अग्रसेन की बावली की संपूर्ण जानकारी | Agrasen Ki Baoli In Hindi

हेलो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम दिल्ली में स्थित महाभारत काल में निर्मित अग्रसेन की बावड़ी के बारे में तकरीबन सभी जानकारियों को विस्तार से जानने वाले हैं। आज के समय में यह बावड़ी खंडहर का रूप धारण किए इतिहास में रुचि रखने वाले लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। तो चलिए शुरू करते हैं, लेकिन शुरू करने से पहले आपसे मेरा एक निवेदन है कि आप मेरे इस ब्लॉग पोस्ट को पूरा अंत तक जरूर पढ़ें।

अग्रसेन की बावली के बारे में – About Agrasen Ki Baoli In Hindi

अग्रसेन के इस बावड़ी के निर्माण के बारे में कोई पुख्ता सबूत नहीं मिलता है, पर कुछ लोगों का कहना है कि इसका निर्माण महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। इसके निर्माण के बारे में बताया जाता है कि इसका निर्माण राजा अग्रसेन के द्वारा करवाया गया था। राजधानी दिल्ली के हाईवे रोड पर स्थित यह पौराणिक वास्तुकाला वाला स्मारक आज के समय में संरक्षित पुरातत्विक स्थल की सूची में रखा गया है।

इस बावड़ी के बारे में बताया जाता है, कि यहां पर पहले के समय में लोग गर्मी से राहत पाने एवं समय बिताने के लिए यहां पर आया करते थे। इस बावड़ी को आज के समय में कुछ लोग हॉन्टेड बावड़ी के नजर से भी देखते हैं।

अग्रसेन की बावली कहा है ?

अग्रसेन की बावली राजधानी दिल्ली में हैली रोड पर स्थित एक पौराणिक वास्तुकला वाला स्मारक है ।

अग्रसेन की बावली का निर्माण किसने करवाया था ?

अग्रसेन की बावड़ी का निर्माण के बारे में महाभारत काल के समय को बताया जाता है। बताया जाता है, कि इस बावली का निर्माण राजा अग्रसेन के द्वारा किया गया था।

अग्रसेन की बावली की वास्तुकला – Architecture of Agrasen Ki Baoli In Hindi

दिल्ली में स्थित अग्रसेन की बाओली की वस्तुकला के बारे में बात करें तो लंबाई 60 मीटर और 15 मीटर ऊंची इस बावली का निर्माण लाल बलुआ पत्थर के द्वारा किया गया है। इस बावली में नीचे अंदर की तरफ जाने के लिए तकरीबन 105 सीढ़ियां बनी हुई है। इस बावली की वास्तुकला देखने में काफी ज्यादा आकर्षक लगती है।

अग्रसेन की बावली की भूतिया कहानी – Agrasen Ki Baoli Haunted Story In Hindi

दिल्ली के इस अग्रसेन बावली के बारे में लोगों का भूतिया होने का भी बात बताया जाता है। यहां पर लोगों द्वारा कई असमान गतिविधियों को नोटिस किया गया है। इस अग्रसेन की बाओली के बारे में आज के समय में भी यह बताया जाता है, कि यहां लेट समय तक रुकने के उपरांत कुछ असमान्य गतिविधियां देखी जा सकती हैं। पर इस बात में कितनी सच्चाई है कुछ कह नहीं सकते, लेकिन इतना जरूर है कि इस बावड़ी को लेकर लोगों के मन में भूत-प्रेत का ख्याल जरूर आता है।

(इन्हें भी पढ़े : – फिरोज़ शाह कोटला किला

कुतुब मीनार की जानकारी)

अग्रसेन की बावली में जाने का प्रवेश शुल्क – Entry Fee of Agrasen Ki Baoli In Hindi

दिल्ली के इस अग्रसेन बावली में किसी भी व्यक्ति को आने-जाने एवं यहां पर घूमने-फिरने के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क के रूप में चार्ज नहीं लिया जाता है। आप यहां पर निशुल्क ही घूम सकते हैं।

अग्रसेन की बावली में जाने का समय – Timings of Agrasen Ki Baoli In Hindi

दिल्ली में स्थित यह पौराणिक बावली पर्यटकों के आने-जाने के लिए सुबह 7:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक खुली रहती है इस बीच आप इस बावली में कभी भी आ जा सकते हैं।

अग्रसेन की बावली जाने का अच्छा समय – Best Time To Visit Agrasen Ki Baoli In Hindi

अग्रसेन की बावड़ी या दिल्ली के किसी भी पर्यटक स्थल को घूमने जाने का अच्छा समय के बारे में बात करें तो आप यहां पर वैसे तो पूरे साल में कभी भी जा सकते हैं, लेकिन आपको मालूम होगा कि दिल्ली में ठंड के मौसम में तापमान काफी कम एवं गर्मी के मौसम में तापमान काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए आप कड़ाके की ठंड एवं कड़ाके की गर्मी के दौरान यहां घूमने जाने से बचे, यही आपके लिए उचित रहेगा।

अग्रसेन की बावली कैसे पहुंचे ? – How To Reach Agrasen Ki Baoli In Hindi

दिल्ली में स्थित इस अग्रसेन की बावड़ी को घूमने जाने वाले है, तो आपको बता दें कि इस बावली के नजदीकी मेट्रो स्टेशन राजीव चौक है। राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पहुंचने के उपरांत वहां से यह बावली काफी पास में ही स्थित है। अगर आप अग्रसेन की बाओली दिल्ली के अलावा भारत के अन्य मुख्य शहरों से भी आना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी माध्यम जैसे वायु मार्ग, रेलवे या सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं।

अगर आप वायु मार्ग का चुनाव करते हैं तो आपको बता दें दिल्ली में स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल हवाई अड्डा भारत के मुख्य शहरों से यहां के लिए अक्सर फ्लाइट उड़ान भर्ती है। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल हवाई अड्डा पहुंचने के उपरांत आप मेट्रो, बस या टैक्सी की सुविधा लेकर अग्रसेन की बाओली आसानी से पहुंच सकते हैं।

अगर आप यहां पर ट्रेन के माध्यम से पहुंचना चाहते हैं तो भी आपको बता दें, दिल्ली में स्थित रेलवे जंक्शन एवं आनंद विहार में स्थित रेलवे स्टेशन के लिए भारत के अनेक शहरों से लगातार ट्रेन की सुविधा देखने को मिलती है। आप यहां पर अपने यहां से ट्रेन के द्वारा भी आसानी से पहुंच सकते हैं। और रही अगर सड़क मार्ग से आने की बात तो आप सड़क मार्ग से भी यहां पर आसानी से खुद की कार यहां बाइक के द्वारा पहुंच सकते हैं। क्योंकि दिल्ली भारत के अन्य शहरों से नेशनल हाईवे के द्वारा काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

महाभारत काल में बनी अग्रसेन की बाओली जो कि दिल्ली में स्थित है के बारे में हमारा यह ब्लॉग पोस्ट आपको, कैसा लगा आप अपना राय हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से कमेंट कर जरूर करे। हमारे इस ब्लॉग पोस्ट को आप अपने दोस्तों एवं रिश्तेदारों के साथ भी शेयर जरूर करें ।

धन्यवाद

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