हेलो दोस्तों आज के इस आर्टिकल मे आपका स्वागत है। आज के इस आर्टिकल में हम मुजफ्फरनगर के कुछ प्रमुख जगहों के बारे में जानने वाले हैं अगर आप भी मुजफ्फरनगर ट्रिप का प्लान बना रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। इस आर्टिकल को अब शुरू से अंत तक जरूर पढ़े, ताकि इस आर्टिकल में दी गई पूरी जानकारी आपको प्राप्त हो सके, तो चलिए हम अपने इस आर्टिकल में जानकारी की ओर आगे बढ़ते हुए मुजफ्फरनगर के कुछ प्रमुख जगहों के बारे में जान लेते हैं।
वहलना जैन मंदिर मुजफ्फरनगर – Vahlana Jain Temple Muzaffarnagar
वहलना जैन मंदिर मुजफ्फरनगर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर बहुत बड़े छेत्र में फैला हुआ है। यह एक दिगंबर जैन मंदिर है। इस मंदिर के अंदर बहुत ही सुंदर गार्डन बना हुआ है, जो देखने में काफी ही ज्यादा खूबसूरत लगता है।
यहां पर पार्श्वनाथ भगवान जी का सुंदर एक मंदिर भी है जो देखने में काफी ज्यादा सुंदर लगता है। यहां पर जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ जी की 31 फीट ऊंची खडगासन प्रतिमा देखने को मिलती है, यह प्रतिमा 108 नयन सागर जी मुनिराज जी के द्वारा स्थापित की गई थी।
हनुमत धाम नक्षत्र वाटिका शुकतीर्थ मुजफ्फरनगर – Hanumat Dham Muzaffarnagar
हनुमत धाम नक्षत्र वाटिका यह गंगा नदी के किनारे बना हुआ है। यह हनुमत धाम नक्षत्र वाटिका मुजफ्फरनगर जिले के शुक्रताल में स्थित है, यह शुक्रताल का एक मुख्य स्थल है। इस बगीचे के चारों तरफ बहुत सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं जो देखने में काफी ज्यादा ही सुंदर लगते है।
इस बगीचे में जानवरों, इंसानों और देवी देवताओं के स्टेचु बने हुए हैं जो देखने में बहुत ही ज्यादा अच्छे लगते हैं इसके साथ ही यहां पर आपको शेर, हाथी, जिराफ, कछुआ आदि का स्टेचु भी देखने को मिल जाएंगे इसके अतिरिक्त यहां पर श्री कृष्ण जी शंकर जी और अनेक ऋषियों की प्रतिमा भी देखने को मिलती है। यह जगह बहुत ही सुंदर जगह है अगर आप कभी भी शुक्रताल घूमने के लिए आए तो इस जगह को जरूर विजिट करे।
गंगा नहर घाट मुजफ्फरनगर Ganga Canal Ghat Muzaffarnagar
इस गंगा नहर पर एक सुंदर घाट बनाया गया है जो मुजफ्फरनगर के खतौली में स्थित है। इस घाट में आप नहा भी सकते हैं। यहां पर शाम के समय गंगा नदी की आरती होती हैं। यहां पर पूजा पाठ भी किया जाता है, साथ ही यहां पर मकर संक्रांति के दौरान मेला भी लगता है। यह गंगा नहर घाट मुजफ्फरनगर का एक बहुत ही सुंदर स्थल है। यहां पर आकर आपको बहुत ही अच्छा लगेगा।
हैदरपुर वेटलैंड मुजफ्फरनगर Hyderpur Wetland Muzaffarnagar
यह हैदरपुर वेटलैंड मुजफ्फरनगर का एक मुख्य आकर्षक स्थल है। यहां पर बहुत सारी पक्षियों की प्रजातियां देखने को मिलती है। यहां पर वाॅच टावर बना हुआ है, जहां से आप दूर दूर तक का दृश्य देख सकते हैं। हैदरपुर वेटलैंड मुजफ्फरनगर में घूमने के लिए एक बहुत ही अच्छा जगह है। यहां पर आकर आपको बहुत ही अच्छा महसूस होगा।
कमला नेहरू वाटिका मुजफ्फरनगर – Kamala Nehru Vatika Muzaffarnagar
कमला नेहरू वाटिका मुजफ्फरनगर में घूमने के लिए सबसे अच्छे जगहों में से एक है। यह पार्क मुजफ्फरनगर में शहर के बीचोबीच स्थित है। यह पार्क एक बहुत ही खूबसूरत पार्क है जोकि बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है।
इस पार्क में अनेक तरह के पेड़ पौधे लगे हुए हैं जो देखने में काफी ही ज्यादा सुंदर लगते हैं। यहां पर आप जॉगिंग व वॉकिंग भी कर सकते हैं। इस पार्क के बीच में फाउंटेन बना हुआ है जो बहुत ही सुंदर लगता है। यहां पर आप अपने फैमिली या दोस्तों के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं।
गोलोक धाम मंदिर मुजफ्फरनगर – Golok Dham Temple Muzaffarnagar
यह गोलोक धाम मंदिर मुजफ्फरनगर में गांधी कॉलोनी में स्थित है। यह मंदिर मुख्य रुप से श्री राधा कृष्ण जी को समर्पित है। यह गोलोक धाम मंदिर एक बहुत बड़ा मंदिर है, जिसमें बहुत ही देवी-देवताओं की मूर्तियां है। इस मंदिर में जन्माष्टमी के समय बहुत ही बड़ा उत्सव मनाया जाता है। यह गोलोक धाम मंदिर मुजफ्फरनगर के एक प्रसिद्ध मंदिर है। यहां पर आपको आकर बहुत ही अच्छा महसूस होगा।
हनुमत धाम मुजफ्फरनगर – Hanumat Dham Muzaffarnagar
हनुमत धाम मुजफ्फरनगर में शुक्रताल में स्थित है। यह शुक्रताल का एक प्रसिद्ध मंदिर है, इस मंदिर में हनुमान जी की 72 फीट ऊंची प्रतिमा बनी हुई है जो देखने में काफी ही ज्यादा सुंदर लगता है। इस प्रतिमा का निर्माण श्री सुदर्शन सिंह चक्र और इंद्र कुमार जी ने करवाया है। हनुमत धाम मुजफ्फरनगर का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। यहां पर राम जी, कृष्ण जी, मां दुर्गा और भगवान शिव के दर्शन करने को मिलते हैं।
श्री विश्वनाथ शिव मंदिर मुजफ्फरनगर – Shri Vishwanath Shiv mandir Muzaffarnagar
यह विश्वनाथ शिव मंदिर मुजफ्फरनगर में छपार में स्थित है और यह मंदिर मुजफ्फरनगर के एक धार्मिक स्थल है जो कि भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर में भगवान शिव की बहुत ही सुंदर प्रतिमा है, जिसके दर्शन आप कर सकते हैं। यहां पर और भी बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं, जिनके दर्शन किए जा सकते हैं। यहां पर आकर आपको बहुत ही अच्छा लगेगा।
गणेश धाम शुक्रताल – Ganesh Dham Shukratal
यह मंदिर हनुमान मंदिर के पास में ही स्थित है। यह गणेश धाम शुक्रताल का एक प्रमुख मंदिर है। यह मंदिर शुक्रताल का एक दर्शनीय स्थल है। यहां पर गणेश जी की 42 फीट ऊंची प्रतिमा देखने को मिलती है।
शुक्रताल तीर्थ मुजफ्फरनगर – Shukratal Treeth Muzaffarnagar
शुक्रताल मुजफ्फरनगर से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर है। शुक्रताल मुजफ्फरनगर का एक प्रसिद्ध स्थल, इस स्थल का संबंध महाभारत काल से है। इस स्थल को शुक्रताल इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यहां पर महान संत श्री सुखदव जी ने एक बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर राजा परीक्षित को भगवत कथा सुनाया था।
राजा परीक्षित को श्राप मिला था, कि वह 1 हफ्ते के अंदर ही उनकी मृत्यु हो जाएंगी इसीलिए राजा परीक्षित ने ऋषि सुखदेव से यहां पर भगवत कथा सुना था, इसलिए यह जगह प्रसिद्ध है। इस जगह को शुक्र तीर्थ या शुक्रताल के नाम से जाना जाता है। यह जगह गंगा के किनारे है।
श्री ज्ञानेश्वर महादेव मंदिर मुजफ्फरनगर – Shri Ganeshwar Mahadev Mandir Muzaffarnagar
यह ज्ञानेश्वर महादेव मंदिर मुजफ्फरनगर में जानसठ में स्थित है और यह मंदिर मुजफ्फरनगर का एक प्राचीन मंदिर है जो कि भगवान शिव जी को समर्पित है। यहां पर एक तलाब भी है, इस तालाब के चारों तरफ सीढ़ियां बनी हुई है, इस तालाब के पास में ही भगवान शिव की बहुत ही सुंदर एक प्रतिमा है, जिसके दर्शन आप कर सकते हैं।
इस तालाब में बहुत सारी मछलियां भी है। इस मंदिर में शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर राधा कृष्ण जी का मंदिर भी बना हुआ है। इस मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है, कि यह मंदिर प्राचीन है और इस मंदिर का संबंध पांडवों से है, इस मंदिर को पांडव कालीन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
गंगा घाट शुक्रताल – Ganga Ghat Shukratal
यह गंगा घाट शुक्रताल का एक खूबसूरत स्थल है। यहां पर एक घाट बना हुआ है, यह घाट गंगा नदी के किनारे बना हुआ है जो कि देखने में बहुत ही सुंदर लगता है। आप इस घाट में नहा भी सकते हैं और इसके साथ ही यहां पर वोट राइट का भी आनंद ले सकते हैं।
महर्षि शुकदेव आश्रम – Maharishi Shree Shukedev
यह महर्षि शुकदेव आश्रम शुक्रताल का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां पर भगवत पीठ श्री सुखदेव जी अक्षय वट वृक्ष के नीचे बैठकर 5000 साल पहले महाराजा परीक्षित को तथा 80000 ऋषियों को श्रीमद् भगवत कथा सुनाएं थे। इस अक्षय वट वृक्ष के बहुत सारी विशेषताएं हैं। यह वृक्ष बहुत दूर तक फैला हुआ है।
आज का हमारा यह आर्टिकल जो कि मुजफ्फरनगर के कुछ प्रमुख जगहों के बारे में है। कैसा लगा अगर आप इससे जुड़ी कोई राय या सुझाव देना चाहते हैं, तो नीचे कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं।