श्री हेमकुंड साहिब उत्तराखंड राज्य में स्थित समुद्र तल से लगभग 4632 मीटर (15197 फूट) की ऊंचाई पर स्थित है। श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा को भारत के सबसे पवित्र और सबसे कठिन गुरुद्वारों में से एक माना जाता है। इस जगह का उल्लेख सिखों के दसवें एवं अंतिम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह द्वारा रचित दशम ग्रंथ में आता है।
श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा कहां स्थित है ?
यह गुरुद्वारा भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है, जो समुद्र तल से करीब 4632 मीटर (15197 फूट) की ऊंचाई पर स्थित है।
श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा कैसे पहुंचे ?
श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा का सबसे नजदीकी एअरपोर्ट देहरादून का जॉली ग्रांट, रेलवे स्टेशन हरिद्वार और बस स्टैंड हरिद्वार और ऋषिकेश में है। श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा जाने के लिए उत्तराखंड के इन तीनों शहरों में से एक भी एक शहर से बस पकड़ कर सबसे पहले जोशीमठ जाना होगा। जोशीमठ से आपको जीप या टैक्सी द्वारा गोविन्द घाट जाना होगा और गोविन्द घाट से श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा जाने के लिए लगभग 18 किमी. की ट्रेक करनी पड़ेगी।
गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जाते समय क्या-क्या लेकर जाना चाहिए ?
1 . आप अपने पास कुछ जरूरी मेडिसिन (खांसी, सर्दी, बुखार, सिर दर्द, पेट दर्द और उल्टी) जरूर रखें।
2 . टॉर्च और लाइटर रखना ना भूलें, क्योंकि इसकी जरूरत आपको रात में या फिर सूर्योदय से पहले यात्रा करते समय पड़ सकती है।
3 . आप अपने साथ कर्पूर लेकर जाना ना भूलें, क्योंकि कर्पूर सूंघने से सांस लेने में आसानी होती है। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब की ऊंचाई अधिक होने की वजह से यहां पर सांस लेने में दिक्कत होती है और एल्टीट्यूड सिकनेस होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए आप अपने साथ कर्पूर जरूर रखें। आप चाहें तो एल्टीट्यूड सिकनेस से बचने के लिए एक पोर्टेबल ऑक्सीजन बोतल भी अपने साथ लेकर जा सकते हैं, जिसकी कीमत ₹500 होती है।
4 . ट्रेक करने के लिए आप अपने पास एक लकड़ी का स्टिक जरूर रखें।
5 . आप अपने साथ कुछ चॉकलेट और बिस्किट भी रख सकते हैं।
6 . ट्रेकिंग या स्पोर्ट्स शूज अपने साथ लेकर जरूर जाएं, क्योंकि ट्रेकिंग या स्पोर्ट्स शूज पहन कर ट्रेकिंग करने में आसानी होती है।
7 . आपको अपने साथ एक चप्पल लेकर जाना चाहिए, क्योंकि बारिश होने पर अगर आप जूते पहन कर ट्रेक करते हैं, तो आपका जूता भींग जाएगा और आपके जूता भींगने की वजह से श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा में बाधा उत्पन्न हो सकती है। इसलिए आप अपने साथ एक चप्पल लेकर जरूर जाएं, ताकि बारिश होने पर भी आप अपनी यात्रा को जारी रख सकें।
8 . अपने साथ रेन कोट लेकर जाना ना भूलें, क्योंकि पहाड़ों पर कभी भी बारिश हो सकती है।
9 . समय के अनुसार आप अपने पास गर्म कपड़े जरूर रखें, क्योंकि यहां पर सालों भर ठंड पड़ती रहती है। इसलिए आप मौसम के अनुसार अपने पास गर्म कपड़े रखना ना भूलें।
10 . आप अपने पास एक पावर बैंक जरूर रखें, क्योंकि पहाड़ों पर मोबाइल और बाकी गैजेट्स वगैरह का बैट्री जल्दी ही डिसचार्ज हो जाता है।
गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा करते समय ध्यान देने योग्य बातें –
1 . ट्रेक करने से पहले आपको मेंटली और फिजिकली फिट होना बेहद जरूरी है।
2 . ट्रेक करते समय पानी का सेवन अधिक मात्रा में करें, क्योंकि पानी ज्यादा पीने से सांस लेने में परेशानी नहीं होती है और यात्रा को आसानी से पूरा किया जा सकता है।
3 . जल्दी-जल्दी ट्रेक करने की कोशिश ना करें, क्योंकि जल्दी-जल्दी ट्रेक करने से आप बहुत जल्दी थक सकते हैं।
4 . ट्रेक के दौरान अधिक मात्रा में डिनर या लंच ना करें, क्योंकि ऐसा करने से आपको पेट दर्द या उल्टी भी हो सकती है।
5 . छोटे बच्चों को श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा पर ले जाने से बचें, क्योंकि ज्यादा ऊंचाई होने की वजह से यहां पर बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। और अगर आप अपने छोटे बच्चों को इस यात्रा पर लेकर जा रहे हैं, तो आप ट्रेक करते समय हमेशा अपने बच्चे को अपने साथ लेकर चलें, ताकि उसे किसी भी तरह का कोई परेशानी ना हो जाए।
6 . आप इस यात्रा पर अपने पैर के नाखून छोटे-छोटे करके जाएं, क्योंकि जूता पहन कर ट्रेक करके नीचे आने पर पैर के नाखून बड़े होने की वजह से नाखून सहित पैर का ऊंगली भी दर्द करने लगता है। इसलिए आप श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा करने से पहले अपने पैर के नाखून को छोटा करके ही जाएं।
मुझे उम्मीद है कि मेरे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। अगर इस पोस्ट से संबंधित आपका कोई सवाल हो, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं, ताकि मैं आपको जवाब दे सकूं।
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