हेलो दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम राज्य उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में से एक वाराणसी के पास स्थित सारनाथ के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। सारनाथ एक ऐसा स्थल है, जहां पर सर्वप्रथम गौतम बुद्ध ने अपना बौद्ध धर्म का उपदेश दिया था। सारनाथ कई धार्मिक स्थलों के साथ का पर्यटन स्थल के लिए भी जाना जाता है। यहां पर काफी अधिक संख्या में विदेशियों का आना जाना रहता है साथ में कई ऐसे मंदिर भी मंदिर हैं जिन्हें विदेशियों के द्वारा स्थापित किए गए हैं। सारनाथ के बारे में लिखी गई हमारी इस आर्टिकल को आप पूरा अंत तक जरूर पढ़े ताकि आपको पूरी जानकारी प्राप्त हो सके। अब चलिए हम अपने आर्टिकल में आगे की ओर बढ़ते हैं –
सारनाथ के बारे में – About Sarnath Varanasi in Hindi
सारनाथ उत्तर प्रदेश का एक ऐसा स्थल है जोकि जैन, बौद्ध के साथ-साथ हिंदू धर्म के लिए भी एक पौराणिक आदर्श स्थल के रूप में आज भी जाना जाता है। उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में से एक वाराणसी से तकरीबन 10 किलोमीटर की दूरी पर यह सारनाथ अपने यहां कई पौराणिक एवं ऐतिहासिक स्मारक, स्तंभ और मंदिरों को बसाया हुआ है। सारनाथ से ही सर्वप्रथम गौतम बुद्ध ने बौद्ध धर्म का प्रसार शुरू किया था। सारनाथ से जुड़ी अन्य जानकारी नीचे दी गई है कृपया आप हमारे इस आर्टिकल में अंत तक बने रहिए –
सारनाथ का इतिहास- History of Sarnath In Hindi
सारनाथ उत्तर प्रदेश में स्थित बौद्ध तीर्थ यात्रियों के लिए एक पौराणिक एवं पवित्र स्थल के रूप में जाना जाता है। यहां पर कई सारी खूबसूरत मंदिर, स्तूप, संग्रहालय के साथ-साथ पौराणिक इमारतें भी देखी जा सकती हैं। सारनाथ का पौराणिक नाम ऋषिपतन हुआ करता था। सारनाथ की उत्पत्ति सारंगनाथ यानी कि गौतम बुद्ध से हुआ है।
533 ईसा पूर्व से 300 वर्ष तक का सारनाथ का कोई भी इतिहास नहीं है क्योंकि उत्खनन के दौरान इस काल का कोई भी अवशेष प्राप्त नहीं हुआ। सारनाथ में ही गौतम बुद्ध ने अपने पांचों शिष्यों को अपना पहला उपदेश सुनाया था। सारनाथ में बौद्ध धर्म का विकास सम्राट अशोक के शासनकाल के दौरान बौद्ध धर्म में रूचि लेने के कारण हुआ था। सम्राट अशोक ने ही सारनाथ में कई स्मारक और स्तम्भ का निर्माण करवाया था।
सम्राट अशोक के शासनकाल के कई वर्षों पश्चात यहां पर विदेशियों ने हमला किया जिसके कारण सारनाथ की बहुत क्षति पहुंची। 19वीं शताब्दी के दौरान कुछ ब्रिटिशों द्वारा सारनाथ के महत्व को समझते हुए इसे फिर से संरक्षित महत्वपूर्ण स्थल के रूप में विकसित करने का कार्य किया गया।
सारनाथ के प्रमुख पर्यटक स्थल – Best Tourist places in Sarnath in Hindi
उत्तर प्रदेश के सारनाथ में घूमने के लिए यहां पर कई अनेकों पर्यटक स्थल हैं लेकिन इस आर्टिकल में हम उनमें से कुछ महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल के बारे में ही बात करेंगे। जो इस प्रकार हैं –
सारनाथ का पुरातत्व संग्रहालय -Sarnath Museum in Hindi
1910 में स्थापित सारनाथ पुरातत्व संग्रहालय कोई खास बड़ा नहीं है लेकिन इस संग्रहालय में काफी पौराणिक तकरीबन सात हजार अलग – अलग चीजे रखी गई है। बताया जाता है कि इस संग्रहालय में 12 वीं शताब्दी से पूर्व की बुद्ध काल की बेहतरीन नमूना देखी जा सकती है।
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अशोक स्तंभ सारनाथ – Ashoka Pillar Sarnath in Hindi
अशोक स्तंभ को सम्राट अशोक ने अपने शासनकाल के दौरान निर्मित करवाया था। अशोक स्तंभ महान सम्राट अशोक द्वारा 250 ईसा पूर्व में सारनाथ में बनवाया गया। सारनाथ में निर्मित स्तंभ में चार शेर एक दूसरे से पीठ सटा कर बैठे हुए है। इसी अशोक स्तंभ भारत के राष्ट्रीय चिन्ह के रूप में अपनाया गया है।
चौखंडी स्तूप सारनाथ – Chaukhandi Stupa Sarnath in Hindi
चौखंडी स्तूप गौतम बुद्ध से जुड़ी हुई हैं। यहां पर बुद्ध से जुड़ी अनेकों निशानियां देखी जा सकती है। बताया जाता है कि गौतम बुद्ध अपने 5 शिष्यों को यहीं पर अपना प्रथम उपदेश सुनाया था। बताया जाता है कि इस चौखंडी स्तूप को ठीक उसी जगह बनाया गया है, जहां पर गौतम बुद्ध ने अपने पांचों शिष्यों से मुलाकात किए थे।
तिब्बती मंदिर सारनाथ – Tibetan Temple Sarnath in Hindi
तिब्बती मंदिर को सारनाथ के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है। इस तिब्बती मंदिर में गौतम बुद्ध की एक मूर्ति भी स्थापित है। इस तिब्बती मंदिर में थाईलैंड,, तिब्बत, चीन और जापान से काफी अधिक संख्या में तीर्थ यात्री के साथ-साथ बौद्ध विद्वान भी आया करते हैं।
सारनाथ घूमने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Sarnath In Hindi
सारनाथ को विजिट करने का अच्छा समय बताने से पहले मैं आपको बता दूं कि सारनाथ लोग अपनी सुविधा के अनुसार पूरे साल भर घूमने जाया करते हैं, लेकिन यहां पर चिलचिलाती गर्मी के दौरान जाने वाले लोगों की संख्या में काफी ज्यादा गिरावट देखी जाती है। इस सारनाथ को विजिट करने का अच्छा समय अक्टूबर से लेकर मार्च माह के बीच के दौरान के समय को माना जाता है। इस सारनाथ में लोगों की अधिक संख्या यहां पर मनाए जाने वाले उत्सव के दौरान भी देखे जाते हैं।
सारनाथ कैसे जाएं ? – How To Reach Sarnath Varanasi In Hindi
उत्तर प्रदेश में स्थित सारनाथ पहुंचने के बारे में बात करें तो आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी माध्यम जैसे हवाई मार्ग, सड़क मार्ग या रेल मार्ग के सहायता से काफी सरलता पूर्वक सारनाथ पहुंच सकते हैं। ऐसा इसलिए कि सारनाथ अगर आप वायु मार्ग द्वारा जाना चाहते हैं तो इसके नजदीकी हवाई अड्डा लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। इस लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से सारनाथ के बीच की दूरी मात्र 25 किलोमीटर है।
इसके अलावा सारनाथ के नजदीकी रेलवे स्टेशन सारनाथ रेलवे स्टेशन है। इसके अलावा अगर आप यहां पर वाराणसी से पहुंचना चाहते हैं तो भी आप काफी आसानी से पहुंच सकते हैं। क्योंकि वाराणसी मुख्य शहर से तकरीबन 10 किलोमीटर की दूरी अंतराल पर स्थित है। आप कहीं से भी वाराणसी के लिए ट्रेन पकड़कर वाराणसी जंक्शन पहुंचने के उपरांत वाराणसी से सारनाथ के लिए ट्रेन लेकर या कोई टैक्सी पकड़ कर आप काफी आसानी से सारनाथ पहुंच जाएंगे।
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