आज आपको स्वर्ण मंदिर बजट यानी श्री हरमंदिर साहिब ट्रिप की बजट के बारे में जानने को मिलेगा, जो पंजाब के अमृतसर शहर में स्थित सिखों का सबसे बड़ा गुरुद्वारा है। आपको इस पोस्ट में श्री हरमंदिर साहिब जाने पर खाने-पीने, रहने और लोकल ट्रांसपोर्ट में होने वाले खर्च की जानकारी मिलेगी, ताकि आपको अपने इस ट्रिप को कंप्लीट करने में कोई दिक्कत ना हो सके। स्वर्ण मंदिर के साथ ही जलियांवाला बाग, वाघा बॉर्डर और दुर्गियाना मंदिर को विजिट करने का खर्च भी बताया गया है। आइए जानते हैं स्वर्ण मंदिर बजट के बारे में-
स्वर्ण मंदिर के आसपास खाने-पीने की व्यवस्था-
अगर आप अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में जाते हैं, तो आपको वहां पर खाने-पीने की व्यवस्था भी देखने को मिलेगी, क्योंकि वहां पर स्वर्ण मंदिर ट्रस्ट की तरफ से लंगर की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, जहां पर अच्छी गुणवत्ता की ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाती है। अगर आप किसी होटल में खाना खाते हैं, तो आपको वहां पर ₹ 100 में थाली सिस्टम मिल जाएगा।
स्वर्ण मंदिर के आसपास होटल की व्यवस्था-
स्वर्ण मंदिर ट्रस्ट की तरफ से रूम की सुविधा दी जाती है, जिसकी बुकिंग आप ऑनलाइन भी कर सकते हैं। ट्रस्ट की तरफ से उपलब्ध कराई गई सभी एसी रूम होती है, जिसका 24 घंटे का किराया मात्र ₹ 500 होता है। ट्रस्ट के द्वारा उपलब्ध कराई गई रूम में एंटर और एक्जिट करने का समय दोपहर 12 बजे से अगले दिन दोपहर 12 बजे के बीच का होता है।
अगर आपको ट्रस्ट की रूम ना मिले, तो आप प्राइवेट होटल भी बुक कर सकते हैं, जो आपको ₹ 600-800 में आसानी से मिल जाएगा। अगर आपको काफी अच्छा रूम चाहिए, तो आपको स्वर्ण मंदिर के आसपास ₹ 2000 तक के भी रूम देखने को मिल जाएंगे।
स्वर्ण मंदिर के आसपास घूमने की जगह –
दुर्गियाना मंदिर – स्वर्ण मंदिर से मात्र 4 किमी. की दूरी पर स्थित दुर्गियाना मंदिर, जो दुर्गा माता को समर्पित है, की बनावट भी स्वर्ण मंदिर की तरह ही है, जहां पर आप आप ऑटो से जा सकते हैं और माता दुर्गा जी के दर्शन कर सकते हैं। स्वर्ण मंदिर से दुर्गियाना मंदिर ले जाने वाली ऑटो का किराया ₹ 30 होता है।
जलियांवाला बाग – आज भी कौन भारतीय जलियांवाला बाग के बारे में नहीं जानता है। सन् 19 ई० में हुई जलियांवाला बाग की घटना में चलाई गई जनरल डायर के आदेश पर गोलियों के निशान को आज भी देखा जा सकता है। इसके साथ-साथ गोलियों से बचने के लिए जिन लोगों ने कुएं में कूदकर अपनी जान गवां दिया था, उस कुएं को भी आप देख सकते हैं। जलियांवाला बाग में कोई भी निःशुल्क प्रवेश कराई जाती है।
वाघा बॉर्डर – भारत का यही वो स्थान है, जहां पर भारत और पाकिस्तान दोनों देशों की सेनाओं की परेड होती है। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर, दुर्गियाना मंदिर और जलियांवाला बाग में घूमने के बाद आप वाघा बॉर्डर पर घूमने जरूर जाएं। स्वर्ण मंदिर से आप टैक्सी या ट्रैवलर के द्वारा वाघा बॉर्डर जा सकते हैं, जिसका किराया जाने और आने का ₹ 250 होता है।
स्वर्ण मंदिर घूमने के लिए कितने दिन का टूर बनाएं?
अगर आप सिर्फ स्वर्ण मंदिर में घूमने जाते हैं, तो आप एक दिन में ही स्वर्ण मंदिर को घूमने के बाद वापस अपने शहर की ओर लौट सकते हैं, लेकिन अगर आप स्वर्ण मंदिर के साथ-साथ दुर्गियाना मंदिर, जलियांवाला बाग और वाघा बॉर्डर को विजिट करते हैं, तो आपको इन सभी जगहों को विजिट करने के लिए 2 दिन और 1 रात का समय देना ही पड़ेगा।
स्वर्ण मंदिर को विजिट करने का कुल खर्च-
स्वर्ण मंदिर के साथ-साथ दुर्गियाना मंदिर, जलियांवाला बाग और वाघा बॉर्डर को विजिट करने में लगे कुल खर्च के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है-
भोजन – ₹ 300 (1 दिन)
2 दिन – ₹ 600
होटल – ₹ 500, 600 या ₹ 700
लोकल ट्रांसपोर्ट में खर्च – ₹ 300
प्रसाद – ₹ 100
कुल खर्च – 600+700+300+100= ₹ 1700
नोट-: इस बजट में आपको अपने शहर से अमृतसर जाने और वापस आपके शहर लौटने में होने वाले खर्च की जानकारी नहीं दी गई है।
अगर आप स्वर्ण मंदिर के साथ-साथ दुर्गियाना मंदिर, जलियांवाला बाग और वाघा बॉर्डर को विजिट करते हैं, तो आप इस पूरे ट्रिप को मात्र ₹ 1700 यानी ₹ 2000 से कम में ही कंप्लीट कर सकते हैं।
जानकारी अच्छी लगी हो, तो हमारे फेसबुक पेज को फॉलो जरूर करें।
धन्यवाद।
इन्हें भी पढ़े : –