हमारे भारत देश के उत्तराखंड राज्य को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। यह पर्वतीय राज्य पौराणिक समय से ही देवी-देवताओं का निवास स्थान रहा है। लोगों का यहां तक कहना है कि उत्तराखंड का कण-कण में भगवान वास करते हैं। उत्तराखंड में स्थित जितने मंदिर है उनमें अधिकतर भगवान शिव ही विद्यमान हैं। आज इस पोस्ट में हम उत्तराखंड के बागेश्वर जिला में स्थित एक भव्य शिव मंदिर जिसे बागनाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है, के बारे में विस्तार से जानने वाले हैं। तो चलिए शुरू करते हैं –
बागनाथ मंदिर (बागेश्वर) के बारे में – About bagnath temple bageshwar in hindi
बागनाथ मंदिर देव प्रेमी एवं ऋषि प्रेमी राज्य उत्तराखंड के बागेश्वर जिला में स्थित एक प्रमुख और पौराणिक भव्य मंदिर है। बागनाथ मंदिर जो कि सरयू और गोमती नदी के संगम के पास स्थित है भगवान शिव को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर हैं। बागनाथ मंदिर के पास कई मंदिरों का समूह है जिसे 1602 ईस्वी में राजा लक्ष्मी चंद ने निर्मित करवाया था। यह मंदिर सरयू और गोमती नदी के पास समुद्र तल से 1004 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक धार्मिक धरोहर के रूप में विद्यमान है।
बागनाथ मंदिर का इतिहास – History of bagnath temple bageshwar in hindi
देवभूमि उत्तराखंड में स्थित देवों के देव महादेव को समर्पित यह बागनाथ मंदिर बागेश्वर जिला का एक पौराणिक धरोहर है। बागेश्वर जिला में स्थित बागनाथ मंदिर केवल एक ही मंदिर नहीं बल्कि कई मंदिरों का समूह है। यहां पर स्थित मंदिर समूह में अलग-अलग मंदिरों में अलग-अलग हिंदू देवी देवताओं की प्रतिमा स्थापित हैं। यहां पर सातवीं सदी से लेकर सोलहवीं सदी तक के कई प्रमुख प्रतिमाएं देखने को मिलती है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार बताया जाता है, कि यहीं पर बाबा मार्कंडेय ने भगवान शिव की घोर तपोबल से पूजा किया था, जिसके फलस्वरूप बाबा मारकंडे के पूजा से खुश होकर भगवान शिव एवं माता सती ने बाघ एवं गाय के रूप में आकर अपनी इच्छा के अनुसार वर मांगने का आशीर्वाद दिया था। बागेश्वर में स्थित इस बागनाथ मंदिर का निर्माण 1602 ईस्वी में लक्ष्मी चंद ने करवाया था।
बागनाथ मंदिर के पास लगने वाला मेला –
इस बागनाथ मंदिर में वैसे तो हमेशा श्रद्धालु लोग पूजा के लिए आया करते हैं। लेकिन यहां पर शिवरात्रि एवं मकर सक्रांति के समय लगने वाला भव्य मेले के दौरान यहां पर श्रद्धालुओं की काफी ज्यादा मात्रा में भीड़ देखी जाती है।
बागनाथ मंदिर जाने का अच्छा समय – Best Time To Visit bagnath temple bageshwar in hindi
आप अगर बागनाथ मंदिर जाने का प्लान बना रहे हैं, तो आप यहां पर या तो किसी त्योहार के दौरान जाए जैसे शिवरात्रि या मकर सक्रांति पर। नहीं तो यहां पर जाने का अच्छा समय के बारे में बात करें तो मार्च से जून के बीच के समय को माना जाता है। तो अगर आप यहां पर जाना चाहते हैं, तो इसी महीने के बीच में आप यहां पर जाएं।
बागनाथ मंदिर कैसे जाएं ? – How to Reach bagnath temple bageshwar in hindi
देवभूमि उत्तराखंड के जिला बागेश्वर में स्थित इस बागनाथ मंदिर के पास अगर आप भी जाना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी मार्ग (वायु, ट्रेन, सड़क) का चुनाव कर सकते हैं।
बागनाथ मंदिर फ्लाइट से कैसे पहुंचे ? – How to Reach bagnath temple bageshwar by Flight in hindi
बागनाथ मंदिर अगर आप हवाई जहाज के द्वारा जाना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि इस बागनाथ मंदिर के सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर एयरपोर्ट है। आपको पंतनगर एयरपोर्ट से बागनाथ मंदिर के लिए टैक्सी की सुविधा मिल जाएगी।
बागनाथ मंदिर ट्रेन से कैसे पहुंचे ? – How to Reach bagnath temple bageshwar by Train in hindi
बागनाथ मंदिर अगर आप ट्रेन से जाना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि बागनाथ मंदिर के नजदीकी मुख्य रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है। काठगोदाम रेलवे स्टेशन से आपको बैजनाथ मंदिर के लिए टैक्सी की सुविधा आसानी से मिल जाएगी।
सड़क मार्ग से बागनाथ मंदिर कैसे पहुंचे ? – How to Reach bagnath temple bageshwar by Bus in hindi
सड़क मार्ग से अगर आप बागनाथ मंदिर पहुंचना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि उत्तराखंड के बागेश्वर जिला भारत के अलग-अलग नेशनल हाईवे सड़कों के द्वारा जुड़ा हुआ है। अगर आप यहां पर खुद की कार या बाइक से आना चाहते हैं, तो आप आसानी से पहुंच सकते हैं।
उत्तराखंड के चंपावत में स्थित इस बागनाथ मंदिर के बारे में हमारे द्वारा लिखा गया यह ब्लॉग पोस्ट आप लोगों को कैसा लगा ? इस ब्लॉग पोस्ट को पढ़कर अगर आप लोगों को कोई हेल्प हुई हो तो आप अपना राय हमें कमेंट बॉक्स में बताना न भूलें।
धन्यवाद
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पंतनगर रेलवे स्टेशन से आपको बैजनाथ मंदिर के लिए टैक्सी की सुविधा आसानी से मिल जाएगी। के स्थान पर काठगोदाम रेलवे स्टेशन तथा काठगोदाम एयरपोर्ट के स्थान पर पंतनगर एयरपोर्ट होना चाहिए