हेलो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम राजधानी दिल्ली में स्थित हुमायूं के मकबरे के बारे में जानने वाले हैं, जो कि 16 वीं शताब्दी में निर्मित एक मृत पति के लिए पत्नी का प्यार को दर्शाने वाला खूबसूरत स्मारक है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम सम्राट हुमायूं के मकबरे के बारे में तकरीबन सभी जानकारियों को एक-एक कर विस्तार से जानने वाले हैं, तो चलिए शुरू करते हैं। परंतु शुरू करने से पहले मैं आपसे एक निवेदन करता हूं, कि आप हुमायूं का मकबरा के बारे में जानने के लिए हमारा यह ब्लॉग पोस्ट पूरा अंत तक जरूर पढ़ें ।
हुमायूँ के मकबरा के बारे में – About Humayun’s Tomb In Hindi
हुमायूं के मकबरा को बनाने में तकरीबन 8 साल का समय लगा था। इस हुमायूं के मकबरे का निर्माण काल 1565 से 1572 के बीच माना जाता है। हुमायूं के मकबरे का निर्माण के बारे में बताया जाता है, कि इस मकाबरे का निर्माण हुमायूं के मृत्यु के 9 साल उपरांत इसका निर्माण के बारे में सोचा गया था। जब 1556 में सम्राट हुमायूं की मृत्यु हुई, तब इनके शरीर को पुराने किला में दफनाया गया था। लेकिन किसी रक्षात्मक कारण को लेकर हुमायूं के मृत्यु के 9 साल उपरांत इस हुमायूं के मकाबरे का निर्माण शुरू होने के बाद हुमायूं को पुराने किले से लाकर पुनः यहां पर दफना दिया गया।
हुमायूं का मकबरा जो कि दिल्ली में स्थित है, इसे एक फारसी वास्तुकार जिनका नाम मिराक मिर्ज़ा घियास था ने निर्मित करवाया। इस मकबरा को बनाने में उस समय के दौरान तकरीबन 1.5 मिलियन रुपए का लागत आया था। इस मकाबरे के पास और भी कई सम्राटों की कब्रें देखने को मिलती है, जिनमें मुख्य हैं सम्राट हुमायूं की बेगम हमीदा बानो और शाहजहां के पुत्र दारा शिकाह की कब्र।
हुमायूं का मकबरा पहले के समय में केवल एक मकबरा के लिए जाना जाने वाला स्मारक था। लेकिन आज के समय में यह एक दिल्ली का प्रमुख पर्यटन स्थल बन चुका है। यह हुमायूं का मकबरा तो तब ज्यादा चर्चा में आया, जब इसे 1993 के दौरान यूनेस्को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया। इस मकबरे को विजिट करने लोग भारत के अलग-अलग कोनों के अलावा विदेशों से भी आया करते हैं ।
हुमायूँ का मकबरा कहां स्थित है ?
मुगल सम्राट हुमायूं का यह मकबरा दिल्ली के पुराने किला के पास में मथुरा मार्ग के निकट में स्थित है।
हुमायूं का मकबरा किसने बनवाया है?
मुगल सम्राट हुमायूं का मकबरा यानि कि इनका समाधि स्थल जो कि दिल्ली में स्थित है, का निर्माण एक फारसी वास्तुकार जिनका नाम मिराक मिर्ज़ा घियास था ने करवाया था।
हुमायूँ का मकबरा कब बना था ?
दिल्ली में स्थित इस हुमायूं के मकबरे को बनाने में तकरीबन 8 साल का समय लगा था। इसका निर्माण का कार्य 1565 से लेकर 1572 के बीच चला था। यानि कि 1572 ईस्वी में यह हुमायूं का मकबरा बनकर तैयार हो गया था।
भारत का पहला मकबरा कौन सा है ?
भारत का पहला मकबरा होने का दर्जा दिल्ली में स्थित हुमायूं के मकबरे को प्राप्त है। इतिहासकारों के अनुसार दिल्ली में स्थित इस हुमायूं के मकबरे को मुगल काल के सबसे पहले मकबरा होने का दर्जा प्राप्त है।
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हुमायूं के मकबरा नामक स्मारक में क्या केवल हुमायूं के कब्र को दफनाया गया है ?
दिल्ली में स्थित हुमायूं का मकबरा के नाम से जाना जाने वाला यह स्मारक केवल स्मार्ट हुमायूं के कब्र के लिए ही नहीं बल्कि और भी कई स्मार्ट एवं उत्तराधिकारी जैसे हुमायूं की बेगम हमीदा बानो, शाहजहां के पुत्र दारा शिकोह एवं और कई उत्तराधिकारी के क़ब्र यहां पर स्थित हैं।
हुमायूँ के मकबरा खुलने का समय ? – Entry Time of Humayun’s Tomb In Hindi
हुमायूं का मकबरा जो कि दिल्ली में स्थित एक पौराणिक स्मारक है। इस स्मारक को यूनेस्को वर्ल्ड हेरीटेज साइट घोषित किया गया है। यहां पर पर्यटक काफी ज्यादा मात्रा में विजिट करते हैं। अगर इसके अंदर जाने के बारे में बात करें तो आप सुबह 6:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक आ जा सकते हैं।
हुमायूँ के मकबरा में जाने का प्रवेश शुल्क – Entry Fee of Humayun’s Tomb In Hindi
हुमायूं का मकबरा जो कि दिल्ली में स्थित है अगर आप यहां पर घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं, और आपके मन में यह विचार हैं कि यहां पर जाने के लिए कोई प्रवेश शुल्क भी देना पड़ता है या नहीं। तो आपको बता दें कि हां। यहां पर अंदर जाने के लिए प्रवेश शुल्क भी देना पड़ता है। अगर आप भारतीय या vides और सार्क देशों से बिलॉन्ग करते हैं तो आपको प्रवेश शुल्क के रूप में ₹35 देना होगा और अगर आप इन देशों के अलावा अन्य देशों से बिलॉन्ग करते हैं तो आपको ₹35 से ज्यादा का चार्ज देना होगा। इस कब्र में जाने के लिए 15 साल से नीचे के बच्चों के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क के रूप में चार्ज नहीं लिया जाता है।
हुमायूँ का मकबरा जाने का अच्छा समय – Best Time To Visit Humayun’s Tomb In Hindi
दिल्ली में स्थित हुमायूं का मकबरा आज के समय में पर्यटकों द्वारा काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। अगर यहां पर जानने के अच्छे समय के बारे में बात करें, तो आपको बता दें कि आप यहां पर वैसे तो पूरे साल में कभी भी जा सकते हैं। लेकिन जैसे कि आपको मालूम ही होगा कि गर्मी के दिनों में दिल्ली का तापमान कितना ज्यादा बढ़ जाता है इसलिए अगर हो सके तो आप यहां पर गर्मी के दिनों में जाने से बचें।
हुमायूँ के मकबरा कैसे पहुंचे ? – How to Reach Humayun’s Tomb In Hindi
अगर आप हुमायूँ के मकबरा घूमने जाने का प्लान कर रहे हैं तो, आपको बता दें कि अगर आप दिल्ली से हैं तो आप यहां पर आसानी से घूमने जा सकते हैं। लेकिन अगर आप दिल्ली के अलावा अन्य किसी शहर या राज्य से यहां पर घूमने जाने का प्लान कर रहे हैं तो आपको बता दें कि आप यहां पर हवाई जहाज, ट्रेन या सड़क मार्ग के माध्यम से भी आसानी से पहुंच सकते हैं। अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं, तो आपको दिल्ली का इंटरनेशनल हवाई अड्डे अपने यहां के हवाईअड्डा से पहुंचने के उपरांत यहां से बस या टैक्सी लेकर हुमायूं का मकबरा आसानी से पहुंच सकते हैं।
अगर ट्रेन से जाना चाहते हैं तो भी आप दिल्ली में स्थित रेलवे जंक्शन पर उतारकर यहां से टैक्सी लेकर यह हुमायूं का मकबरा का ट्रिप पूरा कर सकते हैं। अगर आप यहां पर सड़क मार्ग के माध्यम से खुद की बाइक या कार से भी जाना चाहते हैं तो भी आप यहां पर आसानी से जा सकते हैं। क्योंकि दिल्ली भारत के अन्य शहरों एवं राज्यों से कई नेशनल हाईवे द्वारा बेहतर तरीके से जुड़ा हुआ है।
हुमायूं का मकबरा जो कि केवल हुमायूं का मकबरा के लिए नहीं बल्कि उनकी बीवी एवं कई और उत्तराधिकारीओ का भी मकबरा है, जो कि दिल्ली में स्थित है के बारे में हमारा यह ब्लॉग पोस्ट आपको कैसा लगा, आप अपना राय हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। और हो सके तो आप हमारे इस ब्लॉग पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर जरूर करें।
धन्यवाद
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Very Nice Post