
मध्य पूर्व एक बार फिर युद्ध की दहलीज पर खड़ा है। ईरान ने इजरायल के प्रमुख तटीय शहर हाइफा पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला कर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। यह हमला न केवल इजरायल के लिए, बल्कि वैश्विक शांति व्यवस्था के लिए भी एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है।
हमले की पुष्टि और इजरायली प्रतिक्रिया
सूत्रों के अनुसार, ईरान ने देर रात हाइफा की ओर कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने हमले की पुष्टि करते हुए दावा किया कि उसने अधिकांश मिसाइलों को रास्ते में ही रोक लिया, लेकिन कुछ मिसाइलें शहर के बाहरी हिस्सों में गिरने में सफल रहीं। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, कई इमारतों को क्षति पहुँची है और दर्जनों नागरिक घायल हुए हैं।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को “ईरान द्वारा खुली युद्ध घोषणा” बताया है। उन्होंने कहा कि इजरायल इसका “दस गुना जवाब” देगा और वह अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
ईरान की ओर से बयान
ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) ने इस हमले को “इजरायल के ग़ज़ा में किए गए अपराधों का जवाब” बताया है। ईरानी सरकार ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि “यह एक चेतावनी है, अगर इजरायल पीछे नहीं हटा, तो आगे और भी बड़े हमले होंगे।”
ईरान ने यह भी स्पष्ट किया कि यह हमला उसकी आधिकारिक सैन्य रणनीति का हिस्सा था, न कि किसी अनाधिकृत गुट की कार्रवाई।
वेस्ट बैंक में जश्न, लेकिन खतरा भी
इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के परिप्रेक्ष्य में, वेस्ट बैंक के कई इलाकों में लोग सड़कों पर उतरकर **ईरानी हमले का जश्न** मनाते देखे गए। कई लोग पटाखे छोड़ते और “ईरान ज़िंदाबाद” के नारे लगाते नज़र आए। उनके अनुसार, यह हमला “इजरायली दमन के खिलाफ न्याय की पहली किरण” है।
हालाँकि, यह खुशी अल्पकालिक हो सकती है। इजरायली जवाबी कार्रवाई से वेस्ट बैंक भी चपेट में आ सकता है। फिलिस्तीनी प्राधिकरण ने अपने नागरिकों से सतर्क रहने और अनावश्यक भीड़ से दूर रहने की अपील की है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका, रूस, चीन, और यूरोपीय यूनियन जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय शक्तियों ने स्थिति पर गहरी चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने दोनों देशों से “तत्काल युद्धविराम” की अपील की है और कहा है कि “यह संघर्ष पूरे मध्य पूर्व को विनाश की ओर धकेल सकता है।” वहीं, अमेरिका ने एकतरफा रूप से इजरायल के समर्थन में बयान जारी करते हुए कहा कि “ईरान की आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
अर्थव्यवस्था और तेल बाज़ार पर असर
इस हमले के बाद तेल की कीमतों में तेज़ उछाल देखा गया है। ब्रेंट क्रूड 5% तक महंगा हो गया है, जिससे वैश्विक बाज़ारों में भी हलचल मच गई है। भारत, चीन, जापान जैसे तेल-आयातक देशों की चिंता बढ़ गई है।
क्या होगा आगे?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है: क्या यह हमला एक बड़े युद्ध की शुरुआत है या यह सिर्फ शक्ति प्रदर्शन था विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इजरायल ने ज़ोरदार जवाब दिया, तो ईरान और उसके सहयोगी गुट पूरे क्षेत्र को युद्ध में झोंक सकते हैं। हिज़बुल्लाह, हौथी विद्रोही, और सीरिया जैसे ईरान समर्थित संगठन पहले से ही अलर्ट मोड में हैं।
भारत और वैश्विक समुदाय की भूमिका
भारत ने इस घटनाक्रम पर संतुलित प्रतिक्रिया देते हुए सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। भारत का दोनों देशों से राजनयिक संबंध है, और किसी भी तरह का युद्ध उसके ऊर्जा और व्यापारिक हितों को नुकसान पहुँचा सकता है।
निष्कर्ष
ईरान द्वारा इजरायल के हाइफा पर मिसाइल हमला केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक बड़े भूराजनीतिक संकट की शुरुआत हो सकता है। वेस्ट बैंक में चाहे जितना भी जश्न मनाया जाए, लेकिन आने वाले दिन पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए बेहद तनावपूर्ण हो सकते हैं। अब विश्व को इस आग को बुझाने के लिए एकजुट होकर त्वरित कार्रवाई करनी होगी, अन्यथा यह चिंगारी वैश्विक युद्ध का कारण बन सकती है।