी का यह मंदिर अपनी धार्मिक मान्यताओं के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है, जहां जाने के बाद लोगों की हर मनोकामना पूरी हो जाती है। यही कारण है कि इस मंदिर में न केवल हिंदू और सिख धर्म के लोग, बल्कि मुस्लिम धर्म के लोग भी आते हैं और अपनी मनोकामना पूर्ण होने की विनती करते हैं। यहां से कोटद्वार शहर का एक बेहतरीन नजारा देखने को मिलता है। इस मंदिर को पौड़ी गढ़वाल का प्रवेश द्वार भी माना जाता है।

सिद्धबली मंदिर कैसे पहुंचे ?

सिद्धबली मंदिर जाने के लिए आप फ्लाइट, ट्रेन, बस, टैक्सी, कार या बाइक की सुविधा ले सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि अगर आप सिद्धबली मंदिर फ्लाइट, ट्रेन और बस से आते हैं, तो आपको कहां आना चाहिए, ताकि आप वहां से जल्द ही सिद्धबली मंदिर पहुंच सकें।

हवाई जहाज से सिद्धबली मंदिर कैसे जाएं ?

निकटतम हवाई अड्डा जौलीग्रांट है, जो यहां से करीब 108 किमी. की दूरी पर देहरादून में स्थित है। जौली ग्रांट हवाई अड्डा से कोटद्वार जाने के लिए आपको बस की सुविधा मिल जाएगी और कोटद्वार से सिद्धबली मंदिर टैक्सी वगैरह की सुविधा लेकर आप आसानी से जा सकते हैं।

ट्रेन से सिद्धबली मंदिर कैसे जाएं ?

नजदीकी रेलवे स्टेशन कोटद्वार में है, जो यहां से करीब 3.5 किमी. की दूरी पर स्थित है। कोटद्वार से टैक्सी वगैरह पकड़कर आप सिद्धबली मंदिर आसानी से जा सकते हैं।

बस से सिद्धबली मंदिर कैसे जाएं ?

अगर आप बस से सिद्धबली मंदिर जाना चाहते हैं, तो दिल्ली से आपको सीधा कोटद्वार के लिए बस मिल जाएगी, जिसकी सुविधा लेकर आप कोटद्वार जा सकते हैं और कोटद्वार से टैक्सी वगैरह की सुविधा लेकर सिद्धबली मंदिर आसानी से पहुंच सकते हैं।

मुझे उम्मीद है कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। अगर इस पोस्ट से संबंधित आपका कोई सवाल हो, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछना ना भूलें।

धन्यवाद !

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