हेलो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम चोपता जो कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित है मे घूमने के जगह के बारे में विस्तार से जानने वाले हैं। चोपता उत्तराखंड का एक बहुत ही खूबसूरत एवं बेहतरीन हिल स्टेशन है। यहां कई पर्यटक स्थल मौजूद हैं। हम पर्यटक स्थल के बारे में जानने से पहले थोड़ा बहुत जानकारी चोपता के बारे में भी इकट्ठा कर लेते हैं, तो चलिए शुरू करते हैं –
चोपता के बारे में – About Chopta Valley Uttarakhand in Hindi
चोपता अल्पाइन घास के मैदान और सदाबहार वनों से घिरा एक हील स्टेशन है, जो कि उत्तराखंड राज्य के जिला रुद्रप्रयाग में समुद्र तल से 2680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक फेमस स्थल हैं। चोपता हिल स्टेशनों के लिए कम परंतु यहां पर उपस्थित पर्यटन स्थल के लिए ज्यादा जाना जाता है। चोपता ट्रैकिंग करने वाले पर्यटकों को काफी ज्यादा पसंद आती हैं।
चोपता में घूमने की जगह – Chopta Valley Uttarakhand me Ghumne ki Jagah in Hindi
चोपता अपने यहां के हरी घास के मैदान देवदार के वृक्ष से हरा-भरा हिल स्टेशन के लिए कम यहां पर उपस्थित पर्यटन स्थल के लिए ज्यादा जाना जाता है। चोपता में स्थित ऐसे कई पर्यटन स्थल मौजूद हैं जिसकी वजह से उत्तराखंड का नाम और गर्भ के साथ लिया जाता है। आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम ऐसे ही कुछ पर्यटन स्थल के बारे में जानने वाले हैं –
चंद्रशिला ट्रेक – Chandrashila Trek in Hindi
चंद्रशिला ट्रेक भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित ऐसी ट्रेक हैं, जिसे पर्यटक उत्तराखंड में सबसे ज्यादा ट्रैकिंग करते हैं। चंद्रशिला ट्रैकिंग हर कोई के बस की बात नहीं है। चंद्रशिला शिखर की ऊंचाई समुद्र तल से तकरीबन 4130 मीटर है। वैसे तो यहां ट्रैकर्स पूरे साल जाया करते हैं, परंतु इसकी संख्या में गिरावट जनवरी से मार्च के समय के दौरान देखी जाती है। यह ट्रैक काफी मुश्किल होने के साथ-साथ काफी आकर्षक भी होता है। इस ट्रैक के ट्रैकिंग के दौरान दिखने वाला आसपास का दृश्य इतना मनमोहक होता है, कि इसके सामने लोग अपने ट्रेकिंग के दौरान होने वाली कठिनाइयों को भी भूल जाते हैं।
उखीमठ – Ukhimath in Hindi
उखीमठ एक धार्मिक स्थल के साथ-साथ हिल स्टेशन के लिए भी जाना जाता है। उखीमठ रुद्रप्रयाग के तकरीबन 1300 मीटर की ऊंची पहाड़ियों पर स्थित हिमालय के आकर्षक दृश्य को प्रदान करने वाला एक हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता है। इस उखीमठ में कई भगवान शिव और माता पार्वती की पौराणिक मंदिर स्थित है।
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>कम खर्च में तुंगनाथ मंदिर की यात्रा कैसे करें)
कंचुला कोरक कस्तूरी मृग अभ्यारण्य – kanchula korak Musk Deer Sanctuary in Hindi
कंचुला कोरक कस्तूरी मृग अभ्यारण्य एक छोटा वन्य जीव अभ्यारण है। इस अभ्यारण में उत्तराखंड के राष्ट्रीय पशु कस्तूरी मृग देखने को मिलता है, जो कि एक दुर्लभ प्रजाति के मृग हैं। यह कंचुला कोरक कस्तूरी मृग अभ्यारण्य चोपता से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कस्तूरी मृग के अलावा अन्य वन्य जीव के लिए जाना जाने वाला चोपता का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है।
तुंगनाथ मंदिर – Tungnath Temple Chopta Uttrakhand In Hindi.
तुंगनाथ मंदिर राज्य उत्तराखंड के चोपता के तुंगनाथ पर्वत पर स्थित है। यह मंदिर भगवान भोलेनाथ को समर्पित एक पौराणिक मंदिर है। तुंगनाथ मंदिर को विश्व के सबसे ऊंचाई पर स्थित शिव मंदिर के दर्जा प्राप्त है। यह मंदिर रुद्रप्रयाग के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है, जो चोपता जिसे मिनी स्वीटजरलैंड के नाम से जाना जाता है, से 3.5 किमी. की दूरी पर तुंगनाथ पर्वत पर स्थित है। इस मंदिर का इतिहास आज से करीब 1000 वर्षों से भी पुराना माना जाता है, जिसका निर्माण पांडवों ने कुरुक्षेत्र के युद्ध में अपने हाथों से हुए अपने ही कुल के लोगों के नरसंहार के पाप से बचने के लिए करवाया था।
बिसुरीताल झील – Bisurital Lake in Hindi
बिसुरीताल समुद्र तल से लगभग 4100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ट्रैकिंग करने वाले पर्यटकों के लिए एक वरदान साबित होता है। इस बिसुरीताल में पानी का जमाव गर्मी के मौसम के दौरान पहाड़ों पर स्थित जमे हुए बर्फ के पिघलने का कारण होती है। यह बिसुरीताल चोपता से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बिसुरीताल किसी भी यातायात मार्ग से जुड़ा हुआ नहीं है। बिसुरीताल के पास आज तक केवल वैसे लोग ही पहुंच पाए हैं, जिन्हें चुनौतियां एवं रोमांचक पसंद हो। अगर आप भी यहां पर जाने का प्लान बना रहे हैं तो आप अपनी किसी स्थानीय गाइड्स की सहायता जरूर ले।
देवरिया ताल -Deoriatal in Hindi
देवरिया ताल समुद्र तल से तकरीबन 2438 मीटर की ऊंचाई पर सरी गांव से लगभग 3 किलोमीटर एवं चोपता से 23-25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। यह देवरिया ताल प्राचीन ताल के लिए जाना जाता है। यह ताल पौराणिक कई धार्मिक ग्रंथों जैसे महाभारत से जुड़ा हुआ है। यह ताल तुंगनाथ और चंद्रशिला के ट्रेकिंग करने वाले ट्रैकर्स के लिए रात के समय में ठहराव के शिविर का भी काम किया करता है।
चोपता वैली घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time to visit Chopta Valley in Hindi
चोपता घूमने जाने का प्लान अगर आप भी कर रहे हैं और सोच रहे हैं कि यहां पर मैं कब घूमने जाऊं। तो आपको बता दें कि आप अपने सुविधा के अनुसार यहां पर पूरे साल में कभी भी जा सकते हैं। परंतु यहां पर आप वर्षा ऋतु का चुनाव जाने के लिए कभी ना करें। और अगर आप यहां पर जाने के अच्छे समय के बारे में सोच रहे हैं, तो हम बता दें कि चोपता घूमने जाने का अच्छा समय अक्टूबर से मई महीने के बीच के समय को माना जाता है।
चोपता कैसे पहुँचे – How to Reach Chopta in Hindi
चोपता घूमने जाने का प्लान अगर आप बना रहे हैं तो आपको मालूम है कि चोपता एक छोटा शहर है। यहां पर नहीं कोई रेलवे स्टेशन है और ना ही कोई हवाई अड्डा तो आप यहां पर जाने का सोच रहे हैं तो आप जाएंगे तो जाएंगे कैसे। तो चलिए हम इसके बारे में विस्तार से जानते हैं –
हवाई मार्ग से चोपता कैसे पहुँचे – How to Reach Chopta By Flight in Hindi
चोपता जाने के बारे में बात करें और वह भी हवाई जहाज से तो आपको बता दें कि चोपता के नजदीकी हवाई अड्डा जौलीग्रांट है। आप अपने यहां से हवाई जहाज के माध्यम से जौलीग्रांट पहुंचने के बाद वहां के एयरपोर्ट से चोपता के लिए आपको बस या टैक्सी की सुविधा लेनी पड़ेगी ।
ट्रेन से चोपता कैसे पहुँचे – How to Reach Chopta By Train in Hindi
जिला रुद्रप्रयाग में स्थित चोपता अगर आप भी घूमने जाने का प्लान कर रहे हैं और सोच रहे हैं कि आप यहां ट्रेन से कैसे जाएं। तो आपको बता दें कि चोपता के नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में स्थित है। आप अपने यहां से ट्रेन पकड़कर ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पहुंचे फिर उसके बाद आपको वहीं से बस या टैक्सी लेकर चोपता जाना होगा।
सड़क से चोपता कैसे पहुँचे – How to Reach Chopta By Flight in Hindi
चोपता अगर आप खुद की निजी वाहन से जाना चाहते हैं तो आपको बता दें कि आप यहां पर रुद्रप्रयाग और जोशीमठ के रास्ते यहां पर आ सकते हैं। रुद्रप्रयाग नेशनल हाईवे 58 से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जिसकी वजह से आपको यहां पर आने में कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।
जिला रुद्रप्रयाग में स्थित चोपता में घूमने के पर्यटन एवं धार्मिक स्थल के बारे में हमारे द्वारा लिखा गया यह ब्लॉग पोस्ट आपको कैसा लगा ? अगर अच्छा लगा हो तो आप इसे शेयर जरूर करना। इस पोस्ट को लेकर आपका कोई राय या सुझाव हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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