शनिवार वाड़ा की पूरी जानकारी | Complete information of Shaniwar Wada in Hindi

हेलो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम महाराष्ट्र के पुणे में स्थित शनिवार वाडा के बारे में तकरीबन सभी जानकारियों को जानने वाले हैं। यह एक ऐसा किला है जिसमें कई बार रहस्यमई तरीके से आग लगने की वजह से इस किला के मुख्य भाग जल जाने के उपरांत भी वर्तमान समय में कुछ खूबसूरत और इस किला का अवशेष देखा जा सकता है जो अभी खंडहर के रूप में बदल रहा है।

इस किला से जुड़ी भूतिया कहानी का भी जिक्र किया जाता है इसके साथ-साथ इस शनिवार वाडा से सूर्योदय एवं सूर्यास्त का दृश्य काफी खूबसूरत भी दिखता है। शनिवार वाडा की पूरी जानकारी जानने के लिए आप हमारे इस आर्टिकल में अंत तक जरूर बने रहे ताकि आपको पूरी जानकारी सही से समझ में आ जाए। तो चलिए जानकारी में अब हम आगे की ओर बढ़ते हैं –

विषय - सूची

शनिवार वाड़ा के बारे में – About Shaniwar Wada in Hindi.

शनिवार वाड़ा महाराष्ट्र राज्य के पुणे में स्थित एक ऐसा महल है जिसे एक पेशवा या मंत्री के द्वारा बनवाया गया था। यह किला जिस समय निर्मित हुआ था उस समय यह तकरीबन 7 मंजिला इमारत हुआ करता था, लेकिन कई बार इस किला में रहस्यमई तरीके से आग लगने की वजह से इसके अधिकांश मुख्य भाग जल गए जिसके फलस्वरूप वर्तमान समय में इस किला का अवशेष एक खंडहर का रूप में आज भी देखा जा सकता है। इस किला से जुड़ी लोगों द्वारा भूतिया कहानी का भी जिक्र किया जाता है। इस शनिवार वाड़ा के बारे में पूरी जानकारी जानने के लिए आप हमारे इस आर्टिकल में अंत तक बने रहिए।

शनिवार वाड़ा का इतिहास – History of Shaniwar Wada in Hindi

शनिवार वाड़ा महाराष्ट्र राज्य के पुणे में स्थित एक पौराणिक एवं प्रसिद्ध महल के रूप में जाना जाता है। पुणे में स्थित इस शनिवार वाडा को पेशवा बाजीराव प्रथम द्वारा निर्मित करवाया गया था। यह पेशवा बाजीराव प्रथम छत्रपति शाहू के पेशवा या प्रधानमंत्री थे। महाराष्ट्र के इस शनिवार वाड़ा को निर्मित करने के उद्देश्य से इसका नीव 10 जनवरी 1730 को रखा गया था जिस दिन इस पौराणिक महल को बनाने के लिए नीव रखा गया था वह दिन शनिवार का था।

महल के नाम को लेकर भी इसके नीव रखे जाने वाले दिन को ध्यान में रखते हुए बताया जाता है। यह शनिवार वाड़ा निर्माणकाल के समय 7 मंजिला इमारत हुआ करता था। बताया जाता है कि इस किला के आधार पत्थरों से निर्मित होने के उपरांत वहां के लोगों ने आपत्ति जताई कि पत्थरों वाला इमारत केवल राजाओं के लिए होता है जिसके कारण पेशवा बाजीराव प्रथम द्वारा इसे आगे का कार्य ईट के द्वारा पूरा करवाया गया।

इस शनिवार वाड़ा का उद्घाटन शनिवार के दिन 1732 ईस्वी के दौरान 22 जनवरी को किया गया था। इस शनिवारवाड़ा किला को बनाने में कुल लागत 1 लाख 61 हजार 100 रू आया था। इस शनिवार वाड़ा किला में सत्ता के लोभ में मराठाओं के पाँचवें पेशवा 16 वर्ष के नारायणराव की बेरहमी से हत्या करवा दी गई थी।

शनिवार वाड़ा की वास्तुकला – Construction and Structure of Shaniwar Wada in Hindi

शनिवार वाड़ा किला में जाने के लिए मुख्यतः पांच दरवाजा बनाए गए हैं, जिनका नाम दिल्ली दरवाज़ा, खिड़की दरवाज़ा, गणेश दरवाज़ा, मस्तानी दरवाज़ा या अलीबहादुर दरवाज़ा और जम्भूल दरवाज़ा या नारायण दरवाज़ा है। शनिवार वाडा के मुख्य दरवाजा को दिल्ली दरवाजा के नाम से जाना जाता है। यह दिल्ली दरवाजा काफी बड़ा एवं चौड़ा है इस दिल्ली दरवाजे पर नुकीली किले भी लगी हुई है। इस दिल्ली दरवाजा में एक छोटा दरवाजा भी देखने को मिल जाता है।

यह किला निर्माणकाल के समय काफी भव्य एवं आकर्षित हुआ करता था, लेकिन इस किला में कई बार रहस्यमई तरीके से आग लगने के कारण इस किला का अधिकांश भाग जलकर खाक हो गया फिर भी वर्तमान समय में इस किला का कुछ अवशेष भाग बचा हुआ है, जिसे देख कर के विशालता एवं आकर्षक होने की अनुमान लगाया जा सकता है।

( इन्हें भी पढ़े : – पन्हाला किला की जानकारी

> हरिहर किला की पूरी जानकारी)

शनिवार वाड़ा की भूतिया कहानी – Shaniwar Wada Haunted Story in Hindi

पुणे के इस शनिवार वाड़ा से जुड़े लोगों द्वारा भूतिया गतिविधियों के होने का अनुभव के बारे में बताया जाता है। कहा जाता है कि पूर्णिमा के रात के समय यहां पर काफी अधिक गतिविधियां महसूस की जाती है। कुछ लोगों का कहना है कि यहां पर रात के दौरान किसी की चिल्लाने की आवाज सुनाई पड़ती है, जिसमें कहा जाता है कि काका मला वाचवा। पर इस बात में कितनी सच्चाई है यह हमें भी नहीं मालूम। अगर आपको इसके बारे में अधिक जानकारी हो, तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

शनिवार वाड़ा का खुलने एवं बंद होने का समय – Opening and Closing Time of Shaniwar Wada in Hindi

शनिवार वाडा का खुलने एवं बंद होने का समय पर्यटकों के लिए निर्धारित किया गया है। इस शनिवार वाडा को सुबह 9:00 बजे से 5:30 के बीच आप जाकर विजिट कर सकते हैं। क्योंकि यह शनिवार वाड़ा सुबह 9:00 बजे खुलता एवं शाम 5:30 बजे बंद हो जाता है। इसके खुलने और बंद होने की समय में ऋतु के अनुसार थोड़ा बहुत बदलाव भी देखा जा सकता है।

शनिवार वाड़ा की प्रवेश शुल्क – Entry Fee of Shaniwar Wada in Hindi

शनिवार वाड़ा में प्रवेश करने के लिए पर्यटकों को प्रवेश शुल्क के रूप में कुछ चार्ज भी देने पड़ते हैं। यह चार्ज अगर आप एक भारतीय है, तो आपको प्रवेश शुल्क के रूप में ₹25 देने होंगे वही अगर आप एक विदेशी है, तो आपको प्रवेश शुल्क के रूप में ₹300 देने होंगे। इस शनिवार वाडा में छोटे बच्चे का निशुल्क प्रवेश है।

शनिवार वाड़ा को विजिट करने के लिए टिप्स – Tips For Visiting Shaniwar Wada in Hindi

शनिवार वाडा को विजिट करते समय आप नीचे बताए गए टिप्स को जरूर फॉलो करें ताकि आपको यहां पर जाते समय किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना करना न पड़े –

  • शनिवार वाडा को विजिट करते समय आप अपने साथ उचित मात्रा में भोजन और पानी साथ लेकर जाएं।
  • शनिवार वाडा को आप कड़ाके की गर्मी के मौसम के समय विजिट करने से बचें।
  • अगर आप इस शनिवार वाडा को विजिट करना चाहते हैं तो आप यहां पर सुबह या शाम के समय जाए।
  • इस शनिवार वाडा को विजिट करने के दौरान काफी ज्यादा चलना पड़ता है इसलिए यहां पर शरीर से कमजोर लोग जाने से बचें।

शनिवार वाड़ा के आसपास प्रमुख पर्यटन स्थल – Best Tourist Places around Shaniwar Wada in Hindi

पुणे में स्थित शनिवार वाडा को विजिट करने आप जा रहे हैं तो पुणे की यात्रा के दौरान शनिवार वाडा के आसपास स्थित प्रमुख पर्यटन स्थलों को भी विजिट कर सकते हैं। शनिवार वाडा के नजदीकी प्रमुख पर्यटन स्थल की सूची निम्न है –

  • लाल महल
  • शिवनेरी किला
  • सिंहगढ़ किला
  • राजगढ़ किला
  • पार्वती हिल, आदि।

( इन्हें भी पढ़े : – मालशेज घाट महाराष्ट्र

> अजिंक्यतारा किला की पूरी जानकारी )

शनिवार वाड़ा जाने का अच्छा समय – Best Time To Visit Shaniwar Wada in Hindi

शनिवार वाडा को विजिट करने आप अपने सुविधा के अनुसार पूरे साल में कभी भी जा सकते है, लेकिन यहां पर लोग वर्षा ऋतु और गर्मी के मौसम के दौरान जाने से कतराते हैं। इस शनिवार वाडा को विजिट करने अधिकतर लोग अक्टूबर माह से अप्रैल माह के बीच जाया करते हैं। आपको बता दें यही समय इस शनिवार वाडा को विजिट करने का अनुकूल समय भी माना जाता है।

शनिवार वाड़ा पुणे कैसे जाएं ? – How To Reach Shaniwar Wada Pune in Hindi

शनिवार वाड़ा कोई व्यक्ति कैसे पहुंच सकता है इसके बारे में बात करें तो, कोई भी व्यक्ति किसी भी माध्यम जैसे – वायु मार्ग, रेल मार्ग या सड़क मार्ग से जाकर इस शनिवार वाडा को आसानी से विजिट कर सकता है। इसके बारे में विस्तार से जानकारी नीचे दी गई है –

फ्लाइट से शनिवार वाड़ा पुणे कैसे जाएं ? – How To Reach Shaniwar Wada Pune By Flight in Hindi

शनिवार वाडा फ्लाइट से जाने के बारे में बात करें तो शनिवार वाडा के नजदीकी एयरपोर्ट पुणे में स्थित है। आप अपने यहां से पुणे एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट लेकर पुणे पहुंचने के उपरांत पुणे से मिलने वाले स्थानीय परिवहन की मदद से आप इस शनिवार किला को आसानी से विजिट कर सकते हैं। पुणे एयरपोर्ट से इस शनिवार वाडा की दूरी तकरीबन 11 किलोमीटर है।

ट्रेन से शनिवार वाड़ा पुणे कैसे जाएं ? – How To Reach Shaniwar Wada Pune By Train in Hindi.

अगर आप अपने यहां से ट्रेन के माध्यम से आकर इस शनिवार वाडा को विजिट करना चाहते हैं, तो भी आप काफी आसानी से विजिट कर सकते हैं। क्योंकि इस शनिवार वाडा के नजदीक की मुख्य रेलवे स्टेशन पुणे जंक्शन है जो कि इस शनिवार वाडा से तकरीबन 4 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है। इस तरह आप अपने यहां से ट्रेन पकड़कर पुणे जंक्शन पहुंचने के उपरांत, पुणे जंक्शन से चलने वाले स्थानीय परिवहन की सहायता से आप इस शनिवार वाडा को आसानी से विजिट कर सकते हैं।

सड़क मार्ग से शनिवार वाड़ा पुणे कैसे जाएं ? – How To Reach Shaniwar Wada By Road in Hindi.

पुणे में स्थित है इस शनिवार वाडा को आप अपने यहां से सड़क मार्ग द्वारा भी काफी आसानी से विजिट कर सकते हैं क्योंकि यह पुणे शहर में स्थित होने की वजह से आप यहां पर काफी सरलता पूर्वक सड़क मार्ग द्वारा पहुंच सकते हैं। पुणे सड़क मार्ग द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप यहां पर अपनी खुद की कार बाइक के मदद से भी गूगल मैप को फॉलो करते हुए काफी आसानी से पहुंच सकते हैं।

पूछें जाने वाले प्रश्न –

प्रश्न – शनिवार वाड़ा का निर्माण किसके द्वारा करवाया गया था ?

उत्तर – महाराष्ट्र राज्य के पुणे में स्थित शनिवार वाड़ा का निर्माण पेशवा बाजीराव प्रथम द्वारा करवाया गया था।

प्रश्न – शनिवार वाड़ा का निर्माण कब करवाया गया था ?

उत्तर – महाराष्ट्र राज्य में स्थित शनिवार वाड़ की नींव 10 जनवरी 1730 को रखी गई थी और 22 जनवरी 1732 को इस शनिवार वाडा किले का उद्घाटन किया गया था।

प्रश्न – शनिवार वाड़ा का नाम शनिवार वाड़ा क्यों रखा गया ?

उत्तर – शनिवार वाड़ा की नींव शनिवार के दिन और इसका उद्घाटन भी शनिवार के दिन से किया गया था इसलिए इसका नाम ‘शनिवार वाड़ा’ पड़ गया।

नमस्कार साथियों, शनिवार वाडा के बारे में यह जानकारी यहीं पर समाप्त होती है। हमारी यह जानकारी अगर आपको पसंद आई हो तो आप इसे दूसरे लोगों के साथ भी शेयर जरूर करें ताकि उनकी भी मदद हो सके और इस आर्टिकल से जुड़ी आप हमें कोई सुझाव या अपडेट देना चाहते हैं, तो नीचे कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं।

धन्यवाद

इन्हें भी पढ़े : –

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

RANDOM POSTS