नाहरगढ़ जैविक उद्यान जयपुर | Nahargarh Biological Park Jaipur In Hindi.

नाहरगढ़ जैविक उद्यान जयपुर शहर के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, जिसके उद्घाटन के लिए वर्ष 2016 में अतिथि के रूप में राजस्थान के मुख्यमंत्री वशुंधरा राजे को आमंत्रित किया गया था। अच्छी साफ-सफाई और देखभाल के मामले में नाहरगढ़ जैविक उद्यान भारत के अन्य जैविक उद्यानों की तुलना में काफी आगे है। इस उद्यान को पर्यटकों द्वारा फैलाए गए कचड़े और जानवरों के पिंजरे से आने वाली गंध की साफ-सफाई हमेशा एक निश्चित समय अंतराल से पहले ही कर दी जाती है। अगर आप भी इस उद्यान को विजिट करते हैं, तो इस उद्यान के साफ-सफाई का ध्यान जरूर रखें। आइए अब जानते हैं नाहरगढ़ जैविक उद्यान के बारे में-

नाहरगढ़ जैविक उद्यान कहां स्थित है ?

नाहरगढ़ जैविक उद्यान राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित है, जो जयपुर मुख्य शहर से लगभग 19 किमी. की दूरी पर NH 8 सड़क मार्ग पर स्थित राजस्थान ही नहीं, बल्कि देश का काफी प्रसिद्ध जैविक उद्यान है।

नाहरगढ़ जैविक उद्यान का इतिहास –

नाहरगढ़ जैविक उद्यान के इस क्षेत्र में पहले जंगल हुआ करता था, जो अरावली पर्वत श्रृंखला के बीच में स्थित था और उस समय इस जंगल में बाघों की संख्या बहुत ज्यादा थी। समय के साथ-साथ बाघों की संख्या तीव्र गति से घटती चली जा रही थी। आजादी के बाद बाघों की घटती संख्या को देखते हुए सरकार ने सन् 1980 में इस जंगल को “नाहरगढ़ वन्यजीव अभयारण्य” घोषित कर दिया।

एक समय ऐसा था, जब यह वन्यजीव अभयारण्य जानवरों के ना होने की वजह से काफी सुना-सुना सा लग रहा था यानी कहा जाए तो इस वन्यजीव अभयारण्य के क्षेत्रफल के अनुसार इसमें जानवरों की संख्या न के बराबर हो गई थी। और दूसरी ओर जयपुर के चिड़ियाघर में जानवरों को पर्याप्त जगह ना मिलने की वजह से उनकी मौत होती जा रही थी, इसलिए सरकार के निर्देशानुसार 2016 ई० में जयपुर चिड़ियाघर के जानवरों को नाहरगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में लाया गया, जिसके बाद से ही इस जैविक उद्यान को जयपुर के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों की सूची में गिना जाता है।

नाहरगढ़ जैविक उद्यान का क्षेत्रफल कितना है ?

इस जैविक उद्यान का क्षेत्रफल 720 हेक्टेयर है, जिसके 26 हेक्टेयर क्षेत्र में पशु-पक्षियों को पिंजरे में कैद करके रखा गया है। बाकी का 694 हेक्टेयर क्षेत्र खाली है, जिसमें कुछ जानवर और बहुत सारी अलग-अलग प्रजाति के पक्षी मौजूद हैं।

नाहरगढ़ जैविक उद्यान का निर्माण और उद्घाटन कब हुआ था ?

नाहरगढ़ जैविक उद्यान का निर्माण 2013 में शुरू हुआ था, जो मार्च 2016 में पूरा हो गया था। इस जैविक उद्यान का उद्घाटन राजस्थान के मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जून 2016 में किया था, जिसके बाद से काफी संख्या में पर्यटकों की आवाजाही लगी हुई है।

( इन्हें भी पढ़े : – कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य

> केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान)

नाहरगढ़ जैविक उद्यान में कौन-कौन से पशु-पक्षी मौजूद है ?

नाहरगढ़ जैविक उद्यान में भेड़िया (wolf), सियार (jackal), लकड़बग्घा (hyena), सुनहरे बाघ (royal Bengal tiger), सफेद बाघ (white tiger), तेंदुआ (leopard), बब्बर शेर (aslatic lion), बारहसिंघा (reindeer), सांभर, चिंकारा और चीतल हिरण (deer), सूअर (pig), साही (porcupine), लोमड़ी (fox), जंगली बिल्ली (Wild cat), घड़ियाल (alligator), मगरमच्छ (crocodile), भालू (beer), नेवला (weasel), दरियाई घोड़ा (hippopotamus), बंदर (monkey), लंगूर (baboon) और ऐमू (emu) आदि के साथ-साथ बहुत तरह के पक्षियों की प्रजाति भी मौजूद हैं।

नाहरगढ़ जैविक उद्यान के अलावा इस अभ्यारण्य के जंगलों में बाघ और जेब्रा जैसे जानवरों को लाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही इस उद्यान में हाथी को लाने की चर्चा भी चल रही है। बस कुछ ही दिनों में इन जानवरों को नाहरगढ़ जैविक उद्यान में लाने की चर्चा को हकीकत में बदला जा सकता है।

नाहरगढ़ जैविक उद्यान में प्रवेश शुल्क कितना लगता है ?

इस जैविक उद्यान में भारतीय लोगों यानी भारतीय एडल्ट का प्रवेश शुल्क ₹ 72 और भारतीय छात्रों का प्रवेश शुल्क ₹ 22 होता है, लेकिन अगर आपके पास अपने स्कूल या कॉलेज का आईडी कार्ड रहेगा, तभी आपको इस जैविक उद्यान का टिकट ₹ 22 में मिलेगा, वरना आपको भी इस जैविक उद्यान में घूमने के लिए ₹ 72 का ही एंट्री टिकट लेना पड़ेगा। इस जैविक उद्यान में विदेशी पर्यटकों का प्रवेश शुल्क ₹ 200 और विदेशी छात्रों का ₹ 100 लगता है।

अगर आप इस पार्क में वीडियो वगैरह शूट करने के लिए डीएसएलआर (DSLR) वगैरह लेकर जाते हैं, तो उसके लिए आपको ₹ 200 का टिकट लेना पड़ेगा, वरना पकड़े जाने पर आपको ₹ 1100 देना पड़ सकता है।

नाहरगढ़ जैविक उद्यान के खुलने और बंद होने का समय –

यह जैविक उद्यान मंगलवार को बंद रहता है। मंगलवार के अलावा सप्ताह के सभी दिन सुबह 09:00 बजे खुलता है और शाम 05:00 बजे बंद हो जाता है। शनिवार और रविवार के दिन इस जैविक उद्यान में काफी भीड़ होती है, क्योंकि शनिवार के दिन कुछ ऑफिस और रविवार के दिन स्कूल, कॉलेज और ऑफिस के छुट्टी रहती है, इसलिए इन दो दिनों में नाहरगढ़ जैविक उद्यान में फैमिली वाले पर्यटकों की संख्या सप्ताह के बाकी दिनों की तुलना में अधिक देखने को मिलती है।

नाहरगढ़ जैविक उद्यान कैसे पहुंचे?

नाहरगढ़ जैविक उद्यान जाने के लिए सबसे पहले आपको राजस्थान की राजधानी जयपुर आना पड़ेगा। जयपुर पहुंचने के लिए देश के प्रमुख शहरों से फ्लाइट, ट्रेन और बस की सुविधा उपलब्ध होती है। जयपुर से नाहरगढ़ जैविक उद्यान जाने के लिए टैक्सी की सुविधा उपलब्ध होती है। अगर आप अपने फैमिली के साथ नाहरगढ़ जैविक उद्यान जा रहे हैं, तो जयपुर पहुंचने के बाद नाहरगढ़ जैविक उद्यान जाने के लिए प्राइवेट टैक्सी भी बुक कर सकते हैं।

मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। अगर इस पोस्ट से संबंधित आपका कोई सवाल हो, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। मैं आपको जवाब देने की कोशिश जरूर करूंगा।

धन्यवाद…

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