
डिजिटल युग में गलत सूचना और दुष्प्रचार के प्रसार ने वैश्विक स्तर पर लोकतांत्रिक संस्थानों और सामाजिक एकता को चुनौती दी है। इस संदर्भ में, इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया ने इस समस्या से निपटने के लिए कई संयुक्त पहलें शुरू की हैं।
डिजिटल साक्षरता के माध्यम से जागरूकता बढ़ाना
दोनों देशों ने डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया है। उदाहरणस्वरूप, फरवरी 2025 में जकार्ता में आयोजित “ऑस्ट्रेलिया अवार्ड्स शॉर्ट कोर्स” में इंडोनेशियाई नीति निर्माताओं, पत्रकारों, और सोशल मीडिया प्रभावकों ने भाग लिया, जहां उन्होंने गलत सूचना और दुष्प्रचार से निपटने की रणनीतियों पर चर्चा की।
युवा पीढ़ी को सशक्त बनाना: डिजिटल स्पार्क चैलेंज 2024
सितंबर 2024 में आयोजित “डिजिटल स्पार्क चैलेंज 2024” में ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, ASEAN और तिमोर-लेस्ते के युवाओं ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से गलत सूचना के खिलाफ रचनात्मक समाधान विकसित करने के लिए प्रेरित करना था।
रणनीतिक साझेदारी और नीति समन्वय
मार्च 2023 में मेलबर्न में आयोजित ऑस्ट्रेलिया-इंडोनेशिया मंत्री परिषद की बैठक में दोनों देशों ने गलत सूचना और दुष्प्रचार से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। इंडोनेशिया के समन्वय मंत्री महफूद एमडी और ऑस्ट्रेलिया की साइबर सुरक्षा मंत्री क्लेयर ओ’नील ने इस मुद्दे पर संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
सामाजिक पहल और सामुदायिक भागीदारी
इंडोनेशिया में “साइबरक्रेअसी” जैसे सामुदायिक आंदोलन और “माफिंडो” जैसे नागरिक संगठन डिजिटल साक्षरता और गलत सूचना के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने में सक्रिय हैं। सरकार ने इन पहलों के माध्यम से जमीनी स्तर पर जागरूकता फैलाने का प्रयास किया है।
भविष्य की दिशा: सहयोग और नवाचार
इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया ने गलत सूचना से निपटने के लिए अपने सहयोग को और मजबूत करने का संकल्प लिया है। दोनों देशों ने रणनीतिक साझेदारी के तहत शिक्षा, अनुसंधान, और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की योजना बनाई है।
निष्कर्ष
इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया ने गलत सूचना और दुष्प्रचार से निपटने के लिए संयुक्त प्रयासों की एक श्रृंखला शुरू की है, जिसमें डिजिटल साक्षरता, युवा सशक्तिकरण, नीति समन्वय, और सामुदायिक भागीदारी शामिल हैं। इन पहलों के माध्यम से दोनों देश एक अधिक जागरूक और सशक्त समाज के निर्माण की दिशा में अग्रसर हैं।