औली जिसके आगे मनाली भी कुछ नहीं है। औली मुख्य रूप से स्नो फॉल, ट्रेकिंग, स्कीइंग और कैंपिंग के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध उत्तराखंड का एक छोटा और बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है, जहां पर आप सर्दियों में जाकर इन सभी चीजों को एंजॉय कर सकते हैं। औली जाने के बाद बर्फ से ढंकी ऊंची पहाड़ों की चोटियां, बड़े-बड़े देवदार के वृक्ष के ऊपर बर्फ ही बर्फ, जमीन पर पड़े बर्फ के ढेर के ऊपर कैंपिंग, ट्रेकिंग और स्कीइंग करने वाले पर्यटकों को देखा जा सकता है।
अगर आप भी किसी ऐसे ही बर्फीले जगह की खोज में हैं, जहां पर स्नो फॉल, ट्रेकिंग, स्कीइंग और कैंपिंग सब एक साथ एंजॉय किया जा सकता है, तो औली आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। यहां पर आप सर्दियों के मौसम में जाने का प्लान आप बना सकते हैं।
औली कहां स्थित है?
यह भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में है, जो नजदिकी शहर जोशीमठ से मात्र 8 किमी. की दूरी पर स्थित है।
औली की खूबसूरती का राज क्या है?
औली चारों तरफ से नंदादेवी, दुनागिरी, नीलकंठ और कामेट जैसे पर्वतों से घिरा हुआ है। सर्दियों में इन पहाड़ों के ऊपर बर्फ पड़ने की वजह से औली की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं। औली जाने पर मजा तब आता है, जब बर्फ के ऊपर ट्रेक करते समय पेड़ों की डालियों को हिलाने पर हमारे ऊपर बर्फ गिरता है। इस चीज को आप सिर्फ सर्दियों में ही औली जाने के बाद एंजॉय कर सकते हैं।
जोशीमठ पहुंचने के बाद रोपवे पर बैठकर औली के बर्फीले जगहों पर घूमने जाते समय देवदार के पेड़ों के ऊपर पड़ी हुई हल्की-हल्की बर्फ, घरों के ऊपर यानी छतों पर बर्फ ही बर्फ और जमीन पर बर्फ की ढेर के ऊपर ट्रेकिंग और स्कीइंग करते लोगों को देखने का एक अलग ही अनुभव होता है। यही कारण है कि सर्दियों के मौसम में औली उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल हो जाता है, जहां पर ट्रेकिंग और स्कीइंग करने के लिए विदेशी पर्यटक भी रहते हैं।
जोशीमठ से औली जाने वाले रोपवे का किराया –
जोशीमठ से औली ले जाने वाले रोपवे का किराया ₹ 1000 होता है, जिसमें 25 यात्री बैठ सकते हैं। जोशीमठ से रोपवे वाले मार्ग से औली की दूरी लगभग 4.15 किमी. है, जहां पर आप रोपवे से 25-30 मिनट में पहुंच सकते हैं।
औली कैसे पहुंचे?
औली जाने के लिए आप फ्लाइट, ट्रेन, बस, कार, बाइक या टैक्सी की सुविधा ले सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि अगर आप फ्लाइट, ट्रेन, बस, कार, बाइक और टैक्सी से औली जाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको उत्तराखंड के किस शहर में पहुंचना पड़ेगा और वहां से आप औली कैसे जा सकेंगे।
अगर आप फ्लाइट, ट्रेन, बस, कार, बाइक और टैक्सी वगैरह से औली जाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको जोशीमठ जाना पड़ेगा, जो औली का सबसे निकटतम प्रसिद्ध शहर है। तो चलिए जानते हैं कि फ्लाइट, ट्रेन, बस और टैक्सी से जोशीमठ कैसे पहुंचे।
हवाई जहाज से जोशीमठ कैसे पहुंचे?
नजदीकी हवाई अड्डा जौली ग्रांट है, जो जोशीमठ से लगभग 265 किमी. की दूरी पर स्थित है। सबसे पहले आपको जौली ग्रांट एयरपोर्ट से बस या टैक्सी से हरिद्वार जाना पड़ेगा, जहां से जोशीमठ जाने के लिए बस और टैक्सी वगैरह की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। हरिद्वार से आप आसानी से बस पकड़ कर जोशीमठ पहुंच सकते हैं।
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ट्रेन से जोशीमठ कैसे पहुंचे?
जोशीमठ का नजदीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार में है, जो जोशीमठ से लगभग 275 किमी. की दूरी पर स्थित है। हरिद्वार से आप सुबह बस पकड़कर जोशीमठ आसानी से पहुंच सकते हैं।
बस से जोशीमठ कैसे पहुंचे?
बस से जोशीमठ जाने के लिए सबसे पहले आपको हरिद्वार जाना होगा, जहां जाने के लिए दिल्ली जैसे बड़े शहरों से बस की सुविधा उपलब्ध होती है। हरिद्वार से जोशीमठ जाने के लिए बस की सुविधा उपलब्ध होती है, जिसकी सुविधा लेकर शाम तक आप जोशीमठ पहुंच सकते हैं।
टैक्सी से जोशीमठ कैसे पहुंचे?
टैक्सी से जोशीमठ जाने के लिए सबसे पहले आपको देहरादून, ऋषिकेश या हरिद्वार जाना होगा, जहां से जोशीमठ जाने के लिए शेयर टैक्सी की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
कार और बाइक से जोशीमठ कैसे पहुंचे?
कार और बाइक से जोशीमठ के लिए सबसे पहले आपको ऋषिकेश, देहरादून या हरिद्वार जाना होगा और वहां से आप बस और टैक्सी वाला रूट पकड़कर जोशीमठ आसानी से पहुंच सकते हैं।
जोशीमठ में औली कैसे पहुंचे?
जोशीमठ में औली जाने के दो तरीके हैं, जिनमें से आप किसी भी एक तरीके से औली पहुंच सकते हैं। तो चलिए जानते हैं जोशीमठ जाने के उन दोनों तरीकों के बारे में –
1 . रोपवे – जोशीमठ से औली जाने के लिए रोपवे की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिसकी मदद से आप 25-30 मिनट में औली पहुंच सकते हैं। इस रोपवे का किराया ₹1000 होता है।
2 . टैक्सी – जोशीमठ से औली जाने के लिए रेंटल टैक्सी की सुविधा उपलब्ध होती है, जिसका किराया सिर्फ औली जाने का ₹ 1200 के आसपास होता है। जोशीमठ से टैक्सी की सुविधा लेकर औली जाना थोड़ा ज्यादा महंगा होता है, क्योंकि जोशीमठ से औली जाने के बाद आपको वहां से भी औली के बर्फीले जगहों पर जाने के लिए रोपवे की सुविधा लेनी होगी, जिसका किराया ₹ 500 होता है।
यानी की जिस चीज को आप जोशीमठ के रोपवे से मात्र ₹ 1000 में एंजॉय कर सकते थे, उसी चीज को औली जाकर औली के रोपवे से एंजॉय करने में आपका ₹ 3100 खर्च हो सकता है। जैसे –
जोशीमठ रोपवे – ₹ 1000
प्राइवेट टैक्सी – (जोशीमठ-औली) – ₹ 1200 (एक तरफ),
दोनों तरफ प्राइवेट टैक्सी – (जोशीमठ-औली और औली-जोशीमठ) का किराया – ₹ 2400
औली रोपवे – ₹ 500
टैक्सी – जोशीमठ-औली और औली-जोशीमठ (₹ 2400) + औली रोपवे (₹ 500)
₹ 2400 + ₹ 500 = ₹ 3100
इसलिए जितना हो सके, आप जोशीमठ से रोपवे के माध्यम से ही औली जाने की कोशिश करें, वरना अगर आप गलती से भी जोशीमठ से टैक्सी पकड़कर औली चले जाते हैं और वहां जाकर एंजॉय करते हैं, तो उतने ही पैसे में जोशीमठ से 3 लोग औली के बर्फीले जगहों पर जाकर घूम सकते हैं।
मुझे उम्मीद है कि मेरे द्वारा “औली जिसके आगे मनाली भी कुछ नहीं” के बारे में दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो, तो आप इस जानकारी को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और आसपास के लोगों के साथ शेयर करें, जिससे कि वे लोग भी “औली जिसके आगे मनाली भी कुछ नहीं” के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।
धन्यवाद।
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