नमस्कार साथियों आज के इस आर्टिकल में हम राज्य कर्नाटक के प्रमुख जैन तीर्थ स्थल गुप्तेश्वर मंदिर के बारे में तकरीबन सभी जानकारियों को विस्तार से जानने वाले हैं। इस मंदिर से जुड़ी सभी जानकारियों को जानने के लिए आप हमारे द्वारा लिखे गए इस आर्टिकल को पूरा अंत तक जरूर पढ़े, ताकि आपको इस मंदिर के बारे में सभी जानकारी प्राप्त हो सके। चलिए शुरू करते हैं –
गोमतेश्वर मंदिर के बारे में – About Gomateshwar Temple in Hindi
गोमतेश्वर मंदिर का इतिहास – History of Gomateshwar Temple in Hindi
गोमतेश्वर मंदिर जिसे बाहुबली मंदिर के नाम से भी जाना जाता है के इतिहास से जुड़ी जानकारियों के बारे में इतिहासकारों द्वारा बताया जाता है, कि इस मंदिर का निर्माण 982 या 983 ईसवी के दौरान का है। यह गोमतेश्वर मंदिर राज्य कर्नाटक के श्रवणबेलगोला शहर में स्थित कर्नाटक के प्रमुख जैन धर्म से जुड़ी धार्मिक स्थल है। इस पूरे मंदिर परिसर में जैन तीर्थकरों की तकरीबन 43 प्रतिमाएं बनी हुई है। इन सबके अलावा यहां पर भगवान बाहुबली की तकरीबन 17 मीटर लंबी प्रतिमाओं को बनाया गया है, जो कि विश्व की सबसे लंबी प्रतिमाओं में से एक हैं।
गोमतेश्वर मंदिर कहां है ?
गोमतेश्वर मंदिर भारत के राज्य कर्नाटक के अंतर्गत आने वाले शहर श्रवणबेलगोला में स्थित है।
गुप्तेश्वर मंदिर का दूसरा नाम क्या है ?
राज्य कर्नाटक में स्थित गोमतेश्वर मंदिर का दूसरा नाम बाहुबली मंदिर है।
गोमतेश्वर प्रतिमा की सरंचना – Structure of Gomateshwara Statue in Hindi
गोमतेश्वर मंदिर में भगवान बाहुबली की 17 मीटर लंबी प्रतिमा को बनाया गया है। इस प्रतिमा की आंखें खुली हैं, जैसे कि यह पूरे संसार को देख रही हो। यह प्रतिमा कमल पर बनी हुई है। गोमतेश्वर मंदिर परिसर में भगवान बाहुबली की इस प्रतिमा को काफी सुंदर तरीके से नक्काशी किया गया है। भगवान बाहुबली के प्रतिमा के नीचे कन्नड़ शिलालेख भी देखने को मिल जाता है। इस मंदिर परिसर में बड़े स्तंभ वाला मंडप भी बने हुए हैं। इन मंडपों में जैन तीर्थकरों की तकरीबन 43 प्रतिमाएं देखी जा सकती है।
गोमतेश्वर मंदिर में मनाएं जाने वाले उत्सव – Mahamastakabhishek Utsav Gomateshwara Temple in Hindi
गुप्तेश्वर मंदिर में मनाए जाने वाले उत्सव महामस्तकाभिषेक है। यह उत्सव गोमतेश्वर मंदिर का एक बहुत ही प्रमुख एवं प्रसिद्ध उत्सव हैं। यहां पर यह उत्सव आने वाले हर 12 सालों के उपरांत मनाया जाता है। इस उत्सव के दौरान गोमतेश्वर मंदिर परिसर में स्थापित गोमतेश्वर प्रतिमा को दूध, केसर, घी और दही आदि से अभिषेक कराया जाता है। अगली बार इस गोमतेश्वर मंदिर में इस उत्सव को मनाने का वर्ष 2030 हो सकता है। इस उत्सव के दौरान यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है।
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गोमतेश्वर मंदिर खुलने एवं बंद होने का समय – Opening and Closing Time Of Gomateshwar Temple in Hindi
कर्नाटक में स्थित इस गोमतेश्वर मंदिर का खुलने एवं बंद होने का समय भी भक्तों के लिए निर्धारित किया गया है। श्रद्धालुओं के लिए यह गोमतेश्वर मंदिर दिन में प्रतिदिन 2 बार खोला एवं बंद किया जाता है। यह मंदिर सुबह 6:00 बजे से लेकर 11:30 बजे तक खुला रहता है एवं फिर पुनः यह 3:30 बजे से लेकर 6:30 बजे तक खुला रहता है। आप यहां पर इसी समय के बीच जा सकते हैं।
गोमतेश्वर मंदिर की प्रवेश शुल्क – Entry Fee of Gomateshwar Temple in Hindi
गोमतेश्वर मंदिर जो कि कर्नाटक का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, यहां पर जाने के लिए किसी भी व्यक्ति को प्रवेश शुल्क के रूप में कोई भी चार्ज नहीं देना पड़ता है। आप यहां पर निशुल्क ही जा सकते हैं, चाहे आप भारतीय हो या एक विदेशी आप यहां पर निशुल्क ही विजिट कर सकते हैं।
गोमतेश्वर प्रतिमा के आसपास के प्रमुख पर्यटक स्थल – Tourist Places in Shravanabelagola in Hindi
- जैन मठ
- कलाम्मा मंदिर
- चंद्रगिरी मंदिर
गोमतेश्वर स्टेचू घूमने जाने का अच्छा समय – Best Time to visit Gomateshwar Statue In Hindi
कर्नाटक की गोमतेश्वर मंदिर को वैसे तो आप पूरे साल में कभी भी विजिट कर सकते हैं, लेकिन यहां पर जाने का अच्छा समय अक्टूबर से लेकर मार्च के बीच के समय को माना जाता है। अगर आप यहां पर गर्मी के मौसम के दौरान जाना चाहते हैं, तो सुबह ही जाए। क्योंकि गर्मी के मौसम के दौरान यहां का तापमान में काफी ज्यादा बढ़ोतरी देखी जाती है, जिसके कारण आपको कई सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
गोमतेश्वर मंदिर कैसे पहुँचे ? – How To Reach Gomateshwar Temple In Hindi
कर्नाटक में स्थित गोमतेश्वर मंदिर जाने के बारे में बात करें तो आप यहां पर अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी माध्यम (वायु, ट्रेन या सड़क मार्ग) के द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं। अगर आप इस गुप्तेश्वर मंदिर के नजदीकी शहरों से बिलॉन्ग करते हैं, तो आप यहां पर सड़क मार्ग द्वारा खुद की बाइक, कार या किराए का बस लेकर आसानी से पहुंच सकते हैं। क्योंकि यहां के लिए कर्नाटक के मुख्य शहरों से डायरेक्ट बस की सुविधा भी देखने को मिल जाती है।
अगर आप इस मंदिर से काफी दूर स्थित शहरों से बिलॉन्ग करते हैं और इस गोमतेश्वर मंदिर को विजिट करना चाहते हैं, तो आपको बता दें इस मंदिर के नजदीकी एयरपोर्ट मैसूर में स्थित है। इसके अलावा नजदीकी रेलवे स्टेशन की बात करें तो हासन में स्थित है। आप अपने जरूरत के हिसाब से किसी भी मार्ग का चुनाव कर गोमतेश्वर मंदिर को इस तरह आसानी से विजिट कर सकते हैं।
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